जोधपुर। आश्रम की कुटिया में नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी आसाराम की ओर से गुरूवार को भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष औंकार सिंह लखावत ने चार्ज बहस शुरू की।
इस दौरान आसाराम समर्थकों के उग्र हो गए और अदालत परिसर में ही उन्होंने वकीलों को पीट डाला।
सूत्रों के अनुसार आसाराम की ओर से जब लखावत ने चार्ज बहस शुरू की तो वहां बड़ी संख्या में आसाराम समर्थक भी मौजूद थे।
इसी दौरान मामुली कहासूनी के बाद समर्थकों ने वकीलों की पिटाई कर डाली। इसके बाद वकीलों ने भी समर्थकों के खिलाफ पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है।
उल्लेखनीय है कि नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के आरोपी आसाराम के मामले में कई दिनों से चल रहे गतिरोध के बाद बुधवार को आखिरकार चार्ज बहस शुरू हुई थी।
सेशन न्यायालय (जोधपुर जिला) में पहले ही दिन अभियोजन पक्ष ने दो घण्टे में चार्ज बहस पूरी कर ली।
विशिष्ट लोक अभियोजक राजूलाल मीणा ने पीडिता के बयान पढ़कर सुनाते हुए कहा कि पुलिस ने अनुसंधान के बाद जिन धाराओं में आरोप पत्र पेश किया है, वे सभी आरोप पूर्णतया साबित हैं।
ऎसे में आरोपियों को चार्जशीट की सभी धाराओं में आरोप सुनाए जाएं। इसके साथ ही अभियोजन पक्ष ने अपनी चार्ज बहस समाप्त कर ली।
पीडिता की ओर से वकालतनामा पेश
उधर, पीडिता की पैरवी करने के लिए उनकी तरफ से सेवानिवृत्त उपनिदेशक अभियोजन प्रमोद वर्मा, गिर्राजसिंह व अधिवक्ता पी.सी. सोलंकी ने वकालतनामा पेश किया है। अब तक पीडिता के पिता की ओर से अधिवक्ता मनीष व्यास इस मामले में पैरवी कर रहे थे।
निगरानी पर सुनवाई टली
राजस्थान हाईकोर्ट में चार्ज बहस के खिलाफ आरोपियों की ओर से दायर निगरानी याचिका पर बुधवार को सुनवाई नहीं हो पाई। न्यायाधीश महेन्द्र माहेश्वरी की अदालत में इस पर सुनवाई होनी थी, लेकिन तकनीकी कारणों से सुनवाई टल गई।
इस दौरान आसाराम समर्थकों के उग्र हो गए और अदालत परिसर में ही उन्होंने वकीलों को पीट डाला।
सूत्रों के अनुसार आसाराम की ओर से जब लखावत ने चार्ज बहस शुरू की तो वहां बड़ी संख्या में आसाराम समर्थक भी मौजूद थे।
इसी दौरान मामुली कहासूनी के बाद समर्थकों ने वकीलों की पिटाई कर डाली। इसके बाद वकीलों ने भी समर्थकों के खिलाफ पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करा दी है।
उल्लेखनीय है कि नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म के आरोपी आसाराम के मामले में कई दिनों से चल रहे गतिरोध के बाद बुधवार को आखिरकार चार्ज बहस शुरू हुई थी।
सेशन न्यायालय (जोधपुर जिला) में पहले ही दिन अभियोजन पक्ष ने दो घण्टे में चार्ज बहस पूरी कर ली।
विशिष्ट लोक अभियोजक राजूलाल मीणा ने पीडिता के बयान पढ़कर सुनाते हुए कहा कि पुलिस ने अनुसंधान के बाद जिन धाराओं में आरोप पत्र पेश किया है, वे सभी आरोप पूर्णतया साबित हैं।
ऎसे में आरोपियों को चार्जशीट की सभी धाराओं में आरोप सुनाए जाएं। इसके साथ ही अभियोजन पक्ष ने अपनी चार्ज बहस समाप्त कर ली।
पीडिता की ओर से वकालतनामा पेश
उधर, पीडिता की पैरवी करने के लिए उनकी तरफ से सेवानिवृत्त उपनिदेशक अभियोजन प्रमोद वर्मा, गिर्राजसिंह व अधिवक्ता पी.सी. सोलंकी ने वकालतनामा पेश किया है। अब तक पीडिता के पिता की ओर से अधिवक्ता मनीष व्यास इस मामले में पैरवी कर रहे थे।
निगरानी पर सुनवाई टली
राजस्थान हाईकोर्ट में चार्ज बहस के खिलाफ आरोपियों की ओर से दायर निगरानी याचिका पर बुधवार को सुनवाई नहीं हो पाई। न्यायाधीश महेन्द्र माहेश्वरी की अदालत में इस पर सुनवाई होनी थी, लेकिन तकनीकी कारणों से सुनवाई टल गई।
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