नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के विज्ञापन किसी ना किसी कारण से लगातार चर्चा में है। ताजा मामला है कांग्रेस के नए विज्ञापन "कट्टर सोच नहीं बल्कि युवा जोश" की लड़की हसीबा अमीन की है।
इस विज्ञापन में वह खुद को राहुल की टीम की एक आम कार्यकर्ता बताती नजर आ रही है और राहुल गांधी से जुड़ने की अपील कर रही है। हसीबा अमीन विज्ञापन में युवाओं को कट्टर सोच से दूर रहने के बात भी कहती हैं और खास अंदाज में आमिर खान की फिल्म "दिल चाहता है" का गीत भी गाती हैं- हम हैं नए अंदाज क्यों हो पुराना।
विज्ञापन में साधारण छात्रा जैसी दिखने वाली हसीबा इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं। पूछा जा रहा है कि आखिर ये हसीबा अमीन हैं कौन हसीबा के इस विज्ञापन पर राजनीति में रूचि लेने वालों ने स हसीबा को टि्वटर और फेसबुक पर खोजा और उससे कई सवाल भी किए जिसके जवाब भी दिए।
हसीबा ने अपने टि्वटर प्रोफाल पर अपने परिचय में लिखा है कि प्राउड इंडियन, प्राउड मुस्लिम, शांतिप्रिय, लेखक बनने की इच्छा रखने वाली, कविता प्रेमी, प्रेम प्रेमी और गोवा एनएसयूआई की अध्यक्ष।
हसीबा यह आरोप भी लगा कि फरवरी 2012 में गोवा एनएसयूआई की अध्यक्ष बनीं तो उन्होंने अपने उपाध्यक्ष सुनील कावथंकर को निकाले जाने की मांग की, जबकि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे थे।
सुनील ने आरोप लगाया था कि राज्य में सक्रिय कुछ ड्रग माफिया के सिर पर कांग्रेस मंत्रियों का हाथ है। लोगों ने आरोप लगाए कि हसीबा किसी 300 करोड़ के पीडब्ल्यूडी घोटाले में शामिल थी इसके चलते जेल भी जा चुकी है।
केंद्रीय मंत्री शशि थरूर के साथ हसीबा की तस्वीरें टि्वटर पर पोस्ट की गईं। उन पर तरह-तरह के कटाक्ष और व्यक्तिगत टिप्पणियां की गईं। हसीबा ने खुद पर लगे सभी आरोपों को गलत बताया और उन पर निजी हमले करने वालों की निंदा की।
उन्होंने कांग्रेस समर्थकों के वे ट्वीट भी साझा किए, जिसमें लिखा गया है कि मोदी ब्रिगेड कांग्रेस के नए कैंपेन से डर गई है और व्यक्तिगत हमलों पर उतर आई है।
इस विज्ञापन में वह खुद को राहुल की टीम की एक आम कार्यकर्ता बताती नजर आ रही है और राहुल गांधी से जुड़ने की अपील कर रही है। हसीबा अमीन विज्ञापन में युवाओं को कट्टर सोच से दूर रहने के बात भी कहती हैं और खास अंदाज में आमिर खान की फिल्म "दिल चाहता है" का गीत भी गाती हैं- हम हैं नए अंदाज क्यों हो पुराना।
विज्ञापन में साधारण छात्रा जैसी दिखने वाली हसीबा इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई हैं। पूछा जा रहा है कि आखिर ये हसीबा अमीन हैं कौन हसीबा के इस विज्ञापन पर राजनीति में रूचि लेने वालों ने स हसीबा को टि्वटर और फेसबुक पर खोजा और उससे कई सवाल भी किए जिसके जवाब भी दिए।
हसीबा ने अपने टि्वटर प्रोफाल पर अपने परिचय में लिखा है कि प्राउड इंडियन, प्राउड मुस्लिम, शांतिप्रिय, लेखक बनने की इच्छा रखने वाली, कविता प्रेमी, प्रेम प्रेमी और गोवा एनएसयूआई की अध्यक्ष।
हसीबा यह आरोप भी लगा कि फरवरी 2012 में गोवा एनएसयूआई की अध्यक्ष बनीं तो उन्होंने अपने उपाध्यक्ष सुनील कावथंकर को निकाले जाने की मांग की, जबकि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ रहे थे।
सुनील ने आरोप लगाया था कि राज्य में सक्रिय कुछ ड्रग माफिया के सिर पर कांग्रेस मंत्रियों का हाथ है। लोगों ने आरोप लगाए कि हसीबा किसी 300 करोड़ के पीडब्ल्यूडी घोटाले में शामिल थी इसके चलते जेल भी जा चुकी है।
केंद्रीय मंत्री शशि थरूर के साथ हसीबा की तस्वीरें टि्वटर पर पोस्ट की गईं। उन पर तरह-तरह के कटाक्ष और व्यक्तिगत टिप्पणियां की गईं। हसीबा ने खुद पर लगे सभी आरोपों को गलत बताया और उन पर निजी हमले करने वालों की निंदा की।
उन्होंने कांग्रेस समर्थकों के वे ट्वीट भी साझा किए, जिसमें लिखा गया है कि मोदी ब्रिगेड कांग्रेस के नए कैंपेन से डर गई है और व्यक्तिगत हमलों पर उतर आई है।
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