मौमीनों खुषिया मनाओ मदीने वाला आ गया
बाड़मेंरमुस्लिम युवा कमेटी अल्लाह के नबी के पैदाईष के दिन 14 नवम्बर को
ईदमिलादुन्नबी की तैयारियों को लेकर सिधी मुस्लिम हाॅस्टल में युवाओं की
बैठक ली। युवाओं से आहवान किया कि अपनी नबी की पैदाईष की दिन तैयारियों
में अभी से जुट जाए। मुस्लिम युवा कमेटी के संरक्षक असरफ अली ने कहा
मौमीन की सबसे बड़ी ईद यह है जिस दिन मदीने का आंका दुनिया में तसरीफ लाए।
इस दिन मौमीनों खुब खुषिया मनाओं गरीबों मोहताजों की मदद करों उन्होने
कहा अगर नबी पैदा नही होते कयानात में कोई चीज पैदा नही होती। मोमीन को
नमाज, रोजा, कुरान-ए-षरीफ, हज ईमान जैसी दौलत नबी से मिली। अपने नबी के
नाम पर मौमीनों खूब पैसा गरीबो और बेसहारों पर लौटाये।
मुस्लिम युवा कमेटी के सदर पीर मौहम्मद कोटवाल ने कहा कि मोमीन अपने
घर-घर पर हरे झण्डे लगाये अपने मौहल्लों को रंग-बिरंगी फरिया और लाईटो से
सजायें। जलूसे-ए-मौहम्मदी में सफेद लिबास पहनकर सिर पर साफा बाधकर आए।
इस अवसर सचिव जीया खां, कोषाध्यक्ष अजरूदीन कुरैषी, उपाध्याक्ष अब्दुल
रहमान खिलजी, सलाहकार मिस्त्री रहीम कुरैषी, अलीषेर राठौड़, गुलाम रसूल
कोटवाल, हसन खां कुरैषी, गुलाम अली समा, सखी खां सावद, सफी खां राजड़,
रहीम खां, लुगा खां, ईलम खां खलीफा, मिठा खां, सदाम खां समेजा, मोसीन
दर्स, बहादुरशाह, करीम खां समेजा, अरसद अली राजड़, सदाम खां, ईस्लामुदीन,
गुलेसर खां, सहित सैकड़ो की तादाद मंे युवा मौजूद थे।
ईदमिलादुन्नबी की तैयारियों को लेकर सिधी मुस्लिम हाॅस्टल में युवाओं की
बैठक ली। युवाओं से आहवान किया कि अपनी नबी की पैदाईष की दिन तैयारियों
में अभी से जुट जाए। मुस्लिम युवा कमेटी के संरक्षक असरफ अली ने कहा
मौमीन की सबसे बड़ी ईद यह है जिस दिन मदीने का आंका दुनिया में तसरीफ लाए।
इस दिन मौमीनों खुब खुषिया मनाओं गरीबों मोहताजों की मदद करों उन्होने
कहा अगर नबी पैदा नही होते कयानात में कोई चीज पैदा नही होती। मोमीन को
नमाज, रोजा, कुरान-ए-षरीफ, हज ईमान जैसी दौलत नबी से मिली। अपने नबी के
नाम पर मौमीनों खूब पैसा गरीबो और बेसहारों पर लौटाये।
मुस्लिम युवा कमेटी के सदर पीर मौहम्मद कोटवाल ने कहा कि मोमीन अपने
घर-घर पर हरे झण्डे लगाये अपने मौहल्लों को रंग-बिरंगी फरिया और लाईटो से
सजायें। जलूसे-ए-मौहम्मदी में सफेद लिबास पहनकर सिर पर साफा बाधकर आए।
इस अवसर सचिव जीया खां, कोषाध्यक्ष अजरूदीन कुरैषी, उपाध्याक्ष अब्दुल
रहमान खिलजी, सलाहकार मिस्त्री रहीम कुरैषी, अलीषेर राठौड़, गुलाम रसूल
कोटवाल, हसन खां कुरैषी, गुलाम अली समा, सखी खां सावद, सफी खां राजड़,
रहीम खां, लुगा खां, ईलम खां खलीफा, मिठा खां, सदाम खां समेजा, मोसीन
दर्स, बहादुरशाह, करीम खां समेजा, अरसद अली राजड़, सदाम खां, ईस्लामुदीन,
गुलेसर खां, सहित सैकड़ो की तादाद मंे युवा मौजूद थे।
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