गुरुवार, 23 जनवरी 2014

हर राजस्व गांव में लगेगी आशा सहयोगिनी,विभाग ने मांगे आवेदन

हर राजस्व गांव में लगेगी आशा सहयोगिनी
-स्वास्थ्य विभाग ने मांगे आवेदन, जल्द दिया जाएगा नवचयनित आशाओं को प्रशिक्षण
बाड़मेर। जिले के राजस्व गांवों में सिथत आंगनबाड़ी केंद्र अब खाली नहीं रहेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने हर आंगनबाड़ी केंद्र पर आशा सहयोगिनी नियुक्त करने के कार्य को गति देते हुए रिक्त पदों के लिए आवेदन मांगे हैं। साथ ही आशा सुपरवार्इजरों व चिकित्सा प्रभारियों को निर्देशित किया है कि आशा सहयोगिनियों के चयन संबंधी कार्य को प्राथमिकता से लेते हुए आवश्यक कार्रवार्इ करें। आशाओं के चयन होते ही सभी को जिलास्तर पर प्रशिक्षण देकर उन्हें शीघ्र ही पदस्थापित किया जाएगा। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. फूसाराम बिश्नोर्इ ने जिलास्तर पर आरसीएचओ एवं आशा समन्वयक को नियमित मोनिटरिंग करने के निर्देश दिए हैं।
जिला आर्इर्इसी समन्वयक विनोद बिश्नोर्इ ने बताया कि जिले में आशा सहयोगिनी के तीन हजार 25 पद स्वीकृत हैं, जबकि वर्तमान में दो हजार एक सौ 23 आशा सहयोगिनी कार्यरत हैं। जिले में 902 आंगनबाड़ी केंद्रों पर आशा सहयोगिनी कार्यरत नहीं हैं, जिस कारण आशा सहयोगिनी के जरिए आमजन को पर्याप्त लाभ नहीं मिल रहा है। खासकर टीकाकरण एवं जननी व शिशु सुरक्षा जैसे कार्यक्रम प्रभावित हो रहे हैं। इसी के चलते रिक्त पदों को भरने के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आरसीएचओ डा. खुशवंत खत्री के मुताबिक इच्छुक अभ्यर्थी अपने निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी या आशा सुपरवार्इजर से रिक्त स्थानों की जानकारी प्राप्त कर सकती हैं। इसके लिए 21 से 45 वर्ष की महिला का 10वीं पास होना जरूरी है। राज्य सरकार ने वर्तमान में बहू एवं बेटी दोनों को ही चयन करने संबंधी छूट दी है, हालांकि दोनों की उपलब्धता होने की सिथति में संबंधित गांव की बहू को प्राथमिकता दी जाएगी। इस संंबंध में अधिक जानकारी के लिए आरसीएचओ डा. खुशवंत खत्री के मोबाइल नंबर 8875187777 और आशा समन्वयक राकेश भाटी के मोबाइल नंबर 9462442557 पर संपर्क किया जा सकता है। वहीं संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी अधिकारी से भी जानकारी ली जा सकती है। उल्लेखनीय है कि आशा सहयोगिनी स्वास्थ्य विभाग की एक अहम कड़ी है, जिसकी जरिए ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में महिलाओं व शिशुओं को स्वास्थ्य लाभ दिया जा रहा है। सीएमएचओ डा. बिश्नोर्इ ने स्थानीय जनप्रतिनिधयों व सामाजिक संगठनों से अपील की है कि वे आशा सहयोगिनी के चयन में अहम भागीदारी निभाएं ताकि जन-जन स्वास्थ्य सेवाओं से लाभानिवत हो सके।
टीम को समय पर पहुंचने के निर्देश
-स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हुर्इ स्वास्थ्य अधिकारियों बैठक
बाड़मेर। जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के उददेश्य को लेकर गुरूवार को जिला चिकित्सालय में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. फूसाराम बिश्नोर्इ एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डा. हेमंत सिंगल की अध्यक्षता में बैठक हुर्इ। जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े विभिन्न समस्याओं एवं इनके निराकरण को लेकर चर्चा की गर्इ। बैठक में डिप्टी कंट्रोलर डा. हेमराज सोनी, निश्चेतक विशेषज्ञ मदन सारदा, शिशु रोग विशेषज्ञ डा. जसराज बोहरा, हेल्थ मैनेजर विजय कुमार और जिला आर्इर्इसी समन्वयक विनोद बिश्नोर्इ मौजूद थे।
सीएमएचओ डा. बिश्नोर्इ ने बताया कि बैठक में परिवार कल्याण, जननी शिशु सुरक्षा योजना, नि:शुल्क जांच योजना, नि:शुल्क दवा योजना एवं अन्य सेवाओं को लेकर चर्चा की गर्इ। जिला कलेक्टर द्वारा दिए गए निर्देशानुसार परिवार कल्याण शिविरों में जाने वाली टीम के समय को लेकर चर्चा करते हुए निर्णय लिया गया कि भविष्य में हर टीम शिविर स्थल पर समय पर पहुंचेगी। संबंधित प्रभारी को निर्देशित किया गया कि टीम को समय पर पहुंचने के लिए पाबंद किया जाए। इसी तरह परिवार कल्याण में लक्ष्य के प्रति लापरवाह कार्मिकों को नोटिस देने व आवश्य कार्रवार्इ का निर्णय लिया गया। पीएमएओ डा. हेमंत सिंगल द्वारा जननी शिशु सुरक्षा योजना और नि:शुल्क जांच व दवा योजना को लेकर समीक्षा की गर्इ। बैठक में निर्णय लिया गया कि परिवार कल्याण शिविरों में आमजन की भागीदारी के लिए अधिकाधिक प्रचार-प्रसार किया जाएगा ताकि बढ़ती जनसंख्या पर अंकुश लगाया जा सके। बैठक में सुगम वेबसार्इट आदि के माध्यम से आने वाली शिकायतों को तुरंत प्रभाव से निपटाने के लिए भी संबंधित अधिकारियों व कार्मिकों को पीएमओ द्वारा पाबंद किया गया।

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