रायपुर। सूचना क्रांति के इस दौर में कई लोग सोशल वेबसाइट फेसबुक का इस्तेमाल विचारों की अभिव्यक्ति के लिए कर रहे हैं, कोई दोस्ती बढ़ा रहा है तो कोई अपना व्यवसाय।
कई लोग ऎसे भी हैं जो फेसबुक का इस्तेमाल स्वास्थ्य जागरूकता के लिए कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी में विभिन्न बीमारियों से पीडित फिजियोथेरेपी के जरूरतमंद मरीज फेसबुक से लाभान्वित हो रहे हैं।
सोसाइटी फॉर सोशल रिहेबिलिटेशन के सहयोग से एक संस्था ने रायपुर में फिजियोथेरेपी सेवा शुरू की है। इसमें बताया जा रहा है कि कैसे हaी की जकड़ व लकवा को व्यायाम से ठीक किया जा सकता है।
संस्था के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत अग्रवाल का दावा है कि इस सेवा से अभी तक मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के 2000 से ज्यादा लोग फायदा उठा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि नि:शुल्क टेली कंसल्टेंसी से विभिन्न बीमारियों के मरीजों को नुस्खे दिए जा रहे हैं। फेसबुक पर 5200 फालोअर्स हैं, जो व्यायाम के नुस्खे अपनाकर बीमारी दूर कर रहे हैं।
डॉ. प्रशांत ने कहा कि समय पर फिजियोथेरेपी की सुविधा नहीं मिल पाने के कारण कई मरीज विकलांग बन जाते हैं। इस सेवा के माध्यम से नि:शक्त जनों, बुजुर्गो व अन्य बीमारी से पीडित लोगों को टिप्स दिए जाते हैं।
फ्रैक्चर के बाद हडि्डयों में जकड़, लकवा के इलाज में फिजियोथेरेपी के महत्व पर रोशनी डाली जा रही है। धीरे-धीरे लोगों को इसकी जानकारी होती जा रही है तो वे खुद इससे जुड़ते जा रहे हैं।
कई लोग ऎसे भी हैं जो फेसबुक का इस्तेमाल स्वास्थ्य जागरूकता के लिए कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी में विभिन्न बीमारियों से पीडित फिजियोथेरेपी के जरूरतमंद मरीज फेसबुक से लाभान्वित हो रहे हैं।
सोसाइटी फॉर सोशल रिहेबिलिटेशन के सहयोग से एक संस्था ने रायपुर में फिजियोथेरेपी सेवा शुरू की है। इसमें बताया जा रहा है कि कैसे हaी की जकड़ व लकवा को व्यायाम से ठीक किया जा सकता है।
संस्था के अध्यक्ष डॉ. प्रशांत अग्रवाल का दावा है कि इस सेवा से अभी तक मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ के 2000 से ज्यादा लोग फायदा उठा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि नि:शुल्क टेली कंसल्टेंसी से विभिन्न बीमारियों के मरीजों को नुस्खे दिए जा रहे हैं। फेसबुक पर 5200 फालोअर्स हैं, जो व्यायाम के नुस्खे अपनाकर बीमारी दूर कर रहे हैं।
डॉ. प्रशांत ने कहा कि समय पर फिजियोथेरेपी की सुविधा नहीं मिल पाने के कारण कई मरीज विकलांग बन जाते हैं। इस सेवा के माध्यम से नि:शक्त जनों, बुजुर्गो व अन्य बीमारी से पीडित लोगों को टिप्स दिए जाते हैं।
फ्रैक्चर के बाद हडि्डयों में जकड़, लकवा के इलाज में फिजियोथेरेपी के महत्व पर रोशनी डाली जा रही है। धीरे-धीरे लोगों को इसकी जानकारी होती जा रही है तो वे खुद इससे जुड़ते जा रहे हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें