भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा में स्थित सरकारी कॉलेज में शुक्रवार को छात्र संघ के शपथ ग्रहण समारोह में जमकर हंगामा हुआ। जिसके चलते समारोह को बीच में ही स्थगित करना पड़ा। इस हंगामे के पीछे प्रदेश के बहुचर्चित पारस देवी कांड को बताया जा रहा है।
दरअसल, पारस देवी कांड कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री रामलाल जाट से जुड़ा है। जाट को इसी के चलते अपने मंत्री पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था। जानकारी के अनुसार समारोह में रामलाल जाट को आमंत्रित किए जाने से कुछ छात्र नाराज थे और यही वजह हंगामे का कारण बनी।
जानकारी के अनुसार समारोह में एनएसयूआई और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के स्टूडेंट्स के बीच रामलाल जाट को बुलाने पर विवाद हुआ जो मारपीट में बदल गया।
एबीवीपी के पीयूष सोनी और एनएसयूआई के छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष चौधरी के बीच धक्का-मुक्की के साथ ही मारपीट हुई। इसके बाद दोनों पक्षों के छात्रों ने मंच पर चढ़ कर हंगामा किया।
समारोह के कांग्रेसीकरण काा आरोप
एबीवीपी के छात्र कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री रामलाल जाट को समारोह में आमंत्रित किए जाने का विरोध कर रहे थे। एबीवीपी के छात्रों का कहना था कि कॉलेज प्रशासन ने समारोह का पूरी तरह से कांग्रेसीकरण कर दिया गया।
पुलिस ने खदेड़ा तो बनी बात
एबीवीपी के छात्रों के अनुसार जिसका वे पिछले तीन दिन से विरोध कर रहे थे लेकिन पुलिस के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। समारोह में हुए हंगामे और मारपीट के बाद पुलिस ने छात्रों को खदेडा और मामले को शांत किया।
दरअसल, पारस देवी कांड कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री रामलाल जाट से जुड़ा है। जाट को इसी के चलते अपने मंत्री पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था। जानकारी के अनुसार समारोह में रामलाल जाट को आमंत्रित किए जाने से कुछ छात्र नाराज थे और यही वजह हंगामे का कारण बनी।
जानकारी के अनुसार समारोह में एनएसयूआई और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के स्टूडेंट्स के बीच रामलाल जाट को बुलाने पर विवाद हुआ जो मारपीट में बदल गया।
एबीवीपी के पीयूष सोनी और एनएसयूआई के छात्रसंघ अध्यक्ष आशीष चौधरी के बीच धक्का-मुक्की के साथ ही मारपीट हुई। इसके बाद दोनों पक्षों के छात्रों ने मंच पर चढ़ कर हंगामा किया।
समारोह के कांग्रेसीकरण काा आरोप
एबीवीपी के छात्र कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री रामलाल जाट को समारोह में आमंत्रित किए जाने का विरोध कर रहे थे। एबीवीपी के छात्रों का कहना था कि कॉलेज प्रशासन ने समारोह का पूरी तरह से कांग्रेसीकरण कर दिया गया।
पुलिस ने खदेड़ा तो बनी बात
एबीवीपी के छात्रों के अनुसार जिसका वे पिछले तीन दिन से विरोध कर रहे थे लेकिन पुलिस के अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। समारोह में हुए हंगामे और मारपीट के बाद पुलिस ने छात्रों को खदेडा और मामले को शांत किया।
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