रेवदर ब्लॉक सीएमओ ३ हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार
भटाणा की जीएनएम से अटके वेतन के भुगतान के बदले मांगी थी १० हजार की रिश्वत, दूसरी किश्त तीन हजार रुपए लेते समय एसीबी ने की कार्रवाई
रेवदर(सिरोही)
रेवदर ब्लॉक सीएमओ डॉ. सुरेंद्र जैन को भटाणा अस्पताल में कार्यरत जीएनएम मंजूला मेघवाल से नवंबर माह के अटके वेतन का भुगतान कराने की एवज में तीन हजार रुपए की रिश्वत लेते एसीबी ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर दिया। सिरोही एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्जुन सिंह राजपुरोहित ने बताया कि रेवदर उपखंड क्षेत्र के भटाणा अस्पताल में कार्यरत जीएनएम मंजूला मेघवाल का नवंबर माह का वेतन किसी कारणवश अटक गया था। इसकी स्वीकृति के लिए रेवदर ब्लॉक सीएमओ डॉ. सुरेंद्र जैन के पास गई, लेकिन डॉ. जैन ने बिना रिश्वत के वेतन जारी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने जीएनएम ने वेतन जारी करने की एवज में १० हजार रुपए की रिश्वत मांगी। इस पर जीएनएम ने सिरोही एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई। एसीबी ने इस मामले का सत्यापन करवाया। सत्यापन की कार्रवाई ३१ दिसंबर को हुई, जिसमें डॉ. जैन ने जीएनएम से ४ हजार रुपए लिए। दूसरी किश्त ३ हजार रुपए बुधवार को देना तय हुआ। जीएनएम ने एसीबी की ओर से दिए रंगे नोट ब्लॉक सीएमओ को दिए। जीएनएम जैसे ही रिश्वत की राशि देकर बाहर निकली। एसीबी टीम के सीआई नरेंद्र चौधरी ने दल सहित कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार किया। ब्लॉक सीएमओ ने रिश्वत की राशि को टेबल के नीचे रख दिया था, जिसे एसीबी टीम ने जांच पड़ताल कर बरामद किया। जीएनएम छह माह के लिए फरवरी से जुलाई १३ तक अवकाश पर रही। वहां से वापस लौटने पर छह माह के वेतन बनाने की एवज में उससे १० हजार रुपए की रिश्वत की मांगी थी। आरोपी को ब्लॉक सीएमओ को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
भटाणा की जीएनएम से अटके वेतन के भुगतान के बदले मांगी थी १० हजार की रिश्वत, दूसरी किश्त तीन हजार रुपए लेते समय एसीबी ने की कार्रवाई
रेवदर(सिरोही)
रेवदर ब्लॉक सीएमओ डॉ. सुरेंद्र जैन को भटाणा अस्पताल में कार्यरत जीएनएम मंजूला मेघवाल से नवंबर माह के अटके वेतन का भुगतान कराने की एवज में तीन हजार रुपए की रिश्वत लेते एसीबी ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर दिया। सिरोही एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अर्जुन सिंह राजपुरोहित ने बताया कि रेवदर उपखंड क्षेत्र के भटाणा अस्पताल में कार्यरत जीएनएम मंजूला मेघवाल का नवंबर माह का वेतन किसी कारणवश अटक गया था। इसकी स्वीकृति के लिए रेवदर ब्लॉक सीएमओ डॉ. सुरेंद्र जैन के पास गई, लेकिन डॉ. जैन ने बिना रिश्वत के वेतन जारी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने जीएनएम ने वेतन जारी करने की एवज में १० हजार रुपए की रिश्वत मांगी। इस पर जीएनएम ने सिरोही एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई। एसीबी ने इस मामले का सत्यापन करवाया। सत्यापन की कार्रवाई ३१ दिसंबर को हुई, जिसमें डॉ. जैन ने जीएनएम से ४ हजार रुपए लिए। दूसरी किश्त ३ हजार रुपए बुधवार को देना तय हुआ। जीएनएम ने एसीबी की ओर से दिए रंगे नोट ब्लॉक सीएमओ को दिए। जीएनएम जैसे ही रिश्वत की राशि देकर बाहर निकली। एसीबी टीम के सीआई नरेंद्र चौधरी ने दल सहित कार्रवाई कर उसे गिरफ्तार किया। ब्लॉक सीएमओ ने रिश्वत की राशि को टेबल के नीचे रख दिया था, जिसे एसीबी टीम ने जांच पड़ताल कर बरामद किया। जीएनएम छह माह के लिए फरवरी से जुलाई १३ तक अवकाश पर रही। वहां से वापस लौटने पर छह माह के वेतन बनाने की एवज में उससे १० हजार रुपए की रिश्वत की मांगी थी। आरोपी को ब्लॉक सीएमओ को गुरुवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
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