इलाहबाद। नरेंद्र मोदी को अब भगवान की तरह भी पूजा जाने लगा है।
हम यहां बात कर रहे है उत्तर प्रदेश के एक गांव की, जहां मोदी को भगवान की तरह पूजा जा रहा है।
यूपी के भगवानपुर गांव के मोदी के एक प्रशंसक ने उनको स्वामी मोदी की उपाधी दी है।
मोदी के प्रशंसक बिजेंद्र नारायण मिश्रा गांव के एक मंदिर के पुजारी हैं।
जिस प्राचीन शिव मंदिर के मिश्रा पुजारी हैं उसी में इन्होंने भगवान शिव की मूर्ति के पास ही नरेंद्र मोदी की मूर्ति लगाई है।
उनका कहना है कि मोदी का मंदिर उनके प्रचार के लिए नहीं बनाया गया है, बल्कि मोदी के पीएम बनने की प्रार्थना के लिए बनाया गया है। इस मंदिर को गांव के लोग नमो-नमो मंदिर के नाम से पुकार रहे हैं।
मंदिर में मोदी के भक्त मोदी की पूजा के साथ ही मोदी चालीसा भी पढ़ते है। मोदी को भारत के प्रधानमंत्री बनाने के लिए मंदिर में एक अखंड ज्योति भी जलाई गई है। यह दीपक 125 दिनों तक लगातार जलता रहेगा।
मोदी भक्त बिजेंद्र नारायन मिश्रा के मुताबिक भले ही ऎसा करने से उन्हें लोगों की आलोचनाएं सुननी पड़ रही है हों लेकिन भविष्य में देश के लिए इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे। मिश्रा का कहना है कि मोदी अकेले ऎसे शख्स है जो देश में स्थायित्व, सुरक्षा और खुशहाली ला सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हर कोई देश के लिए कुछ न कुछ कर रहा है तो मैंने सोचा कि देश को मोदी जैसे नेता की जरूरत है तो हम उनके लिए ईश्वरीय शक्ति प्रदान करने का प्रयास क्यूं न करें। धीरे-धीर नमो-नमो मंदिर लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है। इसकी एक झलक देखने के लिए आस-पास के गांव के लोग आ रहे हैं।
खास बात ये है कि मिश्रा मोदी के जैसे ही कपड़े पहनते है और उनके जैसी ही दाढ़ी रखते हैं। मंदिर में मोदी की चार फुट की मूर्ति शिवलिंग के बगल में लगी हुई है। गांव वालों का ऎसा विश्वास है कि भगवान शिव मोदी को लंबी आयु देंगे। जिसके लिए गांव के लोग मोदी की लंबी आयु के लिए महामृत्यूंजय मंत्र का जाप भी करते हैं।
हम यहां बात कर रहे है उत्तर प्रदेश के एक गांव की, जहां मोदी को भगवान की तरह पूजा जा रहा है।
यूपी के भगवानपुर गांव के मोदी के एक प्रशंसक ने उनको स्वामी मोदी की उपाधी दी है।
मोदी के प्रशंसक बिजेंद्र नारायण मिश्रा गांव के एक मंदिर के पुजारी हैं।
जिस प्राचीन शिव मंदिर के मिश्रा पुजारी हैं उसी में इन्होंने भगवान शिव की मूर्ति के पास ही नरेंद्र मोदी की मूर्ति लगाई है।
उनका कहना है कि मोदी का मंदिर उनके प्रचार के लिए नहीं बनाया गया है, बल्कि मोदी के पीएम बनने की प्रार्थना के लिए बनाया गया है। इस मंदिर को गांव के लोग नमो-नमो मंदिर के नाम से पुकार रहे हैं।
मंदिर में मोदी के भक्त मोदी की पूजा के साथ ही मोदी चालीसा भी पढ़ते है। मोदी को भारत के प्रधानमंत्री बनाने के लिए मंदिर में एक अखंड ज्योति भी जलाई गई है। यह दीपक 125 दिनों तक लगातार जलता रहेगा।
मोदी भक्त बिजेंद्र नारायन मिश्रा के मुताबिक भले ही ऎसा करने से उन्हें लोगों की आलोचनाएं सुननी पड़ रही है हों लेकिन भविष्य में देश के लिए इसके अच्छे परिणाम सामने आएंगे। मिश्रा का कहना है कि मोदी अकेले ऎसे शख्स है जो देश में स्थायित्व, सुरक्षा और खुशहाली ला सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हर कोई देश के लिए कुछ न कुछ कर रहा है तो मैंने सोचा कि देश को मोदी जैसे नेता की जरूरत है तो हम उनके लिए ईश्वरीय शक्ति प्रदान करने का प्रयास क्यूं न करें। धीरे-धीर नमो-नमो मंदिर लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है। इसकी एक झलक देखने के लिए आस-पास के गांव के लोग आ रहे हैं।
खास बात ये है कि मिश्रा मोदी के जैसे ही कपड़े पहनते है और उनके जैसी ही दाढ़ी रखते हैं। मंदिर में मोदी की चार फुट की मूर्ति शिवलिंग के बगल में लगी हुई है। गांव वालों का ऎसा विश्वास है कि भगवान शिव मोदी को लंबी आयु देंगे। जिसके लिए गांव के लोग मोदी की लंबी आयु के लिए महामृत्यूंजय मंत्र का जाप भी करते हैं।
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