आम आदमी पार्टी (आप) के चुनाव चिन्ह झाड़ू के निशान वाली टोपी पर विवाद शुरू हो गया है. वाराणसी के मुसलामानों ने 'आप' की इस टोपी का पूरी तरह से बहिष्कार कर दिया है. मुसलमानों का कहना है कि टोपी पर झाड़ू इस्लाम के खिलाफ है. यह मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को आघात पहुंचा रहा है.
शुक्रवार को वाराणसी के बादशाह बाग स्थित शाही मस्जिद के इमाम ने फतवा जारी कर मुसलमानों से इस टोपी से परहेज करने की गुजारिश की. इमाम ने 'आप' के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को टोपी पर से झाड़ू का निशान हटाने की हिदायत भी दी.
बादशाह बाग स्थित शहीदी जामा मस्जिद के शाही इमाम और बनारस मुफ्ती बोर्ड के सेक्रेटरी मौलाना हसीन अहमद हबीबी ने कहा, 'इस वक्त देश के अंदर कई पार्टियां काम कर रही है. अरविंद केजरीवाल झाड़ू का इस्तेमाल कहीं करें, लेकिन सिर पर नहीं. हमारा ये कहना है कि मुसलमान झाड़ू के निशान वाली टोपी से बचें.
इमाम के ऐलान के बाद काशी के हर मुसलमान ने आम आदमी पार्टी की झाड़ू वाली टोपी से परहेज करने की कसम खा ली है. स्थानीय निवासी डॉ. बदरूद्दीन ने कहा, 'मौलाना साहब के ऐलान के मुताबिक सिर पर झाड़ू का निशान इस्लाम के खिलाफ है. हम झाड़ू के निशान वाली टोपी हरगिज नहीं लगाएंगे.'
स्थानीय निवासी डॉ. मोहम्मद महबूब कादरी ने कहा, 'झाड़ू सिर की शोभा नहीं है. हमारे मौलाना ने बताया है कि ये गलत है. हम पार्टी के साथ हैं लेकिन झाड़ू वाली टोपी नहीं लगाएंगे.'
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