शनिवार, 18 जनवरी 2014

धोरीमन्ना - कारगील कि कहानी में देशभक्ति का समां बाधा (ABVP का पर्तिभा सम्मान समारोह सम्पन)

धोरीमन्ना - कारगील कि कहानी में देशभक्ति का समां बाधा 

ABVP का पर्तिभा सम्मान समारोह सम्पन


धोरीमन्ना में हाई स्कुल के प्रंगण में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा प्रतिभा सम्मान समारोह सम्मेलन के मुख्य अतिथि  महावीर चक्र विजेता नायक दिगेंद्र कुमार (परस्वाल) मुख्य वक्ता राजेश कुमार गुजर व् अध्यक्षता नाथूराम  चौधरी, आदि ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। दाता श्री बाबूलाल जी पुंगिलिया ने आशिर्वाद प्रदान किया। कार्येक्रम में धोरीमन्ना क्षेत्र की समस्त प्रतिभावन विधार्थियों क़ो समानित किया महावीर चक्र विजेता नायक दिगेंद्र कुमार कारगिल युद्ध की अपने साथ घटित साहसिक घटना व् उन्होंने बताया कि किस प्रकार  से हम  सैनिकों ने  (3 जुलाई 1969) महावीर चक्र विजेता, भारतीय सेना की 2 राज राइफल्स में थे. उन्होंने कारगिल युद्ध के समय जम्मू कश्मीर में तोलोलिंग पहाड़ी की बर्फीली चोटी को मुक्त करवाकर 13 जून 1999 की सुबह चार बजे तिरंगा लहराते हुए भारत को प्रथम सफलता दिलाई मुझे  भारत सरकार द्वारा 15 अगस्त, 1999 को महावीर चक्र से अलंकृत किया गया। उन्होंने विधार्थियों को (VBVP) कि महता बताते हुए कहा उसमें जुड़कर देश व समाज  सेवा का संकल्प दिलाया। कार्येक्रम पर प्रकाश डालते हुये कहा कि भारत में अभी हजारों विवेकांनद ओऱ बनने  कि जरुरत हैं।उन्होंने शक्ति को महाशक्ति बताते हुए कहा कि यूवा वर्ग को निभानी होगा।मुख्य अतिथि  नाथूराम  चौधरी ने अपने संबोधन में कहा कि अखिल भारतीय वि़द्यार्थी परिषद द्वारा बहुत अच्छी पहल की है। उन्होंने कहा कि प्रतिभा किसी की मोहताज नहीं होती। हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि जो भी बच्चे विशिष्ट श्रेणी प्राप्त करते है उन्हें आगे बढने का मौका दिया जाना चाहिए। सम्मान समारोह में लगभग तीन  सो  छात्रा-छात्राओं को प्रशस्ति पत्रा एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। तहसील प्रमुख़  मनोज तेतरवाल ने स्वागत भाषण दिया समस्त ग्रामवासियों व छात्रों का आभार प्रकट  किया। कार्येकम का संचालन  तहसील सयोंजक सुरेश कड़वासरा ने किया।

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