जोधपुर।सरहद पार भले ही रिश्तों में कड़वाहट हो। लेकिन प्रेम, मोहब्बत भी कम नहीं है। सरहद पार रिश्तों की मजबूती के लिए दो और रिश्ते जुड़ने वाले हैं। इसमें हिन्दुस्तान की बेटी पाकिस्तान की दुल्हनियां बनेगी तो पाकिस्तान से दुल्हनिया हिंदुस्तान आएगी।
भारत और पाक के दो परिवार आपस में अपने बेटे-बेटियों का निकाह करने जा रहे हैं। यह निकाह तीन जनवरी को कराची में होगा। दूल्हे की बारात हिंदुस्तान से शुक्रवार को थार एक्सप्रेस के जरिए पाकिस्तान जाएगी।
दूसरी बहन नहीं हो पाएंगी शामिल
दुल्हन के व्यवसायी पिता अब्दूल मुनाफ कहते है खुशी के मौके पर पाकिस्तानी एम्बेसी के चलते भारत में रहने वाले रिश्तेदार और दोस्त भाग नहीं ले पाएंगे। चार लोग ही शादी में जाएंगे। दूसरी बेटी नोहरीन और जवांई जमशेद भी शामिल नहीं होंगे।
दो साल से थे इंटरनेट से कनेक्ट
्रहिन्दुस्तान बेटी अफसीन और उसके भाई मोहसीन सगाई के बाद ही जीवनसाथी के साथ इंटरनेट से जुड़े। मोहसीन आईसीआईसी बैंक में है, उनका निकाह स्नातक कर रही नरमीन से होंगी। पाकिस्तान निवासी दूल्हा जहांगीर आर्किटेक्ट है तो उनकी हिन्दुस्तानी दुल्हनियां अफसीन स्नातक पास है। अंजुमन कौम नागौरी सिलावटान के सदर लियाकत अली ने बताया कि हमारी कौम में बटवारें के बाद सबसे अधिक निकाह पाकिस्तान में हुए है।
बेटी देकर ले आएंगे दुल्हन
चौबदारों का मोहल्ला इस्हाकिया स्कूल के पास रहने वाले अब्दूल मुनाफ के घर में बारात जानी भी है और आनी भी है। वे अपने बेटे और बेटी की शादी के लिए कराची (पाकिस्तान) जा रहे है। सदहद पार पाकिस्तान में होने वाली इस शादी में पाकिस्तान के भाई-बहन से होगी।
मां शमीम बानो का कहना है कि एक बेटी के जाने का दुख तो है, लेकिन साथ में एक बेटी (बहू) के आने की खुशी भी है। उनके 90 फीसदी रिश्तेदार पाकिस्तान में ही रहते है। देश के बंटवारे के बाद उनके परिवार में यह पहला निकाह होगा, जो पाकिस्तान में होगा।
भारत और पाक के दो परिवार आपस में अपने बेटे-बेटियों का निकाह करने जा रहे हैं। यह निकाह तीन जनवरी को कराची में होगा। दूल्हे की बारात हिंदुस्तान से शुक्रवार को थार एक्सप्रेस के जरिए पाकिस्तान जाएगी।
दूसरी बहन नहीं हो पाएंगी शामिल
दुल्हन के व्यवसायी पिता अब्दूल मुनाफ कहते है खुशी के मौके पर पाकिस्तानी एम्बेसी के चलते भारत में रहने वाले रिश्तेदार और दोस्त भाग नहीं ले पाएंगे। चार लोग ही शादी में जाएंगे। दूसरी बेटी नोहरीन और जवांई जमशेद भी शामिल नहीं होंगे।
दो साल से थे इंटरनेट से कनेक्ट
्रहिन्दुस्तान बेटी अफसीन और उसके भाई मोहसीन सगाई के बाद ही जीवनसाथी के साथ इंटरनेट से जुड़े। मोहसीन आईसीआईसी बैंक में है, उनका निकाह स्नातक कर रही नरमीन से होंगी। पाकिस्तान निवासी दूल्हा जहांगीर आर्किटेक्ट है तो उनकी हिन्दुस्तानी दुल्हनियां अफसीन स्नातक पास है। अंजुमन कौम नागौरी सिलावटान के सदर लियाकत अली ने बताया कि हमारी कौम में बटवारें के बाद सबसे अधिक निकाह पाकिस्तान में हुए है।
बेटी देकर ले आएंगे दुल्हन
चौबदारों का मोहल्ला इस्हाकिया स्कूल के पास रहने वाले अब्दूल मुनाफ के घर में बारात जानी भी है और आनी भी है। वे अपने बेटे और बेटी की शादी के लिए कराची (पाकिस्तान) जा रहे है। सदहद पार पाकिस्तान में होने वाली इस शादी में पाकिस्तान के भाई-बहन से होगी।
मां शमीम बानो का कहना है कि एक बेटी के जाने का दुख तो है, लेकिन साथ में एक बेटी (बहू) के आने की खुशी भी है। उनके 90 फीसदी रिश्तेदार पाकिस्तान में ही रहते है। देश के बंटवारे के बाद उनके परिवार में यह पहला निकाह होगा, जो पाकिस्तान में होगा।
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