जयपुर। साल का सबसे छोटा दिन और सबसे लंबी रात शनिवार को होगी। इस दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण में प्रवेश करता है।
शनिवार और रविवार को दिन 10 घंटे 18 मिनट और रात 13 घंटे 42 मिनट की रहेगी। हालांकि मौसम विभाग साल का सबसे छोटा दिन रविवार को बता रहा है, लेकिन शनिवार और रविवार को दिन और रात का समय एक ही रहेगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित चन्द्रमोहन दाधीच के अनुसार सबसे छोटे दिन के बाद सूर्य का उत्तरायण होना शुरू हो जाता है। इससे दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती हैं। 21 मार्च और 23 सितम्बर को दिन और रात बराबर होते हैं।
उत्तरायण उन्होंने बताया कि 21 जून को दक्षिणी ध्रुव सूर्य से सबसे अधिक दूर रहेगा इसीलिए यह दिन साल का सबसे बड़ा दिन रहेगा। साल में छोटे और बड़े दिन की मुख्य वजह हर रोज सूर्य उदय और सूर्यास्त में कुछ सैकण्ड का अंतर आता है और यही वक्त साल में 21 दिसम्बर को सबसे छोटे दिन और लंबी रात के रूप में मानते हैं।
कोहरे में छिपा सूरज
गुलाबी नगर में शनिवार को दिसम्बर की सर्दी का अहसास हुआ। शहर कोहरे की चादर में लिपटा हुआ है। धूप निकलना तो दूर सूरज ने दर्शन तक नहीं दिए।
अचानक बढ़ी सर्दी ने हर किसी की दिनचर्या बिगाड़ कर रख दी है। सबसे ज्यादा परेशानी हुई स्कूल जाने वाले बच्चों को। श्वांस सम्बन्धी रोग से पीडित लोग भी बेहद परेशान रहे। बात ट्रैफिक की करें तो सड़क से लेकर हवाई मार्ग तक प्रभावित है।
शनिवार और रविवार को दिन 10 घंटे 18 मिनट और रात 13 घंटे 42 मिनट की रहेगी। हालांकि मौसम विभाग साल का सबसे छोटा दिन रविवार को बता रहा है, लेकिन शनिवार और रविवार को दिन और रात का समय एक ही रहेगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित चन्द्रमोहन दाधीच के अनुसार सबसे छोटे दिन के बाद सूर्य का उत्तरायण होना शुरू हो जाता है। इससे दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती हैं। 21 मार्च और 23 सितम्बर को दिन और रात बराबर होते हैं।
उत्तरायण उन्होंने बताया कि 21 जून को दक्षिणी ध्रुव सूर्य से सबसे अधिक दूर रहेगा इसीलिए यह दिन साल का सबसे बड़ा दिन रहेगा। साल में छोटे और बड़े दिन की मुख्य वजह हर रोज सूर्य उदय और सूर्यास्त में कुछ सैकण्ड का अंतर आता है और यही वक्त साल में 21 दिसम्बर को सबसे छोटे दिन और लंबी रात के रूप में मानते हैं।
कोहरे में छिपा सूरज
गुलाबी नगर में शनिवार को दिसम्बर की सर्दी का अहसास हुआ। शहर कोहरे की चादर में लिपटा हुआ है। धूप निकलना तो दूर सूरज ने दर्शन तक नहीं दिए।
अचानक बढ़ी सर्दी ने हर किसी की दिनचर्या बिगाड़ कर रख दी है। सबसे ज्यादा परेशानी हुई स्कूल जाने वाले बच्चों को। श्वांस सम्बन्धी रोग से पीडित लोग भी बेहद परेशान रहे। बात ट्रैफिक की करें तो सड़क से लेकर हवाई मार्ग तक प्रभावित है।
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