जयपुर। राजस्थान में रिकार्ड जीत के साथ सत्ता में वापसी कर मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुकीं वसुंधरा राजे के मंत्रिमंडल का गठन दो दिन बाद ही होगा। कौनसे नेता की मुट्ठी में क्या (विभागीय जिम्मेदारी) यह सवाल अब सर्खियों में हैं। सूत्रों ने बताया कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के शनिवार को शपथ लेने के बाद पार्टी आलाकमान छत्तीसगढ़ एवं राजस्थान के मंत्रिमंडल के बारे में भी विचार विमर्श कर निर्णय लेगा।
भाजपा आलाकमान का मानना है कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तीनों राज्यों का मंत्रिमंडल बनाया जाए ताकि चुनाव में पार्टी को लाभ मिल सके। छत्तीसगढ़ में रमनसिंह के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राजस्थान में भी राजे ने अकेले ही शपथ ली है। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान भी शनिवार को अकेले ही शपथ लेंगे। इसके बाद तीनों राज्यों के मंत्रियों के बारे में फैसला होगा।
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही हैं कि सीएम की कुर्सी पर बैठने जा रही वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री पद के साथ अपने पास 5 महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी रखेंगी। सूत्रों की मानें तो भाजपा विधायक दल की नेता वसुंधरा राजे सीएम पद के साथ वित्त, कार्मिक, सामान्य प्रशासन, बिजली, पर्यटन की जिम्मेदारी संभालेंगी।
एक दर्जन मंत्रियों की सूची तैयार
सूत्रों के अनुसार संघ और भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मंथन के बाद राजे ने करीब एक दर्जन मंत्रियों की सूची तैयार कर ली है। इसमें प्रदेश के प्रमुख नेताओं को पहले दौर में मंत्री पद की शपथ दिलाए जाने की तैयारी है। शेषको लोकसभा चुनाव के बाद ही पद पर बैठाने का निर्णय किया गया है। माना जा रहा है कि प्रथम मंत्रिमंडल में राजे सभी जातियों को प्रतिनिधित्व देने का प्रयास कर रही हैं। तिवाड़ी को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है।
इन नामों, विभागों पर चर्चा
वसुंधरा राजे- सीएम पद के साथ वित्त, कार्मिक, सामान्य प्रशासन, बिजली, पर्यटन की जिम्मेदारी।
गुलाबचंद कटारिया- गृह, नागरिक सुरक्षा
कैलाश मेघवाल- सामाजिक न्याय
नरपतसिंह राजवी- उद्योग या चिकित्सा
अरूण चतुर्वेदी व वासुदेव देवनानी- समस्त शिक्षा
कालूलाल गुर्जर- ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज
नंदलाल मीणा - जनजाति विकास
सांवरलाल जाट- जलदाय
प्रभुलाल सैनी- कृषि मंत्री
प्रतापसिंह सिंघवी- स्वायत्तशासन एवं नगरीय विकास
भाजपा आलाकमान का मानना है कि आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तीनों राज्यों का मंत्रिमंडल बनाया जाए ताकि चुनाव में पार्टी को लाभ मिल सके। छत्तीसगढ़ में रमनसिंह के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राजस्थान में भी राजे ने अकेले ही शपथ ली है। मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह चौहान भी शनिवार को अकेले ही शपथ लेंगे। इसके बाद तीनों राज्यों के मंत्रियों के बारे में फैसला होगा।
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही हैं कि सीएम की कुर्सी पर बैठने जा रही वसुंधरा राजे मुख्यमंत्री पद के साथ अपने पास 5 महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी रखेंगी। सूत्रों की मानें तो भाजपा विधायक दल की नेता वसुंधरा राजे सीएम पद के साथ वित्त, कार्मिक, सामान्य प्रशासन, बिजली, पर्यटन की जिम्मेदारी संभालेंगी।
एक दर्जन मंत्रियों की सूची तैयार
सूत्रों के अनुसार संघ और भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मंथन के बाद राजे ने करीब एक दर्जन मंत्रियों की सूची तैयार कर ली है। इसमें प्रदेश के प्रमुख नेताओं को पहले दौर में मंत्री पद की शपथ दिलाए जाने की तैयारी है। शेषको लोकसभा चुनाव के बाद ही पद पर बैठाने का निर्णय किया गया है। माना जा रहा है कि प्रथम मंत्रिमंडल में राजे सभी जातियों को प्रतिनिधित्व देने का प्रयास कर रही हैं। तिवाड़ी को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है।
इन नामों, विभागों पर चर्चा
वसुंधरा राजे- सीएम पद के साथ वित्त, कार्मिक, सामान्य प्रशासन, बिजली, पर्यटन की जिम्मेदारी।
गुलाबचंद कटारिया- गृह, नागरिक सुरक्षा
कैलाश मेघवाल- सामाजिक न्याय
नरपतसिंह राजवी- उद्योग या चिकित्सा
अरूण चतुर्वेदी व वासुदेव देवनानी- समस्त शिक्षा
कालूलाल गुर्जर- ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज
नंदलाल मीणा - जनजाति विकास
सांवरलाल जाट- जलदाय
प्रभुलाल सैनी- कृषि मंत्री
प्रतापसिंह सिंघवी- स्वायत्तशासन एवं नगरीय विकास
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