अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के विधि विभाग के चेयरमैन प्रो. मो.शब्बीर को कश्मीरी छात्रा के यौन शोषण के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। वीमेंस सेल की संस्तुति पर मो. शब्बीर को प्रथमदृष्टया आरोपी मानते हुए कार्यवाहक कुलपति वीसी मोहम्मद खालिद आजम द्वारा गुरूवार को यहां प्रो. मो. शब्बीर को निलम्बित करके जांच समिति गठित कर दी गई।
ज्ञातव्य है कि प्रो. मो. शब्बीर के खिलाफ 21 फरवरी 2005 को अमेरिकी शोध छात्रा द्वारा शिकायत करने पर उन्हें निलम्बित किया गया था। मो. शब्बीर के विरूद्ध सिविल लाइन्स थाने में भारतीय दंड संहित की धारा 509, 354 ए, 354 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार यह घटना मंगलवार की दोपहर तीन बजे की बताई गई है।
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार एलएलएम प्रथम वर्ष की कश्मीरी छात्रा 02 दिसम्बर को छात्र-छात्राओं के चल रहे साक्षात्कार के दौरान पीडित छात्रा के प्रोजेक्ट पेपर की तारीफ करते हुए प्रो. शब्बीर ने उसे जनरल में छपवाने का वायदा किया था। पेपर में कुछ खामियां बताकर सुधार के बहाने उसे चेम्बर में आने को कहा।
अगले दिन प्रोफेसर ने गार्ड के जरिए छात्रा को अपने चेम्बर में बुलाया और उसका यौन उत्पीड़न किया। छात्रा ने बुधवार को विधि संकाय के डीन इकबाल अली खां से शिकायत की। वीमेंस सेल की बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर प्रोफेसर को निलंबित किया गया। प्रो. शब्बीर का कार्यकाल 16 मई 2014 को समाप्त हो रहा है।
ज्ञातव्य है कि प्रो. मो. शब्बीर के खिलाफ 21 फरवरी 2005 को अमेरिकी शोध छात्रा द्वारा शिकायत करने पर उन्हें निलम्बित किया गया था। मो. शब्बीर के विरूद्ध सिविल लाइन्स थाने में भारतीय दंड संहित की धारा 509, 354 ए, 354 के तहत रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस द्वारा जांच शुरू कर दी गई है। जानकारी के अनुसार यह घटना मंगलवार की दोपहर तीन बजे की बताई गई है।
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार एलएलएम प्रथम वर्ष की कश्मीरी छात्रा 02 दिसम्बर को छात्र-छात्राओं के चल रहे साक्षात्कार के दौरान पीडित छात्रा के प्रोजेक्ट पेपर की तारीफ करते हुए प्रो. शब्बीर ने उसे जनरल में छपवाने का वायदा किया था। पेपर में कुछ खामियां बताकर सुधार के बहाने उसे चेम्बर में आने को कहा।
अगले दिन प्रोफेसर ने गार्ड के जरिए छात्रा को अपने चेम्बर में बुलाया और उसका यौन उत्पीड़न किया। छात्रा ने बुधवार को विधि संकाय के डीन इकबाल अली खां से शिकायत की। वीमेंस सेल की बैठक में लिए गए निर्णय के आधार पर प्रोफेसर को निलंबित किया गया। प्रो. शब्बीर का कार्यकाल 16 मई 2014 को समाप्त हो रहा है।
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