शुक्रवार, 27 दिसंबर 2013

गुजरात दंगों पर नरेंद्र मोदी ने पहली बार दुख जताया

अदालत से क्लीनचिट मिलने के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि किसी भी समाज, राज्य या देश का भविष्य सौहार्दता पर निर्भर है, यह एकमात्र ऐसा स्तम्भ है जिस पर प्रगति एवं समृद्धि का निर्माण हो सकता है।Image Loading

मोदी ने कहा कि गुरुवार के फैसले से उस अप्रत्याशित जांच की प्रक्रिया समाप्त हुई जो उच्चतम न्यायालय की निगरानी में चल रही थी। मैं अब मुक्त और शांतचित्त महसूस कर रहा हूं।

मोदी ने गुजरात दंगे पर कहा कि मैं अंदर से हिल गया था। दुख, उदासी, कष्ट, पीड़ा, वेदना, संताप जैसे शब्द उसी खालीपन को नहीं भर सकते है जो किसी ने इतनी बड़ी अमानवीयता देखकर महसूस की।

मोदी ने कहा कि किसी भी अन्य व्यक्ति, समाज, राज्य या राष्ट्र के जीवन में ऐसे क्रूर दुर्भाग्यपूर्ण दिन फिर कभी नहीं आए।

मोदी ने आगे कहा कि क्या आप कल्पना कर सकते कि जिन घटनाओं ने आपको अंदर से चकनाचूर कर दिया हो, उन हर घटना के लिए जिम्मेदार ठहराये जाने पर आपके अंदर कैसा तूफान उठा होगा और आपको कैसा झटका लगा होगा।

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