चित्तौड़गढ़। राजस्थान के एक सरकारी दफ्तर में रिश्वत की खुली लूट मचाने वाले तीन कर्मचारी शुक्रवार को रंगे हाथों धरे गए। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो(एसीबी) की कार्रवाई में उन्हें रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया।
मामला चित्तौड़गढ़ के कीरखेड़ा कृçष्ा(एग्रीकल्चर) विपणन बोर्ड के दफ्तर का है। यहां एक ठेकेदार के बकाया बिल के भुगतान के एवज में अधिशाषी अभियंता, कनिष्ठ अभियंता और बाबू ने करीब 21000 रूपए की रिश्वत ली,लेकिन एसीबी की कार्रवाई में तीनों रंगे हाथों पकड़े गए।
जानकारी के अनुसार कृçष्ा(एग्रीकल्चर) विपणन बोर्ड के इस दफ्तर से में अधिशाषी अभियंता रामस्वरूप कुम्हार ने 3200 रूपए, कनिष्ठ अभियंता दिनेश ने 15000 रूपए और वरिष्ठ लिपिक सम्पत सिंह लौढ़ा ने 3000 रूपए की रिश्वत ली।
एसीबी की टीम ने एएसपी भूपेंद्र सिंह चूंडावत के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम देते हुए तीनों को गिरफ्तार कर लिया। चूंडावत के अनुसार कृषि विपरण बोर्ड के लिए काम करने वाले एक ठेकेदार ने बिल पास करने के एवज में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायत के सत्यापन के बाद शुक्रवार को आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
मामला चित्तौड़गढ़ के कीरखेड़ा कृçष्ा(एग्रीकल्चर) विपणन बोर्ड के दफ्तर का है। यहां एक ठेकेदार के बकाया बिल के भुगतान के एवज में अधिशाषी अभियंता, कनिष्ठ अभियंता और बाबू ने करीब 21000 रूपए की रिश्वत ली,लेकिन एसीबी की कार्रवाई में तीनों रंगे हाथों पकड़े गए।
जानकारी के अनुसार कृçष्ा(एग्रीकल्चर) विपणन बोर्ड के इस दफ्तर से में अधिशाषी अभियंता रामस्वरूप कुम्हार ने 3200 रूपए, कनिष्ठ अभियंता दिनेश ने 15000 रूपए और वरिष्ठ लिपिक सम्पत सिंह लौढ़ा ने 3000 रूपए की रिश्वत ली।
एसीबी की टीम ने एएसपी भूपेंद्र सिंह चूंडावत के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम देते हुए तीनों को गिरफ्तार कर लिया। चूंडावत के अनुसार कृषि विपरण बोर्ड के लिए काम करने वाले एक ठेकेदार ने बिल पास करने के एवज में रिश्वत मांगे जाने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। शिकायत के सत्यापन के बाद शुक्रवार को आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
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