शुक्रवार, 27 दिसंबर 2013

कालका एक्सप्रेस के जनरल कोच में लावारिश मिली 11 माह की बच्ची

कालका एक्सप्रेस के जनरल कोच में लावारिश मिली 11 माह की बच्ची


मेड़ता रोड
बाड़मेर से जोधपुर होकर मेड़ता पहुंची कालका एक्सप्रेस के जनरल कोच में गुरुवार को ग्यारह माह की एक बच्ची मिली। रेलवे प्रशासन, आरपीएफ, जीआरपी ने यहां के राजकीय अस्पताल में इस बच्ची का स्वास्थ्य परीक्षण भी करवाया गया। बाद में उसे जोधपुर भेज दिया गया।
रेल सूत्रों के अनुसार गुरुवार दोपहर एक बजे कालका एक्सप्रेस मेड़ता रोड रुकने के बाद जैसे ही रवाना हुई, तो कोच संख्या १३४४० के यात्रियों ने सूचना दी कि कोच में एक बालिका रो रही है। उसके साथ कोई नहीं है। ट्रेन रोकी गई। आरपीएफ के महिला बलकर्मी श्रीमती मैना चौधरी, गोविंद गुर्जर, स्टेशन मास्टर पन्नेसिंह मेड़तिया मौके पर पहुंचे। बालिका को गोद में लेकर नीचे उतारा गया। कोच के यात्रियों ने संवाददाता को बताया कि जोधपुर में एक महिला इस बालिका को लेटाकर गई थी। पास में एक पानी की बोतल रखी थी। वहां से ट्रेन रवाना हो गई, लेकिन वह औरत नहीं लौटी। इस पर मेड़ता रोड में रेल प्रशासन को सूचना दी गई। इस बच्ची को मेड़ता के राजकीय अस्पताल ले गए। वहां चिकित्सक राजकुमार डिडेल ने उसकी जांच की। बालिका की उम्र करीब 10-11 माह, वजन सात किलो है।
करीब दो घंटे बाद बच्ची जीआरपी को सुपुर्द कर दी गई। वहां से उसे दोपहर बाद वाराणसी-जोधपुर ट्रेन में जीआरपी की महिला बलकर्मी शीतल विश्नोई के साथ बालगृह जोधपुर के लिए रवाना किया गया। जीआरपी जोधपुर सहित अन्य स्टेशनों पर जानकारी भेज कर इस बच्ची के माता-पिता की भी तलाश कर रही है।
सांवले रंग की इस बच्ची के गले में ओम बन्ना का फोटो युक्त फुलडिय़ा, एक अंगूठी, छोटा चाकू आदि पहना हुआ है। उसने हरे रंग का गर्म सूट, पिंक कलर की फ्रॉक पहनी हुई है। पैरों में मौजे भी थे। दो तरह के कयास लगाए जा रहे हैं कि या तो बच्ची की मां किसी काम से जोधपुर स्टेशन पर उतरी होगी और ट्रेन रवाना हो गई होगी या जान बूझ कर बच्ची को छोड़ गई होगी।

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