शनिवार, 16 नवंबर 2013

वह चाह कर भी नहीं कर सकती सेक्स

लंदन। जैकी बेक एक खूबसूरत लड़की हैं, उन्हें हंसना-हंसाना बेहद पसंद है और वह काफी चुलबुली हैं। लेकिन 17 वर्षीय जेकी की वैजाइना (योनी) नहीं है। यह बात उन्हें पैदा होने 17 साल बाद पता चली है। यह दुर्लभ बीमारी प्रजनन सिस्टम पर असर डालती है। इस सिंड्रोम से पीडित महिला के शरीर में गर्भाशय, गर्भाशय ग्रीवा और वैजाइना द्वार नहीं होता।
जांच में खुलासा हुआ कि जहां उनका वैजाइना होना चाहिए, वहां सिर्फ एक छिद्र है। इसका मतलब यह कि वह सेक्स नहीं कर सकती और न ही वह किसी बच्चे को जन्म दे सकती है। इंग्लैंड में रहने वाली मिस बेक ने स्वीकार किया कि जब पहली बार उन्हें इस बारे में पता चला, तो वह पागल जैसा महसूस कर रही थीं।

एक न्यूज वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में जेकी ने कहा कि मैंने कभी भी खुद को दूसरी महिलाओं से अलग नहीं समझा था। मुझे यकीन नहीं हो रहा कि मेरे शरीर में वैजाइना नहीं है।

वह कहती हैं कि मुझे यकीन था कि डॉक्टरों को कोई गलतफहमी हुई है, लेकिन जब उन्होंने बताया कि मेरी माहवारी शुरू नहीं होने की वजह यही है तो मुझे उनपर यकीन हुआ। मैं कभी भी बच्चे पैदा नहीं कर पाऊंगी और शायद बिना सर्जरी के सेक्स भी न कर पाऊं।

गौरतलब है कि ब्रिटेन में 5,000 में एक महिला एमआरकेएच से पीडित है। अधिकतर को इसके बारे में तब तक मालूम नहीं होता, जब तक कि उनकी माहवारी शुरू होने की उम्र नहीं आती। कुछ महिलाओं को संभोग करने के दौरान इसका पता चलता है। इलाज के लिए जेकी को लंदन के क्वीन शेर्लोट एंड चेलेसा हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। जहां इस कंडीशन का संभव इलाज किया जाता है।

जेकी ने कहा कि मेरी इस समस्या से डॉक्टर भी दुखी हैं। मुझे नहीं मालूम था कि प्रजनन, गर्भवती होना और माहवारी आना इतना जरूरी होता है। इन सबकी अब मेरी जिंदगी में कोई अहमियत नहीं रह गई है। मुझे काफी गुस्सा भी आता है और ऎसा लगता है कि मैं एक अधूरी महिला हूं।

अब तक जेकी ने कभी भी किसी पुरूष के साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश नहीं की थी। इसलिए उन्हें इस समस्या के बारे में पता नहीं चला। जब जेकी ने शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास किया तब उन्हें अपने शरीर में किसी गड़बड़ी का अहसास हुआ।

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