उदयपुर। रेप के आरोपी नारायण साईं की सेविका गंगा को उदयपुर पुलिस ने शुक्रवार को सूरत पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
गंगा 6 अक्टूबर से फरार चल रही थी। गंगा को धर्मिष्ठा नाम से भी जाना जाता है। नारायण साईं पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली सूरत की महिला ने आरोप लगाया था कि गंगा आसाराम के बेटे को लड़कियां सप्लाई करती थी। वह लड़कियों को नारायण साईं के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर करती थी।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार महिला गंगा उर्फ धर्मिषा झारखंड जिले की रहने वाली है। यह महिला पिछले 15 दिनों से सुखेर थाना क्षेत्र के रामा गांव में शंकर प्रजापति के यहां किराये के मकान में रह रही थी। मकान मालिक को इस महिला पर शंका होने पर उसने पुलिस को इसकी सूचना दी।
पुलिस ने महिला के बारे में गुजरात पुलिस से संपर्क करने पर पता चला कि गंगा नारायण साई का साथ देने के आरोप में सूरत में वांछित है। उदयपुर पुलिस ने गंगा को शुक्रवार को सूरत पुलिस के सुपुर्द कर दिया। गंगा को गुरूवार रात गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार आरोपी महिला का पति प्रमोद कुमार सूरत में ही व्यापार करता है।
उल्लेखनीय है कि सूरत में नारायण साईं के खिलाफ महिला ने बलात्कार का आरोप लगाया था। केस दर्ज होने के बाद से नारायण साईं फरार है।
मोनिका अग्रवाल भी बन गई थी दलाल
शादीशुदा महिला से बलात्कार के मामले में आरोपी नारायण साई के बारे में एक और खुलासा हुआ था। साई के पूर्व पीए महेंद्र चावला ने बताया था कि कि मोनिका अग्रवाल नाम की एक महिला साई की जिस्मानी भूख को शांत करने के लिए लड़कियां लाती थी।
पुलिस कमिश्नर ने भी किया "मोनिका" का जिक्र
चावला के मुताबिक मोनिका दिल्ली की रहने वाली है। वह नारायण साई के लिए आसाराम के आश्रम में लड़कियां लाती थी। सूरत के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने एक प्रेस कांफ्रेस में मोनिका का जिक्र किया था। हालांकि अस्थाना का कहना है कि सूरत पुलिस के समक्ष दर्ज कराई गई एफआईआर में मोनिका का नाम नहीं है, इसलिए पुलिस ने उससे पूछताछ की जरूरत नहीं समझी।
मोनिका से भी होगी पूछताछ!
बकौल अस्थाना अगर आगे की जांच में जरूरत महसूस हुई तो मोनिका से पूछताछ की जाएगी। नारायण साईं के करीबी मोहित भोजवानी के सेलफोन के व्हाट्स एप संदेशों की सूची में भी मोनिका का नाम था। एक एप्स मैसेज में मोहित लिखता है मोनिका,भेजा हुआ माल मिल गया हो तो राम राम,नहीं मिला है तो हरि-हरि। इस मैसेज से साफ है कि दोनों कोड लैंग्वेज में बात कर रहे थे। मोनिका अभी तक गुजरात पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुई है।
गंगा 6 अक्टूबर से फरार चल रही थी। गंगा को धर्मिष्ठा नाम से भी जाना जाता है। नारायण साईं पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली सूरत की महिला ने आरोप लगाया था कि गंगा आसाराम के बेटे को लड़कियां सप्लाई करती थी। वह लड़कियों को नारायण साईं के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर करती थी।
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार महिला गंगा उर्फ धर्मिषा झारखंड जिले की रहने वाली है। यह महिला पिछले 15 दिनों से सुखेर थाना क्षेत्र के रामा गांव में शंकर प्रजापति के यहां किराये के मकान में रह रही थी। मकान मालिक को इस महिला पर शंका होने पर उसने पुलिस को इसकी सूचना दी।
पुलिस ने महिला के बारे में गुजरात पुलिस से संपर्क करने पर पता चला कि गंगा नारायण साई का साथ देने के आरोप में सूरत में वांछित है। उदयपुर पुलिस ने गंगा को शुक्रवार को सूरत पुलिस के सुपुर्द कर दिया। गंगा को गुरूवार रात गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के अनुसार आरोपी महिला का पति प्रमोद कुमार सूरत में ही व्यापार करता है।
उल्लेखनीय है कि सूरत में नारायण साईं के खिलाफ महिला ने बलात्कार का आरोप लगाया था। केस दर्ज होने के बाद से नारायण साईं फरार है।
मोनिका अग्रवाल भी बन गई थी दलाल
शादीशुदा महिला से बलात्कार के मामले में आरोपी नारायण साई के बारे में एक और खुलासा हुआ था। साई के पूर्व पीए महेंद्र चावला ने बताया था कि कि मोनिका अग्रवाल नाम की एक महिला साई की जिस्मानी भूख को शांत करने के लिए लड़कियां लाती थी।
पुलिस कमिश्नर ने भी किया "मोनिका" का जिक्र
चावला के मुताबिक मोनिका दिल्ली की रहने वाली है। वह नारायण साई के लिए आसाराम के आश्रम में लड़कियां लाती थी। सूरत के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने एक प्रेस कांफ्रेस में मोनिका का जिक्र किया था। हालांकि अस्थाना का कहना है कि सूरत पुलिस के समक्ष दर्ज कराई गई एफआईआर में मोनिका का नाम नहीं है, इसलिए पुलिस ने उससे पूछताछ की जरूरत नहीं समझी।
मोनिका से भी होगी पूछताछ!
बकौल अस्थाना अगर आगे की जांच में जरूरत महसूस हुई तो मोनिका से पूछताछ की जाएगी। नारायण साईं के करीबी मोहित भोजवानी के सेलफोन के व्हाट्स एप संदेशों की सूची में भी मोनिका का नाम था। एक एप्स मैसेज में मोहित लिखता है मोनिका,भेजा हुआ माल मिल गया हो तो राम राम,नहीं मिला है तो हरि-हरि। इस मैसेज से साफ है कि दोनों कोड लैंग्वेज में बात कर रहे थे। मोनिका अभी तक गुजरात पुलिस के समक्ष पेश नहीं हुई है।
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