लंदन, एजेंसी। एक लड़की रात के अंधेरे में धूल भरे रास्ते के किनारे खड़ी लड़की खोई हुई सी और पूरी तरह अकेली थी। सुबह के 1:30 बजे 11 साल की लैला वहां से गुजरने वाले किसी ट्रक ड्राइवर के साथ अपना सौदा करना चाहती थी। उसने बताया, ‘जब उसका काम हो जाएगा तो वो मुझे गाड़ी के बाहर फेंक देगा। मैं एक वक्त के 10 पाउंड्स लेती हूं।’
प्राप्त खबरों के अनुसार ब्रिटिश पत्रकार मैट रोपर खबर की तलाश में ब्राजील में घूम रहे थे, जहां उन्होंने रात में सुनसान सड़क के किनारे लैला को देखा। जब उन्होंने उससे बात की तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। बाद में उन्होंने इसकी पूरी जांच-पड़ताल करने का फैसला किया। रोपर का कहना है कि ‘मैं कुछ चौंका देने वाली खबर की उम्मीद कर रहा था। कुछ ऐसा जो सबको हैरत में डाल दे, लेकिन जो हुआ वैसा नहीं सोचा था।’
रोपर ने कहा कि लैला ब्राजील की उन हजारों लड़कियों में से एक है, जिन्हें हाईवे नंबर 116 पर हर 10 मील की दूरी पर सेक्स के लिए बेच दिया जाता है। सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि परिवार वाले ही अपनी बच्चियों से वेश्यावृत्ति करवाते हैं। यहां ग्राहक सिर्फ 8 पाउंड देकर बच्चियों के साथ सेक्स कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘हर एक कहानी पहले से ज्यादा दर्दनाक और भयानक थी। सभी लड़कियां पूरी तरह से अकेली और असुरक्षित थीं। मेरा दिल टूट गया। बाद में मेरे हाथ ब्राजील सरकार की एक ऐसी रिपोर्ट लगी जिसमें सड़क किनारे ऐसी 262 जगहों की पहचान की गई थी, जहां हर 10 मील पर सेक्स के लिए बच्चों को बेचा जाता है। मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि इतने लंबे वक्त तक यह भयानक दास्तां दुनिया की नजरों से कैसे छिपी रही।
बच्चों की काउंसलर रीटा मार्क्यूस की मदद से रोपर उन लड़कियों तक पहुंचे। उन्होंने बताया कि सबसे दर्दनाक कहानी एक 16 साल की बच्ची मारा की थी, जो अपनी मां और दो भाइयों के साथ रह रही थी। जब वह 11 साल की थी तो उनके मकान मालिक जोनास ने उसके शरीर का सौदा करना शुरू कर दिया। वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि जब बच्ची की मां काम पर जाया करती थी तो वो उसे खाना देता था। उसने लड़की के साथ बलात्कार भी किया, जिससे वो प्रेग्नेंट हो गई। जोनास ने उसे हैंगर के जरिए बच्चा गिराने के लिए मजबूर किया और फिर उसे लहूलुहान हालत में छोड़ दिया। लड़की को ड्रग्स की लत लग गई और अब स्थानीय गैंगस्टर्स उसके दलाल बन गए हैं।
ऐसी ही एक अन्य लड़की मारियाना थी। जब वह 13 साल की थी तो खुद उसकी मां उसे सड़क किनारे छोड़ने जाती थी। कई बार तो उसके माता-पिता ग्राहक से पैसों के बारे में बातचीत करते थे। अगर मारियाना ग्राहकों को आकर्षित करने में विफल रहती तो उसकी पिटाई होती थी। वेश्यावृत्ति के प्रति ब्राजील के ढुलमुल रवैये की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी निंदा की गई है। यूनिसेफ का अनुमान है कि पूरे ब्राजील में करीब 250,000 बच्चों से वेश्यावृत्ति कराई जाती है। रोपर ने एक संस्था बनाई है, जहां उन लड़कियों को आश्रय दिया जाता है जिन्हें जबरन वेश्यावृत्ति में धकेल दिया जाता है।
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