फरीदाबाद। दहेज लोभी एक परिवार ने अपनी बहू के साथ अपराध की हदें लांघ दी, जेठ उसके पति की मौजूदगी में उसके साथ रेप करता और पति बाहर बैठकर पहरा देता। यह सब तब तक चलता रहा जब तक की बहू को निकल भागने का मौका न मिला।
दहेज के लालचियों की प्रताडना का शिकार बनी इस विवाहिता ने पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया कि उसके जेठ ने कई बार उसके साथ रेप किया। इस साजिश में ससुराल के अन्य लोग भी शामिल थे। सेक्टर 23 में रहने वाली इस पीडिता ने अपनी दर्द भरी दास्तां बया करते हुए बताया कि संजय कॉलोनी में रहने वाले रवि वर्मा को वह लगभग दो साल से जानती थी। रवि ने उससे मेलजोल बढ़ाया तथा जुलाई 2013 में एक मंदिर में उसके साथ शादी रचाई। बाद में यह शादी कोर्ट में रजिस्टर्ड भी करा ली।
वह अपने वैवाहिक जीवन की शुरूआत भी ढंग से नहीं कर पाई थी कि एक दिन जब वह अपने कमरे में अकेली थी तो तो अविवाहित जेठ अरूण वर्मा ने उसके साथ रेप किया। तब उसका पति रवि घर में ही मौजूद था। सास मानसी और ससुर किशन वर्मा भी कमरे का दरवाजा बंद कर बाहर खड़े थे। सभी अरूण की करतूत को जानबूझकर समर्थन दे रहे थे।
पीडिता का कहना है कि ससुराल वाले उससे पांच लाख रूपए पीहर से लाने की मांग करते थे तथा उसे कमरे में बंद रख जाता था। इस दौरान जेठ ने कई बार उसके साथ बलात्कार किया। विरोध करने पर सब उसकी पिटाई करते थे। मौका पाकर बीते 7 अक्टूबर को वह घर से भाग निकली तथा सूरजकुड मार्ग पर एक सिद्धदाता आश्रम में पहुंच गई। करीब छह दिन तक आश्रम में रही, बाद में मायके वाले उसे आकर ले गए। अब ससुराल वाले उसे व उसके परिवार वालों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
दहेज के लालचियों की प्रताडना का शिकार बनी इस विवाहिता ने पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया कि उसके जेठ ने कई बार उसके साथ रेप किया। इस साजिश में ससुराल के अन्य लोग भी शामिल थे। सेक्टर 23 में रहने वाली इस पीडिता ने अपनी दर्द भरी दास्तां बया करते हुए बताया कि संजय कॉलोनी में रहने वाले रवि वर्मा को वह लगभग दो साल से जानती थी। रवि ने उससे मेलजोल बढ़ाया तथा जुलाई 2013 में एक मंदिर में उसके साथ शादी रचाई। बाद में यह शादी कोर्ट में रजिस्टर्ड भी करा ली।
वह अपने वैवाहिक जीवन की शुरूआत भी ढंग से नहीं कर पाई थी कि एक दिन जब वह अपने कमरे में अकेली थी तो तो अविवाहित जेठ अरूण वर्मा ने उसके साथ रेप किया। तब उसका पति रवि घर में ही मौजूद था। सास मानसी और ससुर किशन वर्मा भी कमरे का दरवाजा बंद कर बाहर खड़े थे। सभी अरूण की करतूत को जानबूझकर समर्थन दे रहे थे।
पीडिता का कहना है कि ससुराल वाले उससे पांच लाख रूपए पीहर से लाने की मांग करते थे तथा उसे कमरे में बंद रख जाता था। इस दौरान जेठ ने कई बार उसके साथ बलात्कार किया। विरोध करने पर सब उसकी पिटाई करते थे। मौका पाकर बीते 7 अक्टूबर को वह घर से भाग निकली तथा सूरजकुड मार्ग पर एक सिद्धदाता आश्रम में पहुंच गई। करीब छह दिन तक आश्रम में रही, बाद में मायके वाले उसे आकर ले गए। अब ससुराल वाले उसे व उसके परिवार वालों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
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