मचिंजी। मेल कंडोम की तुलना में फीमेल कंडोम बहुत कम इस्तेमाल किए जाते हैं। साथ ही फीमेल कंडोम की बिक्री भी मेल कंडोम से कम है। इसकी वजह से फीमेल कंडोम इस्तेमाल करने से पहले ही एक्सपायर हो जाते हैं। साउथ अफ्रिका के मालवा देश में स्वास्थय विभाग द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। यह मामला स्वास्थय विभाग के लिए चिंता का विषय बना हुआ है कि कैसे महिलाएं ज्यादा से ज्यादा फीमेल कंडोम का इस्तेमाल करेंगी।
स्वास्थय विभाग का कहना है कि महिलाएं फीमेल कंडोम को पसंद नहीं करती। वे मेल कंडोम को ही तवज्जों देती हैं। स्वास्थय अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए यह जरूरी है कि महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा फीमेल कंडोम के बारे जागरूक किया जाना चाहिए। विभाग का कहना है कि ना केवल शादीशुदा महिलाएं बल्की प्रोफेशनल सेक्स वर्कर भी इसका इस्तेमाल नहीं करती। इसके लिए विभाग ने कई प्रोग्राम भी शुरू किए हैं। ऎसे ही एक प्रोग्राम में सेक्स वर्कर्स को जागरूक करने के लिए एक सेक्स वर्कर नहीं बताया कि वे लोग मेल कंडोम को तवज्जों देती हैं क्योंकि फीमेल कंडोम को इस्तेमाल करने में दिक्कत होती है। साथ ही उसने बताया कि हो सकता है कि यह दिक्कत शादीशुदा महिलाओं के साथ भी हो लेकिन फीमेल कंडोम को योनी के अंदर डालने में दिक्कत होती है। फीमेल कंडोम कम इस्तेमाल करने की एक दूसरी वजह यह भी है कि फीमेल कंडोम मेल कंडोम से महंगे होते हैं। फीमेल कंडोम से सेक्स के वक्त आवाज पैदा होती है। फीमेल कंडोम के फटने और लीक करने के मेल कंडोम से ज्यादा संभावना होती है।
स्वास्थय विभाग का कहना है कि अभी कई तरह के प्रोग्राम शुरू करने के बाद स्थिती में थोड़ा सुधार आया है। विभाग ट्रक ड्राइवर और सेक्स वर्करों को इसके इस्तेमाल के लिए जागरूक कर रही है।
स्वास्थय विभाग का कहना है कि महिलाएं फीमेल कंडोम को पसंद नहीं करती। वे मेल कंडोम को ही तवज्जों देती हैं। स्वास्थय अधिकारियों का कहना है कि इसके लिए यह जरूरी है कि महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा फीमेल कंडोम के बारे जागरूक किया जाना चाहिए। विभाग का कहना है कि ना केवल शादीशुदा महिलाएं बल्की प्रोफेशनल सेक्स वर्कर भी इसका इस्तेमाल नहीं करती। इसके लिए विभाग ने कई प्रोग्राम भी शुरू किए हैं। ऎसे ही एक प्रोग्राम में सेक्स वर्कर्स को जागरूक करने के लिए एक सेक्स वर्कर नहीं बताया कि वे लोग मेल कंडोम को तवज्जों देती हैं क्योंकि फीमेल कंडोम को इस्तेमाल करने में दिक्कत होती है। साथ ही उसने बताया कि हो सकता है कि यह दिक्कत शादीशुदा महिलाओं के साथ भी हो लेकिन फीमेल कंडोम को योनी के अंदर डालने में दिक्कत होती है। फीमेल कंडोम कम इस्तेमाल करने की एक दूसरी वजह यह भी है कि फीमेल कंडोम मेल कंडोम से महंगे होते हैं। फीमेल कंडोम से सेक्स के वक्त आवाज पैदा होती है। फीमेल कंडोम के फटने और लीक करने के मेल कंडोम से ज्यादा संभावना होती है।
स्वास्थय विभाग का कहना है कि अभी कई तरह के प्रोग्राम शुरू करने के बाद स्थिती में थोड़ा सुधार आया है। विभाग ट्रक ड्राइवर और सेक्स वर्करों को इसके इस्तेमाल के लिए जागरूक कर रही है।
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