शनिवार, 23 नवंबर 2013

हार का बदला लेने के लिए सीपीएम नेता की भतीजी को कोठे पर बेचा

नई दिल्ली
यह घटना राजनीति और समाज के पतन का उदाहरण है। पश्चिम बंगाल में सीपीएम और तृणमूल कांग्रेस की सियासी रंजिश की भारी कीमत एक नाबालिग बच्ची को चुकानी पड़ी। पंचायत चुनाव में हार का बदला लेने के लिए तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता के बेटे ने सीपीएम नेता की 14 वर्षीय भतीजी का अपहरण कर उसे दिल्ली में जीबी रोड स्थित कोठे पर बेच दिया। दो महीने की कैद के बाद लड़की रिहा करा ली गई है और तृणमूल कांग्रेस नेता के बेटे के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है। दो महिलाओं समेत तीन मुलजिमों को गिरफ्तार किया गया है।
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जीबी रोड स्थित कोठों पर नाबालिगों के बेचे जाने को रोक पाने में नाकाम बीट के सात पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। डीसीपी आलोक कुमार ने सब इंस्पेक्टर, हवलदार और पांच सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं।

कमला मार्केट पुलिस ने शास्त्री पार्क इलाके से नाबालिग लड़की बरामद की। उसने पुलिस को बताया कि दो महीने पहले उसे वेस्ट बंगाल के 24 परगना जिले से टीएमसी नेता का बेटा अगवा कर दिल्ली लाया था। उस युवक ने यहां लड़की को बेच दिया था। इसके बाद से ही लड़की से कई बार रेप किया गया। लड़की ने पुलिस को यह भी बताया कि उसके चाचा सीपीएम के नेता हैं। ग्राम पंचायत के चुनाव में उनके सामने टीएमसी नेता को हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद बदला लेने की नीयत से सीपीएम नेता की भतीजी से यह वारदात की गई। वेस्ट बंगाल पुलिस में लड़की के अपहरण का केस दर्ज है।लड़की ने पुलिस को बताया कि एक दिन उसके पास लाए गए कस्टमर को उसने अपने पिता का फोन नंबर देकर आपबीती सुनाई। उस युवक ने लड़की के पिता को फोन कर दिया। अगवा बेटी का सुराग मिलते ही पिछले हफ्ते उसके पिता दिल्ली आए और कमला मार्केट पुलिस के साथ जीबी रोड के कोठे पर पहुंचे। पुलिस की रेड हुई, लेकिन इसकी खबर लीक हो गई। रेड की खबर मिलते ही कोठे वाले लड़की को वहां से निकाल कर ले गए। इस लीक के बाद बीट के सात पुलिस वाले सस्पेंड किए गए।

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