बिलासपुर. तोरवा के एक दंपती ने सोने-चांदी की दुकानों में चोरी करने के लिए पहले एक गिरोह बनाया फिर दो सालों के भीतर अलग-अलग शहरों में 25 वारदातों को अंजाम दिया। पुलिस ने बुधवार को 8 सदस्यीय गिरोह को शहर में गिरफ्तार किया है। उन्होंने चोरी के कुछ जेवरात 4 लोगों के पास बेचा था।
आरोपियों व खरीदारों से 30 लाख रुपए का माल बरामद किया गया। गिरोह के सदस्य एक वैन में चोरी करने के लिए जाते थे। पुलिस ने बुधवारी बाजार से एक वैन में सवार ५ महिलाओं व ३ पुरुषों को पकड़ा। ये चोरी के जेवर बेचने की फिराक में घूम रहे थे। सख्ती से पूछने पर उन्होंने जो बताया, वह चौंकाने वाला था। पुलिस ने उनकी वैन की तलाशी ली तो इसमें से ७ लाख रुपए के जेवरात मिले। इस गिरोह का संचालन तोरवा लालखदान का पासी दंपती करता था। गिरोह ने पूरे प्रदेशभर के अलग-अलग स्थानों में जाकर २५ वारदातें की थीं। चोरी करने के बाद वे अपने-अपने हिस्से का जेवर बेच देते थे। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर शहर के ही चार खरीदारों को पकड़ा, जो इनसे चोरी का माल खरीदते थे। इनके पास २३ लाख रुपए जेवर मिले। गिरोह प्रदेशभर में पिछले दो सालों से सक्रिय था।
यहां की थी चोरियां: शिवरीनारायण, बीरगांव (रायपुर), रतनपुर, भाटापारा बस स्टैंड, जैजैपुर बस स्टैंड, रायगढ़ रेलवे ओवरब्रिज के पास, सिमगा देवांगन मोहल्ला, बिलासपुर में बुधवारी बाजार व जूना बिलासपुर, दंतेवाड़ा फरसगांव, रायपुर में सदर बाजार, भाठागांव, नवागढ़, उरला व संतोषी नगर, जांजगीर कचहरी चौक।
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