चुनावी रणभेरी 2019 ।,राजनीतिग्य शख्शियत बाड़मेर के सांसद रहे कल्याण सिंह कालवी का जीवन परिचय
कल्याण सिंह कालवी एक सुलझे हुए राजनीतिग्य थे। राजस्थान के नागौर जिले के कालवी गाँव में जन्मे कल्याण सिंह समाज के प्रति समर्पित थे। वे समाज सेवा के साथ राजनीती में उतारे। तत्कालीन मुख्यमंत्री भेरो सिंह शेखावत उनके काफी नजदीक थे। उन्होंने नागौर से विधानसभा का चुनाव जीता। भेरो सिंह मंत्री मंडल में कृषि मंत्री बने। उन्होंने बाड़मेर जैसलमेर से 1989 में जनता दल से संसदीय चुनाव लड़ा ,उनके सामने कांग्रेस के वृद्धि चंद जैन थे। कल्याण सिंह युवा तुर्क के नाम से मशहूर चन्द्र शेखर के नजदीकी मित्र भी थे ,बाड़मेर का चुनाव उन्होंने 157455 मतों से जीत कर इतिहास बनाया तथा संसद पहुंचे ,चन्द्र शेखर सरकार में वे ऊर्जा मंत्री बने। ऊर्जा मंत्री रहते हुए उन्होंने बाड़मेर जैसलमेर में ऊर्जा के बेहतरीन योजनाए लागू कराई। हालांकि उन्हें कम वक्त मिला मगर कम वक्त में उन्होंने बेहतर कार्यो को अंजाम दिया। राजपूत समाज के समर्पित सेवक होने के साथ साथ उन्होंने अन्य जातियों से बेहतर समन्वय बनाये रखा। बिना किसी भेदभाव के उन्होंने काम किया। उनके पुत्र लोकेन्द्र सिंह कालवी करणी सेना के संस्थापक हें। वाही दुसरे पुत्र भवानी सिंह पोलो के बेहतरीन खिलाड़ी रहे। तीसरे पुत्र प्रताप सिंह निशानेबाज़ हें। कालवी समाज और राजनीती में एक आदर्श थे ,
कल्याण सिंह कालवी एक सुलझे हुए राजनीतिग्य थे। राजस्थान के नागौर जिले के कालवी गाँव में जन्मे कल्याण सिंह समाज के प्रति समर्पित थे। वे समाज सेवा के साथ राजनीती में उतारे। तत्कालीन मुख्यमंत्री भेरो सिंह शेखावत उनके काफी नजदीक थे। उन्होंने नागौर से विधानसभा का चुनाव जीता। भेरो सिंह मंत्री मंडल में कृषि मंत्री बने। उन्होंने बाड़मेर जैसलमेर से 1989 में जनता दल से संसदीय चुनाव लड़ा ,उनके सामने कांग्रेस के वृद्धि चंद जैन थे। कल्याण सिंह युवा तुर्क के नाम से मशहूर चन्द्र शेखर के नजदीकी मित्र भी थे ,बाड़मेर का चुनाव उन्होंने 157455 मतों से जीत कर इतिहास बनाया तथा संसद पहुंचे ,चन्द्र शेखर सरकार में वे ऊर्जा मंत्री बने। ऊर्जा मंत्री रहते हुए उन्होंने बाड़मेर जैसलमेर में ऊर्जा के बेहतरीन योजनाए लागू कराई। हालांकि उन्हें कम वक्त मिला मगर कम वक्त में उन्होंने बेहतर कार्यो को अंजाम दिया। राजपूत समाज के समर्पित सेवक होने के साथ साथ उन्होंने अन्य जातियों से बेहतर समन्वय बनाये रखा। बिना किसी भेदभाव के उन्होंने काम किया। उनके पुत्र लोकेन्द्र सिंह कालवी करणी सेना के संस्थापक हें। वाही दुसरे पुत्र भवानी सिंह पोलो के बेहतरीन खिलाड़ी रहे। तीसरे पुत्र प्रताप सिंह निशानेबाज़ हें। कालवी समाज और राजनीती में एक आदर्श थे ,
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