शुक्रवार, 25 अक्तूबर 2013

'मुझे प्रधानमंत्री नहीं चौकीदार बनाइए, देश की तिजोरी पर पंजा नहीं पड़ने दूंगा': नरेंद्र मोदी



बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की झांसी में 'विजय शंखनाद रैली' शुरू हो चुकी है. मंच पर नरेंद्र मोदी के साथ राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह, उमा भारती और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी मौजूद हैं.
नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी और राजनाथ सिंह का बड़ा हार पहनाकर स्वागत किया गया. यह काम सौंपा गया झांसी सदर के बीजेपी विधायक रवि शर्मा को. बहुत संभव है कि यही विधायक झांसी सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हों. वैसे एक नाम मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का भी चल रहा है इस संसदीय सीट के लिए.

यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के बाद उमा भारती ने भाषण दिया.


उमा भारती: शेर की तरह शिकार करो बुंदेलखंड के नौजवानों
बोलिए भारत माता की जय
हम सबके बड़े भाई और आदर्श नरेंद्र मोदी जी,
उत्तर प्रदेश में अपराध मुक्त राज व्यवस्था लागू करने वाले मेरे बड़े भाई कल्याण सिंह जी
यहां उपस्थित बहनों भाइयों
बुंदेलखंड की धरती पर मोदी जी और राजनाथ जी का स्वागत. मैं मोदी जी को बताना चाहती हूं. ये जनता यहां मौजूद है, उसे सौ गुना मानना. सौ दंडी और एक बुंदेलखंडी बराबर बैठते हैं. ये लोग 100 करोड़ लोगों की ताकत रखते हैं. हमने झांसी में इतनी बड़ी सभा नहीं देखी. ये सब लोग मोदी जी के कारण उपस्थित हुए हैं. कारण, जो मोदी जी ने गुजरात में दिया है, आज देश की जनता चाहती है कि वैसे ही पूरे देश में शासन मिले.

गुजरात में महिलाएं सबसे ज्यादा सुरक्षित मानी जाती हैं. मैं चाहती हूं कि ऐसा सुरक्षित और भ्रष्टाचार मुक्त शासन देश को मिले. ये भूख है देश की जनता के अंदर आज.

आज महिलाएं बीजेपी को और नरेंद्र मोदी को आशीर्वाद दें. समर्थन दें. नौजवान, जैसे हनुमान की सेना राम के साथ लग गई थी, वैसे ही आप भी भ्रष्टाचार की लंका को जलाने के लिए, सारे नौजवान बजरंग बली की सेना बन जाओ. उठाओ मेरे साथ हाथ. और ये संकल्प लो कि ये बुंदेलखंड की जनता भूख भय भ्रष्टाचार से मुक्त सरकार के लिए मोदी जी को चुनोगी.

कांग्रेस के युवराज ने गरीबों की खटिया पर बैठकर बहुत पकौड़े खाए. मायावती ने भी खूब घोषणाएं कीं. मगर नतीजा क्या रहा.

आज मुझे आपको ये संकल्प दिलाना है. बुंदेलखंड के किसानों, नौजवानों, बुजुर्गों, आज आप तय करो. मुझे अच्छी नहीं लगती ये मेरे बुंदेलखंड की बात. हमारे यहां के लोग बाहर मजदूरी करने जाते हैं. डूब मरने का मन करता है. आज मैं कहती हूं. ऐसा समय लाओ कि बुंदेलखंड के लोग मजदूरी करने नहीं, दिल्ली पर राज करने जाएं.


आपको कोई कमी नहीं है. नदियां हैं. मेहनत है, बुद्धि है बल है, इसलिए याद रखो, एक लड़ाई गीदड़ की होती है, एक शेर की. शेर अपना शिकार खुद करता है. गीदड़ इंतजार करता है, शेर की जूठन खाने के लिए. बुंदेलखंड के नौजवानों तय करो, शेर की तरह झपट्टा मारकर अपना शिकार करोगे.

आपको जरूरत है एक कानून वाली सरकार की. अब मैं भगवान राजा राम से प्रार्थना करती हूं, स्वर्ग में बैठी रानी लक्ष्मी बाई से प्रार्थना करती हूं कि वे नरेंद्र मोदी भाई को आशीर्वाद दें.कि वे भारत के भाग्य विधाता बनें.

भारत माता की जय.

राजनाथ सिंह: जालिम लोशन बेचने की तर्ज पर गरीबी को मार्केट कर रहे राहुल
लंबे समय के बाद इस झांसी को किसी सार्वजनिक सभा को संबोधित करने के लिए खड़ा हुआ हूं. जो कुछ भी देख रहा हूं, कह सकता हूं कि यह जनसभा नहीं जनसैलाब देख रहा हूं. आप लोगों ने नरेंद्र भाई का सभी नेताओं का गर्मजोशी से स्वागत किया. लेकिन बहनों भाइयों परंपरा है, स्वागत इकतरफा नहीं होना चाहिए. इसलिए मैं भी इस वीरभूमि झांसी और इसके सपूतों का स्वागत करता हूं. नरेंद्र भाई यह बुंदेलखंड की धरती वीरों की धरती है. यहां के बारे में कहा जाता है. कि यहां के बुंदेलों के ऊपर 52 तीर चुभे होते थे, फिर भी दुश्मनों के हौसले पस्त कर देते थे.

बुंदेलखंड के भाइयों ने गरीबी भले ही देखी हो, मगर आन बान शान से समझौता नहीं किया. लेकिन सबसे बड़ा अभिशाप जो झेलना पड़ रहा है, वह गरीबी का है, बेरोजगारी का है. मैं कह सकता हूं कि यूपी के दूसरे इलाकों की तुलना में गरीबी और बेरोजगारी का प्रतिशत ज्यादा है. आए दिन यहां के किसानों को सूखे और अकाल के संकट से जूझना पड़ रहा है. कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी यहां आए थे. सब्जबाग दिखा गए थे. कह रहे थे कि यहां के विकास के लिए इतना बड़ा पैकेज दे दूंगा कि तकदीर बदल जाएगी. साढ़े चार साल गुजर गए, कहां गया पैकेज का पैसा, कितना लाभ हुआ बुंदेलखंड का. ये मुझसे बेहतर आप जानते हैं. आज भी सूखे की स्थिति है. किसानों को बीजेपी के शासनकाल में सस्ते दर पर खाद मिल जाती थी. आज उससे तीन चार गुना दामों में मिल रही है. इतना ही नहीं लोग भुखमरी के शिकार हो रहे हैं. बिजली आ नहीं रही. पानी का संकट पहले से गहरा है. अजीबोगरीब हालात हैं.

लेकिन आज नरेंद्र भाई ने जो गुजरात में किया है. मैंने प्रत्यक्ष देखा है. उसकी प्रशंसा केवल अपने देश में नहीं विदेशों में भी हो रही है. अमेरिका भी इसकी प्रशंसा कर रहा है.इसलिए मुझे पक्का भरोसा है कि जिस दिन पीएम की बागडोर आपके हाथ में होगी. उसी दिन देश की तकदीर और तस्वीर बदल जाएगी.

बीजेपी यह मानती है कि सचमुच भारत माता को हम वैभव के शिखर पर पहुंचाना चाहते हैं. तो ये तभी होगा, जब समाज की अंतिम सीढ़ी पर बैठा व्यक्ति, जिस दिन उसके चेहरे पर मुस्कान हो जाएगी, उसी दिन तरक्की होगी.

आपने 6 साल भारत माता के सपूत अटल जी की सरकार को देखा. कौन इस सच्चाई को देखेगा. स्वतंत्र भारत के इतिहास में लगातार 6 सालों तक महंगाई पर काबू पाने की सफलता अगर किसी ने हासिल की है, तो उनका नाम है पंडित अटल बिहारी वाजपेयी.

यहां लोगों को याद दिलाना चाहता हूं. आजाद भारत में गांवों को पक्की सड़कों से जोड़ने का सिलसिला बीजेपी ने शुरू किया था. जब बीजेपी की सरकार नहीं थी. उसके पहले जब खेतीबाड़ी के लिए बैंक से कर्ज लेते थे, तो 14 फीसदी से ज्यादा की ब्याज दर पर कर्ज मिलता था. 2003 में बीजेपी की सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड देकर 8.5 फीसदी की दर पर कर्ज देना शुरू किया.

आगे क्या हुआ. बीजेपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद मैंने देखा. जहां बीजेपी की सरकार है, वहां सीएम से अपील की. किसी भी किसान से 4 फीसदी से ज्यादा दर पर कर्ज का ब्याज न लिया जाए.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें