/ग्वालियर/दतिया. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के शहडोल, ग्वालियर और दतिया का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने एमपी की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। हमेशा की तरह भाषण में वह अपनी 'मां' का जिक्र करना भी नहीं भूले। राहुल गांधी भाषण के दौरान बेहद आक्रामक दिखे, लेकिन हमेशा की तरह इस बार भी उनसे गड़बड़ हो ही गई।
राहुल ने भाषण के दौरान कहा, 'प्रदेश में जो 10 साल से सरकार है, उसने आदिवासियों की इज्जत की है क्या। आप बताइए। आपको क्या लगता है। महिलाओं को क्या लगता है। इज्जत की आपकी.........भ्रष्टाचार किया......... बलात्कार..सॉरी.........बलात्कार'
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गढ़ माने जाने वाले शहडोल में भूख और गरीबी के मुद्दे उठाते हुए राहुल गांधी ने राज्य सरकार को निशाने पर लिया। राहुल ने राज्य में मौजूद भुखमरी को अफ्रीका जैसी बताते हुए इस बात के लिए बीजेपी को भी दोषी ठहराया कि देश के प्रत्येक नागरिक को खाद्य सुरक्षा गारंटी देने वाले इस बिल के लागू होने में इतना समय लगा।
राहुल गांधी ने कहा उनकी सरकार खाद्य सुरक्षा कानून बहुत पहले लेकर आना चाहती थी, लेकिन बीजेपी जैसी पार्टियां उसका विरोध कर रही थीं। खाद्य सुरक्षा कानून पर राहुल ने जज्बाती होकर कहा, 'खाद्य सुरक्षा बिल के पास होने के समय मां (सोनिया गांधी) की तबीयत खराब थी, लेकिन उसके बावजूद वह सदन में मौजूद रहीं, जबकि मैंने उन्हें मना किया। दरअसल, वह बिल पर वोट करना चाहती थीं। उनका कहना था कि इस बिल के लिए उन्होंने सालों लड़ाई लड़ी है। अस्पताल जाते समय मां की आंखों में आंसू थे। मां को वोट नहीं डाल पाने का अफसोस था।'
वहीं, ग्वालियर रैली में राहुल गांधी ने कहा कि हमने 10 साल में विकास का मतलब बदला है। उन्होंने भू-अधिग्रहण कानून, फूड सिक्योरिटी बिल का जिक्र करते हुए बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह गरीब के बारे में नहीं सोचती है। उन्होंने कहा कि विकास से भी जरूरी इज्जत है और शिवराज सरकार गरीबों की इज्जत नहीं करती है। राहुल ने ग्वालियर रैली की शुरुआत से पहले दतिया भगदड़ में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन भी रखा। गवालियर के बाद राहुल गांधी दतिया पहुंचे, जहां पर उन्होंने मंदिर में हुई भगदड़ के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की।
राहुल ने भाषण के दौरान कहा, 'प्रदेश में जो 10 साल से सरकार है, उसने आदिवासियों की इज्जत की है क्या। आप बताइए। आपको क्या लगता है। महिलाओं को क्या लगता है। इज्जत की आपकी.........भ्रष्टाचार किया......... बलात्कार..सॉरी.........बलात्कार'
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गढ़ माने जाने वाले शहडोल में भूख और गरीबी के मुद्दे उठाते हुए राहुल गांधी ने राज्य सरकार को निशाने पर लिया। राहुल ने राज्य में मौजूद भुखमरी को अफ्रीका जैसी बताते हुए इस बात के लिए बीजेपी को भी दोषी ठहराया कि देश के प्रत्येक नागरिक को खाद्य सुरक्षा गारंटी देने वाले इस बिल के लागू होने में इतना समय लगा।
राहुल गांधी ने कहा उनकी सरकार खाद्य सुरक्षा कानून बहुत पहले लेकर आना चाहती थी, लेकिन बीजेपी जैसी पार्टियां उसका विरोध कर रही थीं। खाद्य सुरक्षा कानून पर राहुल ने जज्बाती होकर कहा, 'खाद्य सुरक्षा बिल के पास होने के समय मां (सोनिया गांधी) की तबीयत खराब थी, लेकिन उसके बावजूद वह सदन में मौजूद रहीं, जबकि मैंने उन्हें मना किया। दरअसल, वह बिल पर वोट करना चाहती थीं। उनका कहना था कि इस बिल के लिए उन्होंने सालों लड़ाई लड़ी है। अस्पताल जाते समय मां की आंखों में आंसू थे। मां को वोट नहीं डाल पाने का अफसोस था।'
वहीं, ग्वालियर रैली में राहुल गांधी ने कहा कि हमने 10 साल में विकास का मतलब बदला है। उन्होंने भू-अधिग्रहण कानून, फूड सिक्योरिटी बिल का जिक्र करते हुए बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह गरीब के बारे में नहीं सोचती है। उन्होंने कहा कि विकास से भी जरूरी इज्जत है और शिवराज सरकार गरीबों की इज्जत नहीं करती है। राहुल ने ग्वालियर रैली की शुरुआत से पहले दतिया भगदड़ में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन भी रखा। गवालियर के बाद राहुल गांधी दतिया पहुंचे, जहां पर उन्होंने मंदिर में हुई भगदड़ के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की।
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