बाड़मेर होमाष्टमी पर निकली शोभायात्रा
बाड़मेरनवरात्री महोत्स्व को लेकर होमाष्टमी के दिन शनिवार को श्री ब्राह्मण स्वर्णकार समाज की ओर से सुनारों का वास स्थित जंगतंबा माता मंदिर से रेवाड़ी, कलश व भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा से पूर्व रेवाड़ी की महाआरती का लाभ सवाईलाल बाडमेरा एवं घोड़ी पर ध्वजा का लाभ हरीरलाल मंडोरा ने लिया। इसके पश्चात शुरू हुई शोभायात्रा के दौरान सबसे आगे घोड़ी पर ध्वजा लिए हुए लाभार्थी परिवार, उसके साथ ही एक घोड़ी पर रामदेव बाबा का रूप धरे कलाकार और इन सबके पीछे सिर पर कलश धरे हुए सैकड़ों महिलाएं शामिल थी। सुनारो का वास जगतंबा माता मंदिर से शोभायात्रा रवाना हुई। ढोल-ढमाकों के साथ डांडिया नृत्य की रंगा-रंग प्रस्तुति दी गई। सबसे आगे शोभायात्रा में बालक- बालिकाओं के अलग-अलग दल डांडिया खेलते हुए चल रहे थे। घोडिय़ों के पश्चात शोभायात्रा की शोभा बढ़ाते हुए युवा वर्ग रेवाड़ी लेकर चल रहे थे। रेवाड़ी के बाद युवतियां व महिलाएं सिर पर कलश धारण किए हुए चल रही थी। वहीं कलश यात्रा के एक से बढ़कर एक मनमोहक झांकिया शोभायात्रा सामिल थी। सुनारो का वास जगतंबा मंदिर से रवाना होकर ये शोभायात्रा दर्जियों वास, पनघट रोड़, तनसिंह सर्किल होते हुए रॉय कॉलोनी स्थित समाज के न्याति भवन पहुंची। जहां समाज के लोगों ने शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया। वहीं न्याति भवन में रेवाड़ी की आरती उतारी गई। आरती उतारकर प्रसाद वितरण किया गया। इसके बाद शोभायात्रा आगे बढ़ते हुए पांच बत्ती से रॉय कॉलोनी स्थित ढाढ स्वर्णकार समाज जगतंबा माता मंदिर पहुंची। जहां ढ़ाढ स्वर्णकार समाज की ओर से शोभायात्रा का भव्य स्वागत एवं रेवाड़ी की आरती उतारी गई। यहां प्रसादी वितरण के बाद यह शोभायात्रा रॉय कॉलोनी स्कूल, ढाढ चौक, कोतवाली थाने से पीछे से होते हुए स्टेशन रोड, अहिंसा सर्किल, लक्ष्मी सिनेेमा होते हुए कल्याणपुरा पहुंची। जहां समाज के बंधुओं की ओर से जलदान की व्यवस्था के साथ भव्य स्वागत किया गया। कल्याणपुरा से प्रतापजी की प्रोल होते हुए ढाणी बाजार स्थित समाज के न्याति भवन पहुंची, जहां समाज के लोगों ने शोभायात्रा का भव्य स्वागत कर रेवाड़ी की आरती उतारी एवं प्रसाद वितरण किया। इसके बाद शोभायात्रा शिव मंदिर पहुंची। जहां आरती कार्यक्रम आयोजित हुआ। आरती के पश्चात शोभायात्रा पीपली चौक, ज्वार चौक, सब्जी मंडी होते हुए पुन: जगतंबा माता मंदिर पहुंची। जहां आरती, महाआरती व प्रसाद वितरण के साथ शोभायात्रा का विर्सजन हुआ। शोभायात्रा में सैकड़ों महिला-पुरुष व बच्चे शामिल थे। शोभायात्रा को लेकर युवाओं में काफी उत्साह नजर आया। वहीं शोभायात्रा कार्यक्रम को लेकर युवाओं की टीम एवं महिला मंडल की महिलाओं ने सराहनीय सेवाएं देते हुए शोभायात्रा में पूरी व्यवस्थाएं संभाले रखी। शोभायात्रा के स्वागत को लेंकर पूरे रास्ते स्वर्णकार समाज के बंधुओं की ओर से द्वार लगाए गए थे। वहीं रास्ते में जगह-जगह जलपान व कोल्डड्रींग की व्यवस्था की गई।
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