स्वयंपाठी विद्यार्थियों ने सौंपा ज्ञापन, आंदोलन की चेतावनी
बाड़मेर। विज्ञान वर्ग के स्वयंपाठी विद्यार्थी के रूप में स्नातक स्तर पर अध्ययन करने का सपना देखने वाले विद्यार्थियों ने कल छात्रसंघ अध्यक्ष छगन मेघवाल के नेतृत्व में राजकीय महाविद्यालय, बाड़मेर के प्राचार्य एवं जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर के कुलपति को ज्ञापन सौंपा।
छात्र संघ उपाध्यक्ष जगदीश राजपुरोहित ने बताया कि जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, जोधपुर के आनलाईन आवेदन में बी.एससी. का विकल्प नहीं होने से सैकड़ों विद्यार्थियों का भविष्य गहरी खाई में है।
राजपुरोहित ने कहा कि जिन विद्यार्थियों को नियमित प्रवेश नहीं मिला उन्होनें स्वयंपाठी के रूप में बी.एससी. करने का विकल्प चुना, विश्वविद्यालय ने इस विकल्प को भी तोड़ दिया।
बी.एससी. प्रथम वर्ष जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से स्वयंपाठी के रूप में उत्तीर्ण कर चुके विद्यार्थियों को द्वितीय वर्ष के आॅनलाईन आवेदन-पत्र में परीक्षा करने वाले आशार्थियों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि क्या किया जाये।
छात्र नेता लोकेन्द्रसिंह देवड़ा ने बताया कि हमने पी.जी. काॅलेज के प्राचार्य घनश्याम मेहला को ज्ञापन सौंपा तथा प्राचार्य ने जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति को ज्ञापन फैक्स किया तथा फोन पर बात भी की। प्राचार्य ने आश्वासन दिया कि बी.एस.सी. द्वितीय वर्ष का आॅनलाईन आवेदन-पत्र में जल्द ही विकल्प आ जायेगा और इस सम्बन्ध में आगे भी बात की जायेगी।
स्वयंपाठी छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बी.एससी. को स्वयंपाठी के तौर पर हटा दिया गया तो उग्र आंदोलन किया जायेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की होगी।
इस दौरान ललित, धनराज, रमेश शर्मा, जयेश, महिपाल, जुंझारसिंह, सुरेश, कर्णवीरसिंह, हरखसिंह सहित दर्जनों छात्र उपस्थित थे।
राजपुरोहित ने कहा कि जिन विद्यार्थियों को नियमित प्रवेश नहीं मिला उन्होनें स्वयंपाठी के रूप में बी.एससी. करने का विकल्प चुना, विश्वविद्यालय ने इस विकल्प को भी तोड़ दिया।
बी.एससी. प्रथम वर्ष जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से स्वयंपाठी के रूप में उत्तीर्ण कर चुके विद्यार्थियों को द्वितीय वर्ष के आॅनलाईन आवेदन-पत्र में परीक्षा करने वाले आशार्थियों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि क्या किया जाये।
छात्र नेता लोकेन्द्रसिंह देवड़ा ने बताया कि हमने पी.जी. काॅलेज के प्राचार्य घनश्याम मेहला को ज्ञापन सौंपा तथा प्राचार्य ने जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति को ज्ञापन फैक्स किया तथा फोन पर बात भी की। प्राचार्य ने आश्वासन दिया कि बी.एस.सी. द्वितीय वर्ष का आॅनलाईन आवेदन-पत्र में जल्द ही विकल्प आ जायेगा और इस सम्बन्ध में आगे भी बात की जायेगी।
स्वयंपाठी छात्रों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बी.एससी. को स्वयंपाठी के तौर पर हटा दिया गया तो उग्र आंदोलन किया जायेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की होगी।
इस दौरान ललित, धनराज, रमेश शर्मा, जयेश, महिपाल, जुंझारसिंह, सुरेश, कर्णवीरसिंह, हरखसिंह सहित दर्जनों छात्र उपस्थित थे।
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