मंगलवार, 22 अक्तूबर 2013

डाक्टरों का कमाल, बूढ़ा दिल बनाया जवान

इंग्लैंड में डाक्टरों की एक टीम ने मेडिकल साइंस के इतिहास में पहली बार एक ऎसे दिल को दुबारा ठीक करने में सफलता हासिल कर ली है जिसकी हालत इतनी बिगड़ चुकी थी कि मरीज के शरीर पर थोड़ा सा दबाव पड़ते ही वह बंद पड़ जाता और मरीज की मौत हो जाती।
यह दिल एक 58 साल के मरीज, सेवकेट गूचर का था और वह उस के शरीर के अंगों को बमुश्किल से खून की आपूर्ति कर पा रहा था।

दिल को किया छोटा

इस ऑपरेशन में डाक्टरों ने दिल के आकार को छोटा कर दिया ताकि वह बाकी अंगों को आसानी से खून सप्लाई कर सके। ऑपरेशन लंदन के किंग्स कॉलेज में किया गया। ऑपरेशन के दौरान एक तार से इस दिल की धमनियों को सिला गया और उसकी दीवारों की मरम्मत की गई।

जानिए क्यों होता है हार्ट अटैक

किंग्स कॉलेज अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर ओल्फ वेंडलर के अनुसार ब्रिटेन में इस तकनीक का उपयोग पहली बार किया गया है। इसमें किसी के हृदय को रोकने या उसे हार्ट लंग मशीन में रखने की जरूरत भी नहीं होती है। यह प्रक्रिया कम दर्दनाक है। हृदय को रक्त लाने वाली धमनियों में रूकावट आ जाना हृदय गति के रूक जाने का एक सामान्य कारण है। इससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इससे हृदय की पेशी मर जाती है और वहां ऎसे क्षतिग्रस्त उत्तक आ जाते हैं, जो कि धड़क नहीं सकते। जिस कारण हर धड़कन पर दिल को खून की ज्यादा आपूर्ति करनी पड़ती है। ऎसे मरीज सीढियां चढ़ने पर ही हांफने लगते हैं

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