जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) में करीब ढाई साल तक उप निदेशक (तकनीकी) के पद रहने के बावजूद भी पीडब्ल्यूडी विभाग का एक अधिशाषी अभियंता रिश्वत लेने से नहीं चूका। एसीबी ने मंगलवार को शहर के हसनपुरा इलाके में स्थित सार्वजनिक निर्माण विभाग के कार्यालय में कार्यरत अधिशाषी अभियंता (खंड-3) विनय कुमार गुप्ता को दलाल के मार्फत पचास हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। गुप्ता ने परिवादी राकेश मिश्रा के 50 लाख के बिल पास करने के बदले एक लाख की रिश्वत मांगी थी।
परिवादी के 28 लाख के बिल पिछले महीने पास हो चुके थे, लेकिन उसने गुप्ता को कमीशन नहीं दिया था। इसलिए गुप्ता ने शेष 22 लाख के बिल दो प्रतिशत कमीशन के हिसाब से एक लाख देने पर ही पास करने की बात कही थी। इसी बीच एसीबी को गुप्ता के वैशाली नगर के गुरूजम्बेश्वर नगर स्थित आवास की तलाशी में एक लाख 55 हजार रूपए नकद, आधा दर्जन से अधिक बैंक पास बुक,एक लॉकर एवं प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। एसीबी को दो नए मोबाइल भी मिले हैं। माना जा रहा है कि ये मोबाइल किसी ठेकेदार ने गुप्ता को गिफ्ट दिए हैं।
एसीबी की आईजी स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी राकेश मिश्रा ने शिकायत की थी कि पीडब्ल्यूडी का अधिशाषी अभियंता (खंड-3) वीके गुप्ता उसके शेष 22 लाख के बिलों का भुगतान करवाने के बदले एक लाख रूपए की मांग कर रहा है। परिवादी पीडब्ल्यूडी में सिविल एवं आयरन वर्क के ठेके लेता है। एसीबी के एएसपी शंकर दत्त शर्मा से दो बार शिकायत का सत्यापन करवाने के बाद गुप्ता को रंगे हाथों गिरफ्तार करने की योजना बनाई। मंगलवार को परिवादी रिश्वत की राशि लेकर गुप्ता के दलाल मुकेश शर्मा से मिला। इसी बीच कार्यालय समय पूरा होने के बाद गुप्ता अपने कार्यालय से निकल चुके थे। परिवादी से रूपए लेकर दलाल ने गुप्ता की गाड़ी के पास आकर रिश्वत की राशि उन्हें दे दी। इसी बीच एसीबी ने गुप्ता एवं दलाल मुकेश को गिरफ्तार करके रिश्वत की राशि जब्त कर ली।
परिवादी के 28 लाख के बिल पिछले महीने पास हो चुके थे, लेकिन उसने गुप्ता को कमीशन नहीं दिया था। इसलिए गुप्ता ने शेष 22 लाख के बिल दो प्रतिशत कमीशन के हिसाब से एक लाख देने पर ही पास करने की बात कही थी। इसी बीच एसीबी को गुप्ता के वैशाली नगर के गुरूजम्बेश्वर नगर स्थित आवास की तलाशी में एक लाख 55 हजार रूपए नकद, आधा दर्जन से अधिक बैंक पास बुक,एक लॉकर एवं प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं। एसीबी को दो नए मोबाइल भी मिले हैं। माना जा रहा है कि ये मोबाइल किसी ठेकेदार ने गुप्ता को गिफ्ट दिए हैं।
एसीबी की आईजी स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी राकेश मिश्रा ने शिकायत की थी कि पीडब्ल्यूडी का अधिशाषी अभियंता (खंड-3) वीके गुप्ता उसके शेष 22 लाख के बिलों का भुगतान करवाने के बदले एक लाख रूपए की मांग कर रहा है। परिवादी पीडब्ल्यूडी में सिविल एवं आयरन वर्क के ठेके लेता है। एसीबी के एएसपी शंकर दत्त शर्मा से दो बार शिकायत का सत्यापन करवाने के बाद गुप्ता को रंगे हाथों गिरफ्तार करने की योजना बनाई। मंगलवार को परिवादी रिश्वत की राशि लेकर गुप्ता के दलाल मुकेश शर्मा से मिला। इसी बीच कार्यालय समय पूरा होने के बाद गुप्ता अपने कार्यालय से निकल चुके थे। परिवादी से रूपए लेकर दलाल ने गुप्ता की गाड़ी के पास आकर रिश्वत की राशि उन्हें दे दी। इसी बीच एसीबी ने गुप्ता एवं दलाल मुकेश को गिरफ्तार करके रिश्वत की राशि जब्त कर ली।
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