कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की 2016 में सियासत से रिटायर करने की कोई योजना नहीं है। एक किताब में यह कयास लगाई की गई थी। यह बात खुद सोनिया ने लोकजनशक्ति पार्टी के नेता राम विलास पासवान को शुक्रवार को बताया। पासवान ने सोनिया के साथ एक मुलाकात में इस अफवाह के बारे में उनसे पूछा था।
उल्लेखनीय है कि एक किताब में यह दावा किया गया है कि सोनिया गांधी 2016 में 70 वर्ष की होने पर रिटायर होने की योजना बना रही हैं। पासवान ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने उनसे कहा कि मैंने कभी यह नहीं कहा।
लोकजनशक्ति पार्टी नेता सोनिया के साथ अपनी 40 मिनट की मुलाकात का ब्योरा दे रहे थे। उन्होंने बिहार के लक्ष्मणपुर बाथे में 16 साल पहले 58 दलितों के जनसंहार के सभी 26 अभियुक्तों के बरी होने के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात की थी।
मुलाकात के दौरान पासवान ने सोनिया से आग्रह किया कि वह 2004 की ही तरह अगले लोकसभा चुनाव से पहले धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को एकजुट करने की भूमिका निभाएं।
उन्होंने कहा कि मैंने उनसे कहा कि हालांकि भाजपा के पास शिवसेना और अकाली दल एवं कुछ अन्य पार्टियां जैसे सहयोगी है। इसके बावजूद वह सत्ता में नहीं आएगी। सो, यह संभावना है कि अकेले संप्रग अगली सरकार बनाने में सक्षम है।
पासवान ने कहा कि इस संदर्भ में, उन्हें तमाम धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को एकताबद्ध करना चाहिए। लोकजनशक्ति नेता ने लक्ष्मणपुर बाथे मामले में अभियुक्तों के बरी होने का मुद्दा बुलंद करते हुए सोनिया से आग्रह किया कि वह इस गंभीर मुद्दे को उठाएं क्योंकि पीडितों को न्याय सुनिश्चित करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने उनके इस विचार के साथ सहमति जताई कि यह एक दुखद घटनाक्रम है। पासवान ने बताया कि उनके साथ उनके पुत्र चिराग भी थे जिन्हें राजनीति में प्रवेश के लिए सोनिया ने आशीर्वाद दिया।
उल्लेखनीय है कि एक किताब में यह दावा किया गया है कि सोनिया गांधी 2016 में 70 वर्ष की होने पर रिटायर होने की योजना बना रही हैं। पासवान ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने उनसे कहा कि मैंने कभी यह नहीं कहा।
लोकजनशक्ति पार्टी नेता सोनिया के साथ अपनी 40 मिनट की मुलाकात का ब्योरा दे रहे थे। उन्होंने बिहार के लक्ष्मणपुर बाथे में 16 साल पहले 58 दलितों के जनसंहार के सभी 26 अभियुक्तों के बरी होने के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात की थी।
मुलाकात के दौरान पासवान ने सोनिया से आग्रह किया कि वह 2004 की ही तरह अगले लोकसभा चुनाव से पहले धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को एकजुट करने की भूमिका निभाएं।
उन्होंने कहा कि मैंने उनसे कहा कि हालांकि भाजपा के पास शिवसेना और अकाली दल एवं कुछ अन्य पार्टियां जैसे सहयोगी है। इसके बावजूद वह सत्ता में नहीं आएगी। सो, यह संभावना है कि अकेले संप्रग अगली सरकार बनाने में सक्षम है।
पासवान ने कहा कि इस संदर्भ में, उन्हें तमाम धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को एकताबद्ध करना चाहिए। लोकजनशक्ति नेता ने लक्ष्मणपुर बाथे मामले में अभियुक्तों के बरी होने का मुद्दा बुलंद करते हुए सोनिया से आग्रह किया कि वह इस गंभीर मुद्दे को उठाएं क्योंकि पीडितों को न्याय सुनिश्चित करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने उनके इस विचार के साथ सहमति जताई कि यह एक दुखद घटनाक्रम है। पासवान ने बताया कि उनके साथ उनके पुत्र चिराग भी थे जिन्हें राजनीति में प्रवेश के लिए सोनिया ने आशीर्वाद दिया।
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