बाबा के बीज पर उमड़ा आस्था का ज्वार
स्वर्ण मुकूट प्रतिष्ठापन्न एवं मंगला आरती के साथ बाबा रामदेवरा मेला प्रारम्भ
रामदेवरा ,07 सितम्बर
द्वारकाधीश भगवान श्रीकृष्ण के कुलयुगी अवतार बाबा रामदेव की अवतरण तिथि भादवाशुक्ला द्वितीया के उपलक्ष में बाबा की कर्मस्थली रामदेवरा में ब्रहम मुहर्त में सम्पन्न हुई मंगला आरती के अवसर पर बाबा की समाधी के मस्तक पर स्वर्ण मुकूट प्रतिष्ठापन्न के साथ 629 वाॅं अंतर प्रांतीय बाबा रामदेवरा मेला शनिवार 7 सितम्बर से विधिवत् रूप प्रारम्भ हो गया है। देश के पश्चिमी अंचल के कुम्भ माने जाने वाले सुविख्यात मेले के शुभारम्भ अवसर पर अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष गोपाराम मेघवाल , जिला कलक्टर एन.एल.मीना एवं जिला पुलिस अधीक्षक हेमन्त शर्मा , बाबा के वंषज और गादीपति भोंमसिंह तँवर ने बाबा रामदेव जी की समाधी की पूजा-अर्चना की एवम् देश व प्रदेश में खुशहाली की कामना की।
अनुजा आयोग के अध्यक्ष मेघवाल , जिला कलक्टर मीना , पुलिस अधीक्षक शर्मा ने श्रृद्धाभावना सहित बाबा रामदेव जी की समाधी के दर्शन किए तथा समाधी का पंचामृत से अभिषेक किया । उन्होंने समाधी पर इत्र एवं प्रसाद चढ़ाया एवं समाधी पर चंवर ढुलाया तथा बाबा के अखण्ड जौत के दर्शन किए एवं मंदिर परिसर का भ्रमण कर मेला व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
मंगला आरती के अवसर पर दूध , दही , सहद ,इत्र एवं पंचामृत से अभिषेक किया गया। बाबा को मेवा मिष्ठान एवं मिश्री का भोग लगाया गया। पूजारी कमल छंगाणी के साथ ही बाबा के वंषज तँवर समाज के गणमान्य नागरिक भी मंगला आरती के अवसर पर उपस्थित थे। बाबा की समाधी पर नई चादर चढ़ाई गयी एवं शनिवार को प्रातः बाबा की भोग आरती की गई।
मंगला आरती के दौरान समिति के पूजारी कमल छंगाणी ने अनुजा आयोग के अध्यक्ष मेघवाल , जिला कलक्टर मीना एवं पुलिस अधीक्षक शर्मा , सचिव जोधपुर विद्युत वितरण निगम श्यामसिंह राजपुरोहित से शास्त्रोक्त विधि से पूजा-अर्चना करायी। बाबा की समाधी पर चढ़ाये गये मुकूट के केषर से तिलक लगाया गया एवं बाबा की समाधी पर चढ़ाई गई मालाएं इन अतिथियों को पहनाई गई।
मेलाधिकारी एवं उपखण्ड अधिकारी पोकरण सी.एम.वर्मा , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामसिंह , उप अधीक्षक पुलिस कल्याणमल बंजारा ,सहायक मेलाधिकारी एवं तहसीलदार पोकरण बद्रीलाल विष्नोई , विकास अधिकारी छोगाराम विष्नोई, तहसीलदार भणियांणा पुखराज भार्गव ,सहायक अभियंता धनाराम विश्नोई , ग्रामसेवक गोकुलसिंह ,पटवारी रामदेवरा के साथ ही मंदिर समिति के पदाधिकारीगण ने मंगला आरती के समय उपस्थित थे एवं उन्होंने बाबा की अखण्ड जौत के दर्शन किए एवम् समाधी के आगे नतमष्तक होकर नमन् किया।
मंगला आरती के अवसर पर मंदिर के प्रमुख प्रवेश द्वार के खुलते ही मेलार्थी बाबा के जयकारे लगाते हुए बड़े उत्साह के साथ निज मंदिर में प्रवेश किया। अनेक श्रृद्धालुओं ने बाबा की बीज के अवसर पर अपने ईष्टदेव के दर्शन कर अपने आप को धन्य महसूस किया। श्रृद्धालूगण बाबा की अवतरण तिथि भादवासुदी बीज के अवसर पर ईष्ट देव के दर्शन करने के लिये रात्रि में ही बैरीकेटिंग के मध्य डेरा जमाए रखा था।
बाबा की अवतरण तिथि भादवाषुक्ला बीज पर रामदेवरा में उमड़ा आस्था का ज्वार
बाबा के जयघौषों से गूंज उठी रामदेवरा नगरी , ध्वजाओं से रंग-बिरगा हो गया रामसापीर का दरबार
रामदेवरा , 7 सितम्बर/
जन-जन का आराध्य देव बाबा रामसापीर की अवतरण तिथि भादवाषुक्ला बीज को कौने-कौने से पहुंचे बाबा के भक्तों का ज्वार उमड़ पड़ा एवं संपूर्ण रामदेवरा नगरी आस्था में हिलौरे मारने लगी। कष्ट और पीड़ा की परवाह किए बिना ही कौसों दूरी से आए भक्तजनों ने बाबा की दूज पर समाधी के दर्षन कर अपने आपको धन्य महसूस किया।
629 वें भादवाषुक्ला बाबा रामदेवरा के मेले में बाबा की बीज को मंगला आरती के साथ ही बाबा के भक्तजन अपने ईष्टदेव की समाधी के दर्षन के लिए उमड़ पड़े एवं अपनी आस्था के साथ श्रृद्धा भाव से दर्षन किए एवं पूजा-अर्चना कर मनोयोग के साथ प्रसाद चढ़ाया। बाबा के भक्तों ने बाबा के जयकारों से पूरी रामदेवरा नगरी को गुंजायमान कर दिया।
देष के कौने-कौने से रामदेवरा पहुंचे पुरुष व महिला भक्तजनों से अपने बच्चों के साथ भीड़ की परवाह किए बिना ही भक्ति भावना के साथ बाबा की समाधी के दर्षन करने से पीछे नहीं रहे।
बाबा की बीज पर लगभग 4 से 5 किलोमीटर तक लम्बी-लम्बी लाईनें बाबा के भक्तों की लगी हुई थी एवं वे पूरी आस्था के साथ अपनी-अपनी बारी से कतार में खड़े होकर बाबा की समाधी के दर्षन का पुण्य लाभ ले रहे थे।
मेला मेला प्रषासन द्वारा कतारबद्ध खड़े दर्षनार्थियों के लिए पानी की समुचित व्यवस्था की गई। वहीं उन्हें सुगमतापूर्वक दर्षन करवाए जा रहे थे। रुणैचा नगरी में आस्था का ऐसा माहौल चारों ओर दिखाई दे रहा था जहां रामदेवरा नगरी में कौने-कौने में पसरे हुए थे। मेले में आए भक्तजन पवित्र रामसरोवर तालाब में जहां डूबकी का आनंद ले रहे थे। वहीं रामसरोवर पाल पर दाल-बाटी व चूरमा बना कर बाबा को भोग लगा कर प्रसाद ग्रहण कर रहे थे।
मेलाधिकारी एवं उपखण्ड अधिकारी सी.एम.वर्मा ने बताया कि बाबा की बीज को अनुमानतः डेढ़ लाख से अधिक श्रृद्धालुओं ने बाबा की समाधी के दर्षन करने का अनुमान है।
वित्त आयोग के सदस्य डाॅ.पी.एल.अग्रवाल ने किए
बाबा की समाधी के दर्षन एवं की पूजा-अर्चना
रामदेवरा , 7 सितम्बर/ वित्त आयोग के सदस्य एवं पूर्व जिला कलक्टर जैसलमेर डाॅ.पी.एल.अग्रवाल ने शनिवार को रामदेवरा पहुंच कर बाबा की समाधी के दर्षन किए एवं पूजा-अर्चना कर प्रसाद चढ़ाया।
वित्त आयोग के सदस्य डाॅ. अग्रवाल ने अपनी धर्मपत्नी के साथ श्रृद्धाभावना से बाबा की समाधी के समक्ष नतमष्तक होकर पूजा की। पूजारी कमल छंगाणी ने पवित्र झारी का जल आचमन करवाया और प्रसाद दिया व माला पहना कर उनका सम्मान किया। तहसीलदार बद्रीलाल विष्नोई ने डाॅ. अग्रवाल को दर्षन कराएं।
अनुजा आयोग के अध्यक्ष मेघवाल , जिला कलक्टर मीना , पुलिस अधीक्षक शर्मा ने श्रृद्धाभावना सहित बाबा रामदेव जी की समाधी के दर्शन किए तथा समाधी का पंचामृत से अभिषेक किया । उन्होंने समाधी पर इत्र एवं प्रसाद चढ़ाया एवं समाधी पर चंवर ढुलाया तथा बाबा के अखण्ड जौत के दर्शन किए एवं मंदिर परिसर का भ्रमण कर मेला व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
मंगला आरती के अवसर पर दूध , दही , सहद ,इत्र एवं पंचामृत से अभिषेक किया गया। बाबा को मेवा मिष्ठान एवं मिश्री का भोग लगाया गया। पूजारी कमल छंगाणी के साथ ही बाबा के वंषज तँवर समाज के गणमान्य नागरिक भी मंगला आरती के अवसर पर उपस्थित थे। बाबा की समाधी पर नई चादर चढ़ाई गयी एवं शनिवार को प्रातः बाबा की भोग आरती की गई।
मंगला आरती के दौरान समिति के पूजारी कमल छंगाणी ने अनुजा आयोग के अध्यक्ष मेघवाल , जिला कलक्टर मीना एवं पुलिस अधीक्षक शर्मा , सचिव जोधपुर विद्युत वितरण निगम श्यामसिंह राजपुरोहित से शास्त्रोक्त विधि से पूजा-अर्चना करायी। बाबा की समाधी पर चढ़ाये गये मुकूट के केषर से तिलक लगाया गया एवं बाबा की समाधी पर चढ़ाई गई मालाएं इन अतिथियों को पहनाई गई।
मेलाधिकारी एवं उपखण्ड अधिकारी पोकरण सी.एम.वर्मा , अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामसिंह , उप अधीक्षक पुलिस कल्याणमल बंजारा ,सहायक मेलाधिकारी एवं तहसीलदार पोकरण बद्रीलाल विष्नोई , विकास अधिकारी छोगाराम विष्नोई, तहसीलदार भणियांणा पुखराज भार्गव ,सहायक अभियंता धनाराम विश्नोई , ग्रामसेवक गोकुलसिंह ,पटवारी रामदेवरा के साथ ही मंदिर समिति के पदाधिकारीगण ने मंगला आरती के समय उपस्थित थे एवं उन्होंने बाबा की अखण्ड जौत के दर्शन किए एवम् समाधी के आगे नतमष्तक होकर नमन् किया।
मंगला आरती के अवसर पर मंदिर के प्रमुख प्रवेश द्वार के खुलते ही मेलार्थी बाबा के जयकारे लगाते हुए बड़े उत्साह के साथ निज मंदिर में प्रवेश किया। अनेक श्रृद्धालुओं ने बाबा की बीज के अवसर पर अपने ईष्टदेव के दर्शन कर अपने आप को धन्य महसूस किया। श्रृद्धालूगण बाबा की अवतरण तिथि भादवासुदी बीज के अवसर पर ईष्ट देव के दर्शन करने के लिये रात्रि में ही बैरीकेटिंग के मध्य डेरा जमाए रखा था।
बाबा की अवतरण तिथि भादवाषुक्ला बीज पर रामदेवरा में उमड़ा आस्था का ज्वार
बाबा के जयघौषों से गूंज उठी रामदेवरा नगरी , ध्वजाओं से रंग-बिरगा हो गया रामसापीर का दरबार
रामदेवरा , 7 सितम्बर/
जन-जन का आराध्य देव बाबा रामसापीर की अवतरण तिथि भादवाषुक्ला बीज को कौने-कौने से पहुंचे बाबा के भक्तों का ज्वार उमड़ पड़ा एवं संपूर्ण रामदेवरा नगरी आस्था में हिलौरे मारने लगी। कष्ट और पीड़ा की परवाह किए बिना ही कौसों दूरी से आए भक्तजनों ने बाबा की दूज पर समाधी के दर्षन कर अपने आपको धन्य महसूस किया।
629 वें भादवाषुक्ला बाबा रामदेवरा के मेले में बाबा की बीज को मंगला आरती के साथ ही बाबा के भक्तजन अपने ईष्टदेव की समाधी के दर्षन के लिए उमड़ पड़े एवं अपनी आस्था के साथ श्रृद्धा भाव से दर्षन किए एवं पूजा-अर्चना कर मनोयोग के साथ प्रसाद चढ़ाया। बाबा के भक्तों ने बाबा के जयकारों से पूरी रामदेवरा नगरी को गुंजायमान कर दिया।
देष के कौने-कौने से रामदेवरा पहुंचे पुरुष व महिला भक्तजनों से अपने बच्चों के साथ भीड़ की परवाह किए बिना ही भक्ति भावना के साथ बाबा की समाधी के दर्षन करने से पीछे नहीं रहे।
बाबा की बीज पर लगभग 4 से 5 किलोमीटर तक लम्बी-लम्बी लाईनें बाबा के भक्तों की लगी हुई थी एवं वे पूरी आस्था के साथ अपनी-अपनी बारी से कतार में खड़े होकर बाबा की समाधी के दर्षन का पुण्य लाभ ले रहे थे।
मेला मेला प्रषासन द्वारा कतारबद्ध खड़े दर्षनार्थियों के लिए पानी की समुचित व्यवस्था की गई। वहीं उन्हें सुगमतापूर्वक दर्षन करवाए जा रहे थे। रुणैचा नगरी में आस्था का ऐसा माहौल चारों ओर दिखाई दे रहा था जहां रामदेवरा नगरी में कौने-कौने में पसरे हुए थे। मेले में आए भक्तजन पवित्र रामसरोवर तालाब में जहां डूबकी का आनंद ले रहे थे। वहीं रामसरोवर पाल पर दाल-बाटी व चूरमा बना कर बाबा को भोग लगा कर प्रसाद ग्रहण कर रहे थे।
मेलाधिकारी एवं उपखण्ड अधिकारी सी.एम.वर्मा ने बताया कि बाबा की बीज को अनुमानतः डेढ़ लाख से अधिक श्रृद्धालुओं ने बाबा की समाधी के दर्षन करने का अनुमान है।
वित्त आयोग के सदस्य डाॅ.पी.एल.अग्रवाल ने किए
बाबा की समाधी के दर्षन एवं की पूजा-अर्चना
रामदेवरा , 7 सितम्बर/ वित्त आयोग के सदस्य एवं पूर्व जिला कलक्टर जैसलमेर डाॅ.पी.एल.अग्रवाल ने शनिवार को रामदेवरा पहुंच कर बाबा की समाधी के दर्षन किए एवं पूजा-अर्चना कर प्रसाद चढ़ाया।
वित्त आयोग के सदस्य डाॅ. अग्रवाल ने अपनी धर्मपत्नी के साथ श्रृद्धाभावना से बाबा की समाधी के समक्ष नतमष्तक होकर पूजा की। पूजारी कमल छंगाणी ने पवित्र झारी का जल आचमन करवाया और प्रसाद दिया व माला पहना कर उनका सम्मान किया। तहसीलदार बद्रीलाल विष्नोई ने डाॅ. अग्रवाल को दर्षन कराएं।
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