बुधवार, 18 सितंबर 2013

रेप के आरोपी मंत्री की होगी छुट्टी !

रेप के आरोपी मंत्री की होगी छुट्टी !

जयपुर। सरकारी बंग्ले में महिला के साथ दुष्कर्म के आरोप लगने के बाद राजस्थान के डेयरी मंत्री बाबूलाल नागर की अब जल्द ही सरकार के मंत्री पद से छुट्टी हो सकती है। मंत्री खुद को भले ही पाक साफ बता रहे हों,लेकिन बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बात के साफ संकेत दे दिए है कि अब जल्द ही उनपर पुलिस बड़ी कार्रवाई कर सकती है। और यदि ऎसा हुआ तो यह संभव है कि जल्द ही नागर से डेयरी मंत्री पद से इस्तीफा मांग लिया जाए।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से बुधवार आरोपी मंत्री की जांच के संबंध में कहा गया है कि कानून सब पर लागू होता है,फिर चाहे आसाराम हो या कोई मंत्री। आरोप में सच्चाई है तो कानून अपने हिसाब से काम करेगा।। बता दें कि आसाराम बापू के मामले में भी गहलोत का ऎसा ही रूख देखने को मिला था और फिर जल्द ही जोधपुर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आसाराम को गिरफ्तार कर लिया था। इस बार भी गहलोत के रवैये को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि अब जल्द ही नागर पर कोई बड़ी कार्रवाई हो सकती है और उनकी कुर्सी भी छीनी जा सकती है।


उल्लेखनीय है कि पीडिता ने 13 सितंबर को कोर्ट में परिवाद दायर कर राजस्थान के सरकार के मंत्री बाबूलाल नागर पर दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाया। पीडिता के अनुसार 11 सितम्बर को मंत्री ने उसे दोपहर ढ़ाई बजे फोन कर अपने घर बुलाया। उसी दिन शाम करीब पांच बजे वहां पहुंची तो उसे और उसके रिश्तेदार को भी अच्छी नौकरी दिलाने का वादा किया। कुछ देर बाद मंत्री कमरे में चला गया और पीडिता को कमरे में बुलाया। नागर ने पीडिता के जबरन कपड़े उतारे और दुष्कर्म का प्रयास किया। पीडिता के विरोध करने पर मंत्री ने धमकी दी कि तुम्हारा हाल भी भंवरी देवी जैसा कर दिया जाएगा। नागर ने पीडिता के बेटे की हत्या करने की भी धमकी दी।

मामले की जांच में जुटी सीआईडी

रेप के आरोप में फंसे राजस्थान के डेयरी मंत्री बाबूलाल नागर से पूछताछ की जाएगी। मामले की जांच का जिम्मा सीआईडी को दिया गया है। सीआईडी की जांच इसलिए सौंपी गई है क्योंकि यह मामला मंत्री से जुड़ा है। जयपुर की एक महिला ने नागर पर रेप का आरोप लगाया था। जयपुर की एक अदालत के आदेश पर पुलिस ने सोढ़ाला थाने में नागर के खिलाफ केस दर्ज किया था। इससे पहले पीडिता मंत्री नागर के खिलाफ केस दर्ज करवाने की गुहार के साथ कोर्ट पहुंची। इसके बाद अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट क्रम संख्या 9 की अदालत ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 156/3 के तहत मुकदमा दर्ज करने के लिए मामला सोढ़ाला थाने भिजवाया है।


पहले भी बदला जा चुका है विभाग

दुष्कर्म के प्रयास के आरोपों को भले ही मंत्री नागर ने आधिकारिक बयान जारी कर खारिज कर दिया है। मंत्री ने कहा है कि चुनाव से पूर्व उन्हें बदनाम करने की साजिश है और उनके खिलाफ षड़यंत्र रचा गया है। हालांकि,नागर पहले भी काफी विवादों में घिरे रहे हैं। जिसके चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इनका विभाग बदल दिया था।

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