शनिवार, 28 सितंबर 2013

पाकिस्तान के सिंध और बलूचिस्तान में भूकंप के झटके



पाकिस्तान में सिंध और बलूचिस्तान प्रांतों के कई शहरों में शनिवार को भूकंप के बाद के भयंकर झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 6.8 थी। तीन दिन पहले इस क्षेत्र में 7.7 तीव्रता का भूकंप आया था, जिससे 500 से ज्यादा लोग मारे गए थे।
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पाकिस्तान के मौसम विभाग ने बताया कि आज भूकंप के बाद के झटके की तीव्रता रिक्टर पैमाने 7.2 थी, जबकि अमेरिकी भू-गर्भ सर्वेक्षण विभाग ने इसकी तीव्रता 6.8 रिकॉर्ड किया। ये झटके प्रांतीय राजधानियों कराची और क्वेटा में महसूस किए गए।



सभी स्थानीय टेलीविजन चैनलों पर दिखाया गया कि कराची में इस नवीनतम झटके के बाद लोग अपने दफ्तरों से निकलकर भाग रहे थे। एक मीडिया ग्रुप के कर्मचारी अदनान अहमद ने कहा कि झटके पिछली बार की तरह उतने शक्तिशाली नहीं थे, लेकिन कुर्सियों और मेजों को हिलते हुए महसूस किया जा सकता था।



नेशनल सिस्मिक सेंटर के निदेशक जाहिद रफी ने कहा कि इस भूकंप का केंद्र एक बार फिर अवारान था। रफी ने बताया कि कराची, क्वेटा, लरकाना, जैकोबाबाद, खीरपुर, नसीराबाद, सुक्कुर, मस्तंग और खरान में झटके महसूस किए गये। मंगलवार को भूकंप से प्रभावित सुदूर इलाकों में अबतक बचाव दल नहीं पहुंच पाए हैं, जिनमें सर्वाधिक प्रभावित बलूचिस्तान का अवारान जिला है, उसी के समीप भूकंप का केंद्र था।



भूकंप प्रभावित इलाके में कल भी बाद के झटके आए थे जिनकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5 थी। पाकिस्तान के मौसम विभाग ने बताया कि बाद के झटके का केंद्र ओरमरा था और उसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। एक सरकारी प्राथमिक नुकसान आकलन के अनुसार अवारान में 30-40 फीसदी का आंशिक नुकसान हुआ।



दो अन्य जिलों माशकल और मलार पर बहुत बुरा असर पड़ा और वहां 80-90 फीसदी नुकसान हुआ। इसी बीच, कल अवारण जिले के माशकाय में संदिग्ध आतंकवादियों ने भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत सामग्री लेकर जा रहे एक हेलीकॉप्टर पर गोलियां चलायीं। हेलीकॉप्टर बाल-बाल बच गया। यह इस इलाके में सेना के हेलीकॉप्टर पर दूसरा हमला था।

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