जयपुर। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वसुन्धरा राजे ने कहा कि उनकी भाजपा सरकार में मुसलमानों का सम्मान और सुरक्षा का पूरा खयाल रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुसलमानों को भाजपा से डराती आई है लेकिन सूरवाल, गोपालगढ़ और टोंक की घटनाओं के बाद तो यह स्पष्ट भी हो गया है कि मुसलमानों को भाजपा से नहीं, कांग्रेस से दूर रहना चाहिए। क्योंकि भाजपा सभी मजहबों और 36 की 36 कौमों को साथ लेकर चलने में विश्वास रखती है,
जबकि कांग्रेस मजहबी झगड़े करवाकर वोटों की राजनीति में भरोसा करती है।
राजे सिविल लाईन्स स्थित इसरदा पैलेस में आयोजित मुस्लिम उलेमाओं के कार्यक्रम को सम्बोधित रही थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूंठ बोलने में माहिर है, जो कहते हैं कि गोली चलाना तो दूर, उनकी सरकार ने प्रदेश में किसी पर लाठीचार्ज तक नहीं किया। क्या मुख्यमंत्री गोपालगढ़ और टोंक की मस्जिद में हुई घटनाओं को भूल गये? क्या मुख्यमंत्री ये भी भूल गये कि उनके मंत्री अमीन खां ने अल्पसंख्यक कल्याण कार्यक्रम में राजस्थान सरकार को ग्राउण्ड लेवल पर जीरो बताया है। क्या उन्हें इतना भी याद नहीं है कि अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हबीबुल्ला ने भी गोपालगढ़ के मामले में राजस्थान सरकार को दोषी बताया है और कहा है कि गोपालगढ़ में सरकार ने अपने ही लोगों पर गोलियां चलवाई। इस कार्यक्रम में करीब एक हजार मुस्लिमों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की, जिनमें प्रदेशभर से आये उलेमा भी शामिल थे। इस मौके पर बाड़मेर के कारी अहमद जमाल खां, अली मोहम्मद, मौलाना हबीबउल्ला, डोटाणा के हाजी इब्राहिम तथा जालौर के मौलाना लतीफ सहित सैंकड़ों उलेमा मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व मंत्री युनूस खान ने किया।
वसुन्धरा ने इस मौके पर एक शेर भी पढ़ा-
दिल में गीता, गुरूग्रंथ, बाईबल, कुरआन रखती हूँ,
सभी मजहबों का, मैं मन में सम्मान रखती हूँ,
ये मेरे पुरखों की दी हुई जागीर है दोस्तों,
मैं अपने दिल में सारा हिन्दुस्तान रखती हूँ।
मदेरणा के मामले में तो सीबीआई से जांच
नागर के प्रकरण में सीआईडी क्यों-वसुन्धरा
वसुन्धरा ने कहा है कि महिला उत्पीड़न के मामलों में मुख्यमंत्री का दोहरा मापदण्ड है। महिपाल मदेरणा और मलखान सिंह विश्नोई के मामले में तो मुख्यमंत्री ने सीबीआई से जांच करवाई और अपने चहेते मंत्री बाबूलाल नागर के प्रकरण को उन्होंने सीआईडी के हवाले कर दिया। जबकि इस प्रकरण में तो मंत्री नागर को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाना था। राजे मुस्लिम उलेमाओं के कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस मामले में यह तो कह दिया कि कानून अपना काम करेगा। पर वे ये तो बताए कि कानून अपना काम कब करेगा?
न पैसेंजर, न सिक्योरिटी क्लिरियंस, फिर भी हो गया मैट्रो का उद्घाटन
वसुन्धरा ने कहा कि न परीक्षण हुआ, न सिक्योरिटी क्लिरियंस मिला, न पैसेंजर बैठे और कर दिया खाली मैट्रो का हड़बड़ी में उद्घाटन। ये सब मतदाताओं को लुभाने के लिए किया जा रहा है, लेकिन मतदाता इनके झांसे में आने वाला नहीं है। मैट्रो में जंग लगे सरिये और घटिया सीमेन्ट का प्रयोग किया गया। इसके वाइब्रेशन से जयपुर की हैरिटेज इमारतों को खतरा है। मैट्रो की जल्दबाजी में कितने हादसे हुए, जो किसी से छुपे हुए नहीं है। मैट्रो का मतलब होता है अण्डर ग्राउण्ड टेªन। इस सरकार ने तो जयपुर की स्काई लाइन ही बिगाड़ दी।
राजे सिविल लाईन्स स्थित इसरदा पैलेस में आयोजित मुस्लिम उलेमाओं के कार्यक्रम को सम्बोधित रही थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री झूंठ बोलने में माहिर है, जो कहते हैं कि गोली चलाना तो दूर, उनकी सरकार ने प्रदेश में किसी पर लाठीचार्ज तक नहीं किया। क्या मुख्यमंत्री गोपालगढ़ और टोंक की मस्जिद में हुई घटनाओं को भूल गये? क्या मुख्यमंत्री ये भी भूल गये कि उनके मंत्री अमीन खां ने अल्पसंख्यक कल्याण कार्यक्रम में राजस्थान सरकार को ग्राउण्ड लेवल पर जीरो बताया है। क्या उन्हें इतना भी याद नहीं है कि अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हबीबुल्ला ने भी गोपालगढ़ के मामले में राजस्थान सरकार को दोषी बताया है और कहा है कि गोपालगढ़ में सरकार ने अपने ही लोगों पर गोलियां चलवाई। इस कार्यक्रम में करीब एक हजार मुस्लिमों ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की, जिनमें प्रदेशभर से आये उलेमा भी शामिल थे। इस मौके पर बाड़मेर के कारी अहमद जमाल खां, अली मोहम्मद, मौलाना हबीबउल्ला, डोटाणा के हाजी इब्राहिम तथा जालौर के मौलाना लतीफ सहित सैंकड़ों उलेमा मौजूद थे। कार्यक्रम का संचालन पूर्व मंत्री युनूस खान ने किया।
वसुन्धरा ने इस मौके पर एक शेर भी पढ़ा-
दिल में गीता, गुरूग्रंथ, बाईबल, कुरआन रखती हूँ,
सभी मजहबों का, मैं मन में सम्मान रखती हूँ,
ये मेरे पुरखों की दी हुई जागीर है दोस्तों,
मैं अपने दिल में सारा हिन्दुस्तान रखती हूँ।
मदेरणा के मामले में तो सीबीआई से जांच
नागर के प्रकरण में सीआईडी क्यों-वसुन्धरा
वसुन्धरा ने कहा है कि महिला उत्पीड़न के मामलों में मुख्यमंत्री का दोहरा मापदण्ड है। महिपाल मदेरणा और मलखान सिंह विश्नोई के मामले में तो मुख्यमंत्री ने सीबीआई से जांच करवाई और अपने चहेते मंत्री बाबूलाल नागर के प्रकरण को उन्होंने सीआईडी के हवाले कर दिया। जबकि इस प्रकरण में तो मंत्री नागर को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाना था। राजे मुस्लिम उलेमाओं के कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इस मामले में यह तो कह दिया कि कानून अपना काम करेगा। पर वे ये तो बताए कि कानून अपना काम कब करेगा?
न पैसेंजर, न सिक्योरिटी क्लिरियंस, फिर भी हो गया मैट्रो का उद्घाटन
वसुन्धरा ने कहा कि न परीक्षण हुआ, न सिक्योरिटी क्लिरियंस मिला, न पैसेंजर बैठे और कर दिया खाली मैट्रो का हड़बड़ी में उद्घाटन। ये सब मतदाताओं को लुभाने के लिए किया जा रहा है, लेकिन मतदाता इनके झांसे में आने वाला नहीं है। मैट्रो में जंग लगे सरिये और घटिया सीमेन्ट का प्रयोग किया गया। इसके वाइब्रेशन से जयपुर की हैरिटेज इमारतों को खतरा है। मैट्रो की जल्दबाजी में कितने हादसे हुए, जो किसी से छुपे हुए नहीं है। मैट्रो का मतलब होता है अण्डर ग्राउण्ड टेªन। इस सरकार ने तो जयपुर की स्काई लाइन ही बिगाड़ दी।
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