कोलायत विधायक से जैसलमेर भाजपा ने बनाई दूरी
ओरण गोचर बचाने के लिए प्रदर्शन
जैसलमेर ओरण गोचर बचाने के लिए जिला मुख्यालय पर कोलायत विधायक देवीसिंह भाटी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। धरनार्थियों को संबोधित करते हुए कोलायत विधायक ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकार वैश्वीकरण के नाम पर पैसे वालों को पनपा रही है और खेती व किसानों को उजाडऩे की नीति पर चल रही है। उन्होंने कहा कि यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कोलायत विधायक ने कहा कि 200 वर्षों पूर्व हमारे पूर्वजों ने शून्य खर्च आधारित परिवार चलाने के लिए ओरण, गोचर व चारागाह विकसित किए थे। लेकिन वर्तमान सरकार की नजरें इस ओरण गोचर पर है और यह जमीन कंपनियों को डीएलसी की 10 प्रतिशत दर पर आवंटित की जा रही है। शुक्रवार सुबह कलेक्ट्रेट के सामने बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हुए और धरना प्रदर्शन किया। इस अवसर पर आयोजित सभा को कोलायत विधायक सहित प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने संबोधित किया। इसके बाद धरनार्थियों के प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि 15 जुलाई 2013 को बीकानेर में ओरण गोचर को राजस्व रिकार्ड में दर्ज करने के समझौते की अभी तक पालना नहीं हुई है।
जैसलमेर. ओरण गोचर बचाने के लिए पिछले लम्बे समय से जैसलमेर में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। इसी सिलसिले में शुक्रवार को कोलायत विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता देवीसिंह भाटी भी आगे आए और जैसलमेर में धरना देकर कलेक्टर से मुलाकात की। कोलायत विधायक के जैसलमेर दौरे में भाजपा ने दूरी बनाए रखी। कोलायत विधायक के आसपास भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी व सक्रिय कार्यकर्ता नजर नहीं आए, जो एक चर्चा का विषय बना रहा। शुक्रवार को विशाल धरने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण एकत्र हुए लेकिन भाजपा पदाधिकारी व कार्यकर्ता दिखाई नहीं दिए। हालांकि ज्ञापन देने गए प्रतिनिधि मंडल में जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी जरूर शामिल हुए, उनके अलावा कोई भी नेता नहीं था।
सांगसिंह भाटी भी नदारद
जैसलमेर में ओरण गोचर बचाने के लिए लम्बे समय से पूर्व विधायक एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सांगसिंह भाटी संघर्षरत है लेकिन शुक्रवार को देवीसिंह भाटी के नेतृत्व में दिए गए धरने में सांगसिंह भाटी भी नदारद रहे। भाजपा नेताओं की देवीसिंह भाटी से दूरी लोगों के बीच चर्चा का विषय रही।
खेती योग्य भूमि एवं सेवण घास क्षेत्र का कंपनियों को आवंटन बंद किया जाए। हाल ही में सिंचित एवं भू तल जल उपलब्ध क्षेत्र की उपजाऊ जमीन बडोड़ा गांव, जसकरणपुरा, मूलाना, दवाड़ा, भीमसर, रासला, सांवता, भोपा, भीखसर, कराड़ा, मेहराजोत, अचला, लाला, मदासर, नेडान एवं कीता में कंपनी को आवंटित की है उसे निरस्त किया जाए।
ञ्चमौके पर विद्यमान ओरण गोचर तालाब एवं आगोर का कंपनियों को किया गया आवंटन निरस्त किया जाए। -मूलाना में बाबा रामदेव ओरण, दवाड़ा में देगराय आईनाथ की ओरण का कंपनी को किया गया आवंटन निरस्त कर रिकार्ड में ओरण दर्ज की जाए।
ओरण गोचर तालाब आगोर में किए गए अवैध कब्जे तुरंत हटाए जाएं।
मूलाना में ओरण, गोचर क्षेत्र में कंपनी कार्य का विरोध करने गए ग्रामीणों पर दर्ज झूठे मुकदमे तुरंत वापिस लिए जाएं।
नहरी भूमि का नीलामी एवं विशेष आवंटन बंद किया जाए। उपनिवेशन में 2004 में 63 हजार साधारण आवेदन एवं राजस्व क्षेत्र में बारानी भूमि के 26 हजार आवेदन भू आवंटन के लिए लम्बित है, इनको सर्व प्रथम भू आवंटन किया जाए।
संपूर्ण प्रदेश में बारानी एवं सिंचित भूमि जिले के बाहर निवासियों को आवंटन नहीं करने के नियमानुसार जैसलमेर में बाहरी जिलेवासियों को आवंटन बंद किया जाए।
मौके पर विद्यमान ओरण, गोचर, तालाब एवं आगोर का राजस्व रिकार्ड में इंद्राज किया जाए।
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