दयालपुरा
मौलासर थाना क्षेत्र के खारिया गांव में सोमवार दोपहर डीडवाना बांगड़ कॉलेज से घर लौटने के दौरान गांव की स्टैंड पर परेशान करने व उसके घर के आगे से अपहरण का प्रयास करने से आहत युवती ने सोमवार देर रात अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सुबह परिजनोंं को जैसे ही पता चला, पुलिस को सूचित कर उसे मौलासर अस्पताल लेकर आए। डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। छात्रा की मौत पर परिजन व ग्रामीण आक्रोशित हो गए। परेशान करने वाले तीसरे आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी की मांग पर अड़ गए। परिजनों ने गिरफ्तारी के बाद ही शव उठाने की बात कही। पांच घंटे तक लंबी समझाइश के बाद जब प्रशासन ने उन्हें 24 घंटे का आश्वासन दिया, तब जाकर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव उठाया।
मौलासर थानाधिकारी घनश्याम मीणा ने बताया कि सोमवार को बीएससी प्रथम वर्ष की यह छात्रा कॉलेज से छुट्टी होने पर बस में गांव खारियां लौट रही थी। डीडवाना से अपने वाहन में सिंगरावट निवासी ओमप्रकाश उर्फ रामकुमार पुत्र रतनाराम जाट, रामू उर्फ रामदेव पुत्र छोगाराम जाट व महाराष्ट्र के जालना जिले के कदीम गांव का रामेश्वर पुत्र दत्ताराव भंवर उसका पीछा करने लगे। गांव के बस स्टैंड पर उतरकर छात्रा घर जाने लगी तो युवक वाहन से उतरे और उससे छेडख़ानी कर परेशान किया। वह चिल्लाई और घर तक ही पहुंची थी कि युवकोंं ने उसे अपने वाहन में डालने का प्रयास किया। इसी बीच ग्रामीण व परिजन एकत्र हो गए। उन्होंने तीनों युवकों को पकड़ कर उनकी पिटाई कर दी। इस दौरान रामू उर्फ रामदेव वहां से भाग गया। ग्रामीणों ने मौलासर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ओमप्रकाश व रामेश्वर को गिरफ्तार कर थाने ले गई। जब दो आरोपियों को पकड़ लिया तो ग्रामीण शांत हो गए। लेकिन छेडख़ानी व जबरदस्ती गाड़ी में डालने के प्रयास से छात्रा आहत हो गई। देर रात में उसने अपने कमरे में फांसी लगा ली। सुबह परिजन उठे तो उन्हें इस बारे में पता चला। थानाधिकारी घनश्याम मीणा छात्रा के घर पहुंचे। उसे मौलासर अस्पताल लेकर आए, लेकिन यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। छात्रा की मौत से आक्रोशित परिजनों ने घटना के लिए युवकों को जिम्मेदार ठहराते हुए मंगलवार सुबह छह बजे से मोर्चरी के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया और तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
जैसे-जैसे ग्रामीणों को घटना की जानकारी मिली, वे अस्पताल आने लगे। ग्रामीणों का आक्रोश देखते हुए थानाधिकारी ने डीडवाना सीओ मंगलाराम को इसकी सूचना दी। प्रशासन को भी मामला गंभीर होने की सूचना मिलते ही उपखंड अधिकारी रामानंद शर्मा, कुचामन सीओ विपिन शर्मा, मारोठ थानाधिकारी अमरूद्दीन, खुनखुना थानाधिकारी ब्रजेंद्र गिल, नावां थानाधिकारी मोटाराम बेनीवाल, चितावा थानाधिकारी सुरेश सोनी मय जाब्ता स्थिति संभालने पहुंचे। अधिकारियों ने आरएसी के जवानों को भी बुलाया।
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