बिल्ली की मियाऊं पर 9 कैदियों की पिटाई
भीलवाड़ा। चूहों की छुटकारा दिलाने के लिए रखी गई एक पालतु बिल्ली को लेकर एक कैदी ने फिल्मी अंदाज में 9 कैदियों की जमकर धुनाई कर डाली। इसबीच बीच-बचाव करने वाले 2 संतरियों की भी पिटाई हो गई। हालांकि,समय रहते जेल के अन्य सुरक्षाकर्मियों ने हल्का बल प्रयोग करते हुए स्थिति पर काबू पा लिया। इस सुरक्षाकर्मियों और कैदियों के साथ इस झड़प में आरोपी कैदी भी घायल हो गया जिसे महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं,बंदी समेत अन्य जेलकर्मियों को जेल में ही प्राथमिक उपचार किया गया।
जानकारी के अनुसार, जेल में उत्पात मचाने वाला यह आरोपी कैंदी पारिवारिक झगड़े के कारण शांतिभंग के आरोप में बुधवार को ही जेल भेजा गया था। जेल उपाधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि न्यू बापूनगर निवासी दीपक और उसके बहनोई शशि कुमार में बुधवार को पारिवारिक विवाद के कारण झगड़ा हो गया था। इसके बाद प्रतापनगर पुलिस ने दोनों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया था और वहां से ये दोनों जेल भेजे गए थे।
बिल्ली बनी फसाद की जड़
इस बीच गुरूवार सुबह चूहों से बचाव के लिए पाली गई बिल्ली को अवसाद में चल रहे दीपक कुमार ने जेल में उठाकर फेंक दिया। इससे अन्य बंदी उससे उलझ पडे। देखते ही देखते मामले ने तूल पकड़ लिया और बंदी से उलझ पड़े। दीपक ने नौ बंदी, दो संतरी और जेल से धक्का-मुक्की कर मारपीट कर दी। जेल कर्मियों से वह काबू में नहीं आ पाया। इस पर उसके साथ हल्का बल प्रयोग किया गया।
उदयपुर जेल में करेंगे शिफ्ट
आपस में उलझे बंदियों से बचाने के लिए दीपक को लोहे के गेट तक लाया गया तो उसने जेलर गंगाराम से चॉबी छीन ली। जैसे-तैसे उसे काबू में किया गया। बंदियों के पीटने से दीपक को चोटे आई। बाद में घायल दीपक को महात्मा गांधी चिकित्सालय में इलाज के बाद वापस लाया गया। जेल उपाधीक्षक मालीवाल ने बताया कि दीपक को उदयपुर जेल में शिफ्ट किया जा रहा है। उसके खिलाफ रिपोर्ट कोतवाली में दी गई है।
भीलवाड़ा। चूहों की छुटकारा दिलाने के लिए रखी गई एक पालतु बिल्ली को लेकर एक कैदी ने फिल्मी अंदाज में 9 कैदियों की जमकर धुनाई कर डाली। इसबीच बीच-बचाव करने वाले 2 संतरियों की भी पिटाई हो गई। हालांकि,समय रहते जेल के अन्य सुरक्षाकर्मियों ने हल्का बल प्रयोग करते हुए स्थिति पर काबू पा लिया। इस सुरक्षाकर्मियों और कैदियों के साथ इस झड़प में आरोपी कैदी भी घायल हो गया जिसे महात्मा गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं,बंदी समेत अन्य जेलकर्मियों को जेल में ही प्राथमिक उपचार किया गया।
जानकारी के अनुसार, जेल में उत्पात मचाने वाला यह आरोपी कैंदी पारिवारिक झगड़े के कारण शांतिभंग के आरोप में बुधवार को ही जेल भेजा गया था। जेल उपाधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि न्यू बापूनगर निवासी दीपक और उसके बहनोई शशि कुमार में बुधवार को पारिवारिक विवाद के कारण झगड़ा हो गया था। इसके बाद प्रतापनगर पुलिस ने दोनों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया था और वहां से ये दोनों जेल भेजे गए थे।
बिल्ली बनी फसाद की जड़
इस बीच गुरूवार सुबह चूहों से बचाव के लिए पाली गई बिल्ली को अवसाद में चल रहे दीपक कुमार ने जेल में उठाकर फेंक दिया। इससे अन्य बंदी उससे उलझ पडे। देखते ही देखते मामले ने तूल पकड़ लिया और बंदी से उलझ पड़े। दीपक ने नौ बंदी, दो संतरी और जेल से धक्का-मुक्की कर मारपीट कर दी। जेल कर्मियों से वह काबू में नहीं आ पाया। इस पर उसके साथ हल्का बल प्रयोग किया गया।
उदयपुर जेल में करेंगे शिफ्ट
आपस में उलझे बंदियों से बचाने के लिए दीपक को लोहे के गेट तक लाया गया तो उसने जेलर गंगाराम से चॉबी छीन ली। जैसे-तैसे उसे काबू में किया गया। बंदियों के पीटने से दीपक को चोटे आई। बाद में घायल दीपक को महात्मा गांधी चिकित्सालय में इलाज के बाद वापस लाया गया। जेल उपाधीक्षक मालीवाल ने बताया कि दीपक को उदयपुर जेल में शिफ्ट किया जा रहा है। उसके खिलाफ रिपोर्ट कोतवाली में दी गई है।
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