जिस दिन का इंतजार था आखिर वो घड़ी आ गई. बाबा केदारनाथ की शुद्धिकरण पूजा शुरू हो गई है. जैसाकि पहले से तय था बाबा केदारनाथ की शुद्धिकरण पूजा ठीक 7 बजे शुरु हो गई.
शुद्धिकरण पूजा के बाद बाबा केदारनाथ का पूरे विधि-विधान से जलाभिषेक किया जाएगा. शुद्धिकरण पूजा के बाद 8 बजे बाबा केदारनाथ के कपाट खोल दिए गए.
केदारनाथ जाने का रास्ता अब भी ठीक नहीं हो पाया है इसलिए बाबा केदारनाथ की आज की पूजा में वही लोग शरीक हो रहे हैं, जो विशेष तौर पर वहां पूजा के लिए पहुंचाए गए हैं.
हिमालयी तीर्थस्थल के गर्भ गृह को केदरनाथ-बद्रीनाथ समिति और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम के निरीक्षण में सजाया संवारा गया है.
इससे पहले मंगलवार को पुलिस महानिदेशक सत्यव्रत बंसल ने बताया कि केदार घाटी की ऊंचाइयों पर शवों की तलाश के लिए गत मंगलवार को शुरू किया गया अभियान तीर्थस्थल के नजदीक गौरीचट्टी और रामबाड़ा क्षेत्रों से बरामद 185 कंकालों के अंतिम संस्कार के साथ फिलहाल स्थगित कर दिया गया है.
पूजा में शामिल होने के लिए आए शंकराचार्य के प्रतिनिध स्वामी हंसदेवाचार्य ने कहा, ‘हम अभूतपूर्व त्रासदी के बाद लंबे समय तक पूजा स्थगित रहने के लिए भगवान शिव से क्षमा मांगेंगे.’ यहां अधिकारियों ने कहा कि पूजा भगवान के लिए शुरू हो रही है, न कि भक्तों के लिए क्योंकि अधिकांश आधारभूत ढांचा नष्ट हो चुका है.
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