मंगलवार, 17 सितंबर 2013

जैसलमेर विधानसभा चुनाव 2013 खडाल और बासियों में मनमुटाव दूर करना होगा

जैसलमेर विधानसभा चुनाव 2013 कैसे जीतेगी भाजपा जैसलमेर में 

  जैसलमेर खडाल और बासियों में मनमुटाव दूर करना होगा 

जैसलमेर आगामी विधानसभा चुनावो से पहले जैसलमेर में भाजपा संकट में आ रही हें ,यहाँ वर्तमान विधायक छोटू सिंह भाटी के लिए अगले विधासभा चुनावों में मुसीबत कम होने वाली नहीं लग रही ,कांग्रेस की गुटबाजी के बाद अब भाजपा में राजपूत बाहुल्य बसियान की भाजपा संघठन अनदेखी मुख्य मुद्दा बनाने वाला हें ,बसिया क्षेत्र भाटी राजपूतो का हें और यह भाजपा के प्रबल समर्थक हें ,गैर कांग्रेसी उम्मीदवारों को जितने में बसिया का बड़ा योगदान रहा हें ,वर्तमान जैसलमेर विधान सभा में राजपूत बाहुल्य तीन क्षेत्र बसिया ,खडाल ,और सोडान हें ,यहाँ राजपूतो के वर्चस्व की लड़ाई हमेशा सामने आती रही ,भेरो सिंह शेखावत के समय रणधा के भगवान् सिंह भाटी की इस क्षेत्र में तूती बोलती थी ,उनके देहावसान के बाद भाजपा में बसिया क्षेत्र की लगातार अनदेखी हो रही हें ऐसा मानना हें बसिया के लोगो का ,राजनितिक हलको में चर्चा हें की इस समय जैसलमेर भाजपा में खडाल के राजपूतो का दबदबा हें ,बसिया की पूरी तरह अनदेखी की गई ,इस बार बसिया की अनदेखी का जवाब विधानसभा चुनावो में देंगे बसिया के लोग ,बसिया के राजपूतो का आरोप ह्हें की इस समय भाजपा में खडाल के राजपूतो का बाहुल्य हें भाजपा जिला अध्यक्ष ,विधायक ,प्रवक्ता ,महामंत्री ,प्रधान ,सदस्य सभी खडाल के हें। सोढाण की भी अनदेखी की ,उन्होंने बताया की इस बार भाजपा को बसिया से उम्मीदवार देना होगा। ऐसा नहीं होता तो भाजपा जिला अध्यक्ष या एनी पदाधिकारी बसिया का होना चाहिए। इस क्षेत्र का भाजपा में प्रतिनिधित्व भी किसी स्तर पर नहीं हें। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें