राजस्थानी भाषा ने जाणो विषयक प्रतियोगिताए होगी आयोजित
भामाशाहो से सहयोग की अपील
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा राजस्थानी भाषा के व्यापक प्रचार प्रसार और भाषा को संवेधानिक मान्यता के महत्त्व की आम जन को जानकारी के लिए राजस्थानी भाषा ने जाणो विषयक पर विभिन प्रतियोगिताए आयोजित करने का निर्णय लिया गया हें। राजस्थानी भाषा समिति के संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की राजस्थानी भाषा को लेकर जन प्रतिनिधि लोगो में भ्रम पैदा करने में लगे हें वही भाषा विरोधी लोग भी इस तरह की अफवाहे फेला रहे हें की राजस्थानी भाषा को मान्यता मिलाने से क्या फायदा। उन्होंने बताया की आम जन और खास कर विद्यार्थी वर्ग को राजस्थानी भाषा के महत्त्व और संवेधानिक मान्यता के बाद उसद्से होने वाले लाभों को लेकर समिति आम लोगो के बीच चर्चा करेगी साथ ही विभिन विद्यालयों और महाविद्यालयों में प्रतियोगिताए आयोजित कर राजस्थानी भाषा की महत्वता के बारे में जानकारी देने के साथ प्रश्नोतरी ,भाषण और निबन्ध वाद विवाद जैसी प्रतियोगिताए आयोजित करेगी। राजस्थानी चिंतन परिषद् के जिला संयोजक सोनाराम बेनीवाल के अनुसार राजास्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता क्यूँ जरुरी हें इसकी जानकारी आम जन और छात्र छात्राओं को उपलब्ध कराई जाएगी। विभिन विद्यालयों और महाविद्यालयों में प्रतियोगिताए आयोजित करा प्रथम तीन स्थानों पर आने वालो को सम्मानित और पुरष्कृत किया जायेगा। इस आशय की बैठक शीघ्र आयोजित की जायेगी ,जिला पाटवी रिडमल सिंह ने बताया की राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता मिलाने तक समिति का अभियान जारी रहेगा। इन प्रतियोगिताओ के लिए भामाशाहो का सहयोग लिया जायेगा
भामाशाहो से सहयोग की अपील
बाड़मेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर द्वारा राजस्थानी भाषा के व्यापक प्रचार प्रसार और भाषा को संवेधानिक मान्यता के महत्त्व की आम जन को जानकारी के लिए राजस्थानी भाषा ने जाणो विषयक पर विभिन प्रतियोगिताए आयोजित करने का निर्णय लिया गया हें। राजस्थानी भाषा समिति के संभाग उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी ने बताया की राजस्थानी भाषा को लेकर जन प्रतिनिधि लोगो में भ्रम पैदा करने में लगे हें वही भाषा विरोधी लोग भी इस तरह की अफवाहे फेला रहे हें की राजस्थानी भाषा को मान्यता मिलाने से क्या फायदा। उन्होंने बताया की आम जन और खास कर विद्यार्थी वर्ग को राजस्थानी भाषा के महत्त्व और संवेधानिक मान्यता के बाद उसद्से होने वाले लाभों को लेकर समिति आम लोगो के बीच चर्चा करेगी साथ ही विभिन विद्यालयों और महाविद्यालयों में प्रतियोगिताए आयोजित कर राजस्थानी भाषा की महत्वता के बारे में जानकारी देने के साथ प्रश्नोतरी ,भाषण और निबन्ध वाद विवाद जैसी प्रतियोगिताए आयोजित करेगी। राजस्थानी चिंतन परिषद् के जिला संयोजक सोनाराम बेनीवाल के अनुसार राजास्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता क्यूँ जरुरी हें इसकी जानकारी आम जन और छात्र छात्राओं को उपलब्ध कराई जाएगी। विभिन विद्यालयों और महाविद्यालयों में प्रतियोगिताए आयोजित करा प्रथम तीन स्थानों पर आने वालो को सम्मानित और पुरष्कृत किया जायेगा। इस आशय की बैठक शीघ्र आयोजित की जायेगी ,जिला पाटवी रिडमल सिंह ने बताया की राजस्थानी भाषा को संवेधानिक मान्यता मिलाने तक समिति का अभियान जारी रहेगा। इन प्रतियोगिताओ के लिए भामाशाहो का सहयोग लिया जायेगा
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