उदयपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के एक बाबू को शुक्र वार को तीन नि:शक्तजनों के विकलांगता प्रमाण पत्र बनाने के बदले तीन सौ रूपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से नौ सौ रूपए की रिश्वत लेते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के दल ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है।
सूत्रों के मुताबिक क्षेत्र के चोखलाबारा निवासी पिंटू लाल वडेरा ने 30 जुलाई को ब्यूरो में शिकायत की थी कि सीएचसी के बाबू मांगी लाल मेघवाल द्वारा विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाने के बदले पांच सौ रूपए मांगे जाने की शिकायत दर्ज कराई थी । रिपोर्ट में पिंटू लाल ने स्वयं के साथ ही निचली सिगरी निवासी शांता खराडी एवं भामटी निवासी शांता गरासिया से भी रूपए मांगने की बात कही थी। इस पर ब्यूरो टीम उसी दिन झाडोल पहुंची और मामले का सत्यापन करके रिपोर्ट गोयल को सांैपी ।
गोयल ने आगे की कार्रवाई करने के लिए डीवाईएसपी राजीव जोशी के नेतृत्व में टीम का गठन कर आगे की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सत्यापन के दौरान बाबू मांगी लाल एवं फरियादी पिंटू लाल के बीच पांच सौ की बजाय चार सौ रूपए प्रत्येक प्रमाण पत्र के देना तय हुआ और बाबू ने इनको एक अगस्त को आकर प्रमाण पत्र ले जाने के लिए कहा। एक अगस्त को तीनों नि:शक्तजन सीएचसी पर पहुंचे और बाबू मांगी लाल से प्रमाण पत्र लेने के लिए मिले, किंतु मांगी लाल ने फोटो सही नहीं होने की बात कहते हुए इन्हें दूसरे फोटो लेकर शुक्रवाार को आने केलिए कह दिया।
शुक्रवार दोपहर को तीनों प्रार्थी बाबू मांगी लाल मेघवाल के पास पहुंचे और पांच सौ रूपए व फोटो उसे दिए। इस पर मांगी लाल ने तीन सौ रूपए प्रति प्रमाण पत्र के हिसाब से लेते हुए सौ रूपए लोटा दिए और प्रमाण पत्रों की खानापूर्ति करके चिकित्सक के हस्ताक्षर होने के बाद ले जाने के लिए कहते हुए तीनों को रवाना कर दिया । इन तीनों प्राथियों के बाबू के कमरे से बाहर निकलते ही घात लगाए बैठी ब्यूरो टीम के सदस्यों ने तुरंत मांगी लाल को पकड़ा और हाथ धुलवाए जिससे बाए हाथ से लाल रंग निकला। इसके बाद ब्यूरो टीम ने मांगी लाल के पर्स से टीम द्वारा दिए गए पांच सौ रूपए के दोनों नोट भी बरामद कर लिए। टीम ने चिकित्सा अधिकारी राजीव आमेटा को भी अपने क् वाटर से बुलवा लिया और पुछताछ की । इसके बाद ब्यूरो टीम ने गवाहों के बयान दर्ज कर बाबू मांगी लाल मेघवाल को उदयपुर लेकर चली गई। आरोपी को शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक क्षेत्र के चोखलाबारा निवासी पिंटू लाल वडेरा ने 30 जुलाई को ब्यूरो में शिकायत की थी कि सीएचसी के बाबू मांगी लाल मेघवाल द्वारा विकलांगता प्रमाण पत्र बनवाने के बदले पांच सौ रूपए मांगे जाने की शिकायत दर्ज कराई थी । रिपोर्ट में पिंटू लाल ने स्वयं के साथ ही निचली सिगरी निवासी शांता खराडी एवं भामटी निवासी शांता गरासिया से भी रूपए मांगने की बात कही थी। इस पर ब्यूरो टीम उसी दिन झाडोल पहुंची और मामले का सत्यापन करके रिपोर्ट गोयल को सांैपी ।
गोयल ने आगे की कार्रवाई करने के लिए डीवाईएसपी राजीव जोशी के नेतृत्व में टीम का गठन कर आगे की कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सत्यापन के दौरान बाबू मांगी लाल एवं फरियादी पिंटू लाल के बीच पांच सौ की बजाय चार सौ रूपए प्रत्येक प्रमाण पत्र के देना तय हुआ और बाबू ने इनको एक अगस्त को आकर प्रमाण पत्र ले जाने के लिए कहा। एक अगस्त को तीनों नि:शक्तजन सीएचसी पर पहुंचे और बाबू मांगी लाल से प्रमाण पत्र लेने के लिए मिले, किंतु मांगी लाल ने फोटो सही नहीं होने की बात कहते हुए इन्हें दूसरे फोटो लेकर शुक्रवाार को आने केलिए कह दिया।
शुक्रवार दोपहर को तीनों प्रार्थी बाबू मांगी लाल मेघवाल के पास पहुंचे और पांच सौ रूपए व फोटो उसे दिए। इस पर मांगी लाल ने तीन सौ रूपए प्रति प्रमाण पत्र के हिसाब से लेते हुए सौ रूपए लोटा दिए और प्रमाण पत्रों की खानापूर्ति करके चिकित्सक के हस्ताक्षर होने के बाद ले जाने के लिए कहते हुए तीनों को रवाना कर दिया । इन तीनों प्राथियों के बाबू के कमरे से बाहर निकलते ही घात लगाए बैठी ब्यूरो टीम के सदस्यों ने तुरंत मांगी लाल को पकड़ा और हाथ धुलवाए जिससे बाए हाथ से लाल रंग निकला। इसके बाद ब्यूरो टीम ने मांगी लाल के पर्स से टीम द्वारा दिए गए पांच सौ रूपए के दोनों नोट भी बरामद कर लिए। टीम ने चिकित्सा अधिकारी राजीव आमेटा को भी अपने क् वाटर से बुलवा लिया और पुछताछ की । इसके बाद ब्यूरो टीम ने गवाहों के बयान दर्ज कर बाबू मांगी लाल मेघवाल को उदयपुर लेकर चली गई। आरोपी को शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
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