राजसमंद। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमन्द की टीम ने शनिवार को सरकारी स्कूल की प्रधानाध्यापिका को दस हजार रूपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। कुंभलगढ़ पंचायत समिति के रापडिया राजकीय प्राथमिक विद्यालय की प्रधानाध्यापिका जमना शर्मा को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
एसीबी ने कार्रवाई के दौरान उसके आमेट स्थित आवास की तलाशी ली जहां से घूस की दस हजार की राशि भी बरामद कर ली। यह राशि सर्व शिक्षा की ओर से विद्यालय की चार दीवारी बनाने के भुगतान के एवज में ली गई थी। एसीबी इस मामले में अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के बारे में जांच कर रही है कि वे भी इसमें लिप्त है या नहीं।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमन्द के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल स्वरूप मेवाड़ा ने बताया कि चारभुजा क्षेत्र के जावलिया निवासी केसूलाल पुत्र मोहन लाल भील ने इस बारे में 14 अगस्त को ब्यूरो में शिकायत की थी। परिवादी ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय में चार दीवारी निर्माण के लिए उसका विद्यालय की प्रधानाध्यापिका दोवड़ा आमेट निवासी जमना शर्मा ने 2.80 लाख में लिखित एग्रीमेन्ट किया था।
जिसके हिसाब से उसने निर्माण कार्य कर दिया। इसके एवज में उसे 1.96 लाख का भुगतान तो हो गया लेकिन शेष 84 हजार का भुगतान के लिए उससे तीस हजार की राशि की मांग की गई। इस पर ब्यूरो ने 14 अगस्त को ही शिकायत का सत्यापन करवाया और सत्यापन के दौरान उसने दस हजार रूपए की रकम भी ले ली।
इसके बाद शेष बीस हजार के लिए शनिवार का दिन तय किया गया। इस पर केसू लाल सुबह ग्यारह बजे रापडिया विद्यालय पहुंचा और उसने वहां पर जमना शर्मा को दस हजार रूपए दे दिए। जैसे ही रकम प्रधानाध्यापिका ने ली वैसे ही एसीबी के निरीक्षक छगन पुरोहित, ओम प्रकाश, रोशन लाल, यशवंत, हरिसिंह, शिव सिंह एवं महिला कांस्टेबल सीता ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया। जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया। बाद में दल ने उसके आमेट स्थित आवास की तलाशी ली जहां से सत्यापन के दौरान ली गई दस हजार की राशि भी बरामद कर ली गई।
कहां गए 1.20 लाख
विद्यालय में चार दीवारी के निर्माण के लिए सर्व शिक्षा से 4 लाख 4 हजार 700 रूपए का बजट आंवटित हुआ था। इसमें से केसूलाल के साथ 2.80 लाख का एग्रीमेन्ट कर उसे बिल 4 लाख 4 हजार 700 रूपए का देने को कहा गया। ऎसे में करीब 1.20 लाख रूपए का बजट कहां गया इस बारे में भी एसीबी की टीम जांच कर रही है। इसमें यह भी संदेह है कि सर्व शिक्षा के कुछ अधिकारी भी इसमें लिप्त हो सकते है। इतना ही नहीं चारदीवारी के निर्माण के लिए एसएमसी के निगरानी में निर्माण होता है लेकिन यहां पर एग्रीमेन्ट केवल प्र्रधानाध्यापिका ने ही कर दिया। यह भी एक जांच का विषय है।
तीन दिन में दो महिलाएं गिरफ्तार
राजसमन्द में गत तीन दिन में दो महिला अधिकारी एसीबी के हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार हुई है। गुरूवार को एसीबी चित्तौड़गढ़ के दल ने महिला थाना प्रभारी बीना लोट को 15 हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। वही दो दिन बाद ही राजकीय प्राथमिक विद्यालय रापडिया प्रधानाध्यापिका जमना शर्मा को दस हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।
एसीबी ने कार्रवाई के दौरान उसके आमेट स्थित आवास की तलाशी ली जहां से घूस की दस हजार की राशि भी बरामद कर ली। यह राशि सर्व शिक्षा की ओर से विद्यालय की चार दीवारी बनाने के भुगतान के एवज में ली गई थी। एसीबी इस मामले में अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के बारे में जांच कर रही है कि वे भी इसमें लिप्त है या नहीं।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमन्द के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गोपाल स्वरूप मेवाड़ा ने बताया कि चारभुजा क्षेत्र के जावलिया निवासी केसूलाल पुत्र मोहन लाल भील ने इस बारे में 14 अगस्त को ब्यूरो में शिकायत की थी। परिवादी ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय में चार दीवारी निर्माण के लिए उसका विद्यालय की प्रधानाध्यापिका दोवड़ा आमेट निवासी जमना शर्मा ने 2.80 लाख में लिखित एग्रीमेन्ट किया था।
जिसके हिसाब से उसने निर्माण कार्य कर दिया। इसके एवज में उसे 1.96 लाख का भुगतान तो हो गया लेकिन शेष 84 हजार का भुगतान के लिए उससे तीस हजार की राशि की मांग की गई। इस पर ब्यूरो ने 14 अगस्त को ही शिकायत का सत्यापन करवाया और सत्यापन के दौरान उसने दस हजार रूपए की रकम भी ले ली।
इसके बाद शेष बीस हजार के लिए शनिवार का दिन तय किया गया। इस पर केसू लाल सुबह ग्यारह बजे रापडिया विद्यालय पहुंचा और उसने वहां पर जमना शर्मा को दस हजार रूपए दे दिए। जैसे ही रकम प्रधानाध्यापिका ने ली वैसे ही एसीबी के निरीक्षक छगन पुरोहित, ओम प्रकाश, रोशन लाल, यशवंत, हरिसिंह, शिव सिंह एवं महिला कांस्टेबल सीता ने उसे रंगे हाथों दबोच लिया। जिसे बाद में गिरफ्तार कर लिया। बाद में दल ने उसके आमेट स्थित आवास की तलाशी ली जहां से सत्यापन के दौरान ली गई दस हजार की राशि भी बरामद कर ली गई।
कहां गए 1.20 लाख
विद्यालय में चार दीवारी के निर्माण के लिए सर्व शिक्षा से 4 लाख 4 हजार 700 रूपए का बजट आंवटित हुआ था। इसमें से केसूलाल के साथ 2.80 लाख का एग्रीमेन्ट कर उसे बिल 4 लाख 4 हजार 700 रूपए का देने को कहा गया। ऎसे में करीब 1.20 लाख रूपए का बजट कहां गया इस बारे में भी एसीबी की टीम जांच कर रही है। इसमें यह भी संदेह है कि सर्व शिक्षा के कुछ अधिकारी भी इसमें लिप्त हो सकते है। इतना ही नहीं चारदीवारी के निर्माण के लिए एसएमसी के निगरानी में निर्माण होता है लेकिन यहां पर एग्रीमेन्ट केवल प्र्रधानाध्यापिका ने ही कर दिया। यह भी एक जांच का विषय है।
तीन दिन में दो महिलाएं गिरफ्तार
राजसमन्द में गत तीन दिन में दो महिला अधिकारी एसीबी के हाथों रिश्वत लेते गिरफ्तार हुई है। गुरूवार को एसीबी चित्तौड़गढ़ के दल ने महिला थाना प्रभारी बीना लोट को 15 हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। वही दो दिन बाद ही राजकीय प्राथमिक विद्यालय रापडिया प्रधानाध्यापिका जमना शर्मा को दस हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें