मंगलवार, 20 अगस्त 2013

रक्षाबंधन पर बहन को मोबाइल दे भाई:अदालत

नई दिल्ली। बीच में पढ़ाई छोड़कर शादी करने के लिए परिवार की धमकियों का सामना कर रही लड़कियों के बचाव में न्यायालय बार-बार आगे आया है। इस बार, न्यायालय ने एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए ऎसी ही एक लड़की को बचाया और उसके भाई से कहा कि भविष्य में आपात स्थिति के लिए रक्षाबंधन पर वह अपनी बहन को मोबाइल का उपहार दे।रक्षाबंधन पर बहन को मोबाइल दे भाई:अदालत
न्यायाधीश हिमा कोहली ने एक मामले की सुनवाई में ये निर्देश दिए जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय की द्वितीय वर्ष की एक छात्रा ने अपने माता-पिता और भाई से सुरक्षा की मांग की है। छात्रा ने आरोप लगाया था कि उसके माता-पिता और भाई उसे हर तरह की धमकियां देते हैं, यहां तक कि उसे शारीरिक रूप से प्रताडित भी करते हैं।

अदालत की कार्यवाही के दौरान 22 वर्षीया युवती के परिवार ने भरोसा दिलाया कि जब तक युवती को मंजूर नहीं होगा, तब तक वह उसे शादी करने के लिए विवश नहीं करेंगे और करियर संवारने में उसकी मदद भी करेंगे।

लड़की द्वारा आशंका जताने पर न्यायालय ने गोविंदपुरी के एसएचओ को गश्त कर्मचारियों और पुलिस स्टेशन का नंबर देने का निर्देश दिया। पता चला था कि अपने भाई से हुए झगड़े में लड़की ने अपना मोबाइल तोड़ दिया था इसलिए अदालत ने भाई से कहा कि इस रक्षाबंधन पर वह अपनी बहन को उपहार में मोबाइल दे।

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