जवानों ने कहा 'पधारो म्हारी लाडो
-अभियान के तहत बहनों ने सरहद पर बांधी सैनिकों को राखी, बेटी का मनाया जन्मदिन
बाडमेर। रक्षाबंधन के मौके पर मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने महाअभियान 'पधारो म्हारी लाडो के साथ पशिचमी सीमा पर पहुंची। इस मौके पर स्वास्थ्य विभाग की महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने सीमा सुरक्षा बल के जवानों को राखी बांधकर उनकी लम्बी आयु की दुआ की। सौहार्दपूर्ण माहौल में आयोजित इस कार्यक्रम में मुनाबाव बीएसएफ के अधिकारी विरेंद्र काजला, चौहटन पंचायत समिति प्रधान शमा बानो, पीएमओ डा. एचके सिंगल, जिला आर्इर्इसी समन्वयक विनोद बिश्नोर्इ व हेल्पेज इंडिया के केदार शर्मा सहित अन्य जवान मौजूद थे। कार्यक्रम का आयोजन आर्इर्इसी अनुभाग, केयर्न इंडिया व हेल्पेज इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस दौरान नन्ही बचिचयों का केक काटकर जन्मदिन भी मनाया गया।
इस अवसर पर अपने भाव व्यक्त करते हुए बीएसएफ अधिकारी विरेंद्र काजला ने कहा कि सीमा पर डयूटी करते हुए अक्सर त्यौहारों के मौकों पर हम अपने परिवार से दूरी महसूस करते हैं। लेकिन आज पहली बार हमें बहुत खुशी और सम्मान का अहसास हो रहा है। काजला ने कहा कि हमें आज सरहद पर भी परिवार-सा माहौल लग रहा है, हमें इस बात की खुशी है कि हमारे बारे में भी आमजन इस सिददत से सोचते हैं। कार्यक्रम की शुरूआत पंचायत समिति प्रधान शमा बानो ने जवानों को राखी बांध कर की। इस अवसर पर पुष्पा, शोभना, लीला, इंदू, निशा, रौनक और मन्नत ने सैनिक भार्इयों के राखी बांधी। प्रधान शमा बानो ने कहा कि उनके लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है, जब वो देश के सुरक्षा प्रहरियों के बीच मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि जवान सरहद पर चौबिसों घण्टे तैनात रहकर हमारी सुरक्षा करते हैं। ऐसे में हमारा भी दायित्व है कि हम भी उन्हें परिवार के सदस्यों की भांति स्नेह और सम्मान दें। पीएमओ डा. एचके सिंगल ने कहा कि देश के कोने-कोने से सीमा सुरक्षा बल के जवान सरहद पर तैनात रहकर देश की सुरक्षा करते हैं। रक्षाबंधन, होली व दिपावली जैसे त्यौहारों पर ये खुद को अकेला महसूस करते हैं, आज के कार्यक्रम का मकसद इन जवानो ंको यह महसूस करवाना है कि हम भी उनके साथ हैं। आर्इर्इसी कोर्डिनेटर विनोद बिश्नोर्इ ने कहा कि बीएसएफ के जवान हमारे परिवार के सदस्य हैं और इनके साथ त्यौंहार मनाकर गर्व महसूस हो रहा है। उन्होंने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उददेश्य यह बताना भी है कि बेटे और बेटियों की समाज में बराबर की महत्ता है, जिसे सरहद से लेकर समाज के हर सदस्य को समझना होगा। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन डा. सुरेंद्र चौधरी ने किया।
सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल
रक्षाबंधन के पावन पर्व पर बीएसएफ के जवानों के बीच पहुंचकर चौहटन प्रधान शमा बानो ने सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश की। शमा बानो ने न केवल जवानों को राखी बांधी वरन उनसे देश की बेटियों की हिफाजत का संकल्प भी दिलाया। उल्लेखनीय है कि प्रधान शमा बानो अभियान के पहले दिन से जुड़ी हुर्इ हैं और हर कार्यक्रम में शिरकत करती हैं। हेल्पेज इंडिया के केदार शर्मा ने कहा कि जिला प्रमुख मदनकौर और प्रधान शमा बानो के मार्गदर्शन में यह अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा।
पधारो म्हारी लाडो अभियान की सराहना
बीएसएफ जवानों ने स्वास्थ्य विभाग के 'पधारो म्हारी लाडो अभियान की सराहना करते हुए कहा कि समाज में बेटे और बेटियों के भेदभाव को मिटाने में ऐसे अभियान मील का पत्थर साबित होते हैं। बीएसएफ अधिकारी विरेंद्र काजला ने कहा कि आज किसी भी क्षेत्र में बेटियां बेटों से पीछे नहीं है। सेना में भी बेटियां बेटों की भांति देश की सरहदों की हिफाजत कर रही हैं। इस मौके पर पधारो म्हारी लाडो अभियान के तहत चार वर्षीय बच्ची रौनक और मन्नत का केक काटकर जन्मदिन मनाया गया। पहली बार सरहद पर मनाए गए जन्मदिन में बीएसएफ के जवानों ने उत्साह के साथ भाग लिया। केयर्न की ओर से सभी जवानों को उपहार भी दिए गए।
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