शुक्रवार, 2 अगस्त 2013

अब रिफाइनरी के लिए प्रत्येक तहसील मुख्यालय पर लगेगा धरना


अब रिफाइनरी के लिए प्रत्येक तहसील मुख्यालय पर लगेगा धरना

बाड़मेर.
राजस्थान के बाड़मेर जिले में रिफाइनरी बचाओ संघर्ष समिति की ओर से कलेक्ट्रेट के बाहर दिया गया धरना शुक्रवार को भी जारी रहा। शुक्रवार को धरने पर सैकड़ों की संख्या में बैठे किसानों ने सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि रिफाइनरी किसी भी सूरत में पचपदरा में नही लगने दी जाएगी। उसके लिए उन्हें चाहे आंदोलन की राह क्यों न अपनानी पड़े। शुक्रवार को धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि लीलाला रिफाइनरी के लिए अस्सी फिसदी किसान सहमत है और जमीन देने को भी राजी है। लेकिन मीडिया में झूठी खबरें आ रही है कि लोग जमीन देने को राजी नहीं है। सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार एक करोड़ रुपए मुआवजे के नाम राजनीति कर रिफाइनरी का स्थान परिवर्तन किया है, जिससे बायतु सहित जिलेभर के किसानों में रोष है। यूथ कांग्रेस लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. रमन चौधरी ने कहा कि शुक्रवार से बायतु तहसील मुख्यालय पर किसानों का धरना दिया जाएगा। वहीं 4 अगस्त को बैठक के बाद जिले के सभी तहसील मुख्यालयों पर विरोध-प्रदर्शन स्वरुप धरने दिए जाएंगे और रिफाइनरी को लीलाला में लगाए जाने की मांग उठाई जाएगी।
बाड़मेर रिफाइनरी को लेकर पिछले एक-डेढ़ माह से संघर्ष चल रहा है। पचपदरा में रिफाइनरी स्थापित किए जाने की घोषणा के बाद विवाद बढ़ गया है। किसान आंदोलन पर है और रिफाइनरी को लीलाला में स्थापित किए जाने की मांग पर अड़े हुए है। वहीं सरकार पचपदरा में रिफाइनरी को स्थापित किए जाने को लेकर किसानों को मनाने में लगी हुई है। ऐसे में अब रिफाइनरी को लेकर आंदोलन तेज होने की संभावना होगा। किसानों की ओर से इसी माह एक बड़ा महापड़ाव दिए जाने की योजना भी है।

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