नगर (भरतपुर) नगर थाना क्षेत्र के तरोंडर गांव में कक्षा 8 की छात्रा से गैंगरेप का मामला सामने आया है। हालत बिगड़ने पर आरोपी उसे रात में ही अस्पताल में छोड़ भागे। पुलिस ने शनिवार को पीडिता का मेडिकल कराया।
पीडिता के चाचा ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि शुक्रवार को गांव के लेखराज पुत्र लूचाराम,बनैसिंह पुत्र निरोती,रामअवतार पुत्र गिर्राज माली सहित रामअवतार का रिश्तेदार अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के मंसीपुर निवासी राकेश तथा अलवर निवासी राजू व दो अन्य उसकी नाबालिग भतीजी को बहला-फुसला कर अपने साथ गांव से बाहर ले गए। बालिका की तलाश की जा रही थी कि उसके नगर अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिली।
यहां अस्पताल आकर बालिका को देखा तो वह खून में लथपथ थी। रिपोर्ट में आरोपियों पर सामूहिक बलात्कार करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने भा.दं.सं. 36 3, 36 6 , 376 , (2)(एल)(एम) व 3/4, 5/6 पीएसपीओ एक्ट 2012 के तहत मामला दर्ज कर पीडित बालिका का मेडिकल कराया। जांच डीग के पुलिस उपाधीक्षक कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने बालिका को कस्बे के अस्पताल में उल्टी व दस्त से पीडित बताकर भर्ती कराया था। घटनाक्रम की जानकारी मिलने पर अस्पताल में भीड़ लग गई। रात में जिस चिकित्सक ने बालिका को लहूलुहान अवस्था में भर्ती किया, उसने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी। सामूहिक दुष्कर्म की सूचना पर आए डीग के सीओ ने पुलिस टीम गठित कर आरोपियों की धरपकड़ के लिए भेजी है।
पीडिता के चाचा ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि शुक्रवार को गांव के लेखराज पुत्र लूचाराम,बनैसिंह पुत्र निरोती,रामअवतार पुत्र गिर्राज माली सहित रामअवतार का रिश्तेदार अलवर जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के मंसीपुर निवासी राकेश तथा अलवर निवासी राजू व दो अन्य उसकी नाबालिग भतीजी को बहला-फुसला कर अपने साथ गांव से बाहर ले गए। बालिका की तलाश की जा रही थी कि उसके नगर अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी मिली।
यहां अस्पताल आकर बालिका को देखा तो वह खून में लथपथ थी। रिपोर्ट में आरोपियों पर सामूहिक बलात्कार करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने भा.दं.सं. 36 3, 36 6 , 376 , (2)(एल)(एम) व 3/4, 5/6 पीएसपीओ एक्ट 2012 के तहत मामला दर्ज कर पीडित बालिका का मेडिकल कराया। जांच डीग के पुलिस उपाधीक्षक कर रहे हैं।
पुलिस के अनुसार आरोपियों ने बालिका को कस्बे के अस्पताल में उल्टी व दस्त से पीडित बताकर भर्ती कराया था। घटनाक्रम की जानकारी मिलने पर अस्पताल में भीड़ लग गई। रात में जिस चिकित्सक ने बालिका को लहूलुहान अवस्था में भर्ती किया, उसने इसकी सूचना पुलिस को नहीं दी। सामूहिक दुष्कर्म की सूचना पर आए डीग के सीओ ने पुलिस टीम गठित कर आरोपियों की धरपकड़ के लिए भेजी है।
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