शुक्रवार, 9 अगस्त 2013

पत्नी के साथ मिलकर डॉक्टर ने किया गैंगरेप, पंचायत ने करवाया अबॉर्शन

टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश)।। मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में सातवीं क्लास की दलित बच्ची के साथ छह महीने तक पहले गैंगरेप किया गया और जब वह गर्भवती हो गई तो जाति पंचायत ने उसका अबॉर्शन करवा दिया। गैंगरेप के आरोपियों में से एक इलाके का डॉक्टर भी है। मामला इसलिए भी और निंदनीय है कि बच्ची को बहला-फुसलाकर इन दरिंदों के हवाले करने वाली महिला आरोपी डॉक्टर की पत्नी है।gangrape
पंचायत ने पीड़ित और उसके परिवार वालों को इस बारे में किसी से भी बात करने पर 'नतीजा भुगत लेने की' धमकी तक दे डाली। न्यूज एजेंसी 'भाषा' के मुताबिक, जतारा के सब-डिविजनल पुलिस अधिकारी एन के परिहार ने बताया कि करीब पांच महीने पहले रेप के आरोपी डॉक्टर सपन विश्वास की पत्नी हेमा विश्वास ने बच्ची को अपने घर बुलाया और एक कमरे में बंद कर दिया जहां पहले से ही उसका पति और सुरेन्द्र अहिरवार मौजूद थे। कमरे में दोनों ने नाबालिग के साथ रेप किया जिससे वह गर्भवती हो गई। इस मामले में आरोपी बंगाली डॉक्टर सपन विश्वास और उसकी पत्नी हेमा विश्वास को हिरासत में ले लिया गया है। बाकी आरोपियों के खिलाफ भी केस दर्ज कर उन्हें हिरासत में लिया गया है।

हालांकि मामले की कोई औपचारिक पुलिसिया रपट नहीं लिखवाई गई है लेकिन पुलिस ने अपनी ओर से जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। टीकमगढ़ के पुलिस सुपरिंटेंडेंट अमित सिंह ने कहा, 'हम मामले की जांच कर रहे हैं और आरोपियों के खिलाफ रेप का केस बनेगा।'14 साल की इस दलित बच्ची के माता-पिता दिल्ली में मजदूरी करते हैं और जब वे वापस घर आए तब कहीं जाकर सहमी हुई बच्ची ने उन्हें आपबीती सुनाई। माता-पिता जब जाति पंचायत के पास यह मामला ले गए तो पंचायत ने लड़की का अबॉर्शन करने का आदेश दे दिया। आरोपी को 6 हजार रुपए का मुआवजा चुकाने का आदेश देकर मामले की इतिश्री कर ली गई। पीड़ित बच्ची का कहना है कि गांव के ही एक नीम हकीम ने उसका गर्भपात करवा दिया।

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