नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने 67 वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ तभी अच्छे रिश्ते हो सकते हैं जब वह अपनी धरती का इस्तेमाल भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए न होने दे। उन्होंने कहा कि वार्ता जारी रखने के लिए पाकिस्तान को सीमा नियमों का हर हाल में पालन करना होगा।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरूआत उत्तराखण्ड में पिछले दिनों आई प्राकृतिक आपदा को याद करते हुए की। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के बाढ़ पीडितों के प्रति हमारी पूरी सहानुभूति है। उन्होंने मुंबई में आईएनएस सिंधुरक्षक हादसे पर भी दुख प्रकट किया। साथ ही हादसे में शहीद हुए नौ सैनिकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की।
तिरंगा फहराकर बनाया रिकॉर्ड
मनमोहन सिंह ने गुरूवार को लाल किले की प्राचीर पर 10 वीं बार तिरंगा फहराया। ऎसा करने वाले वे तीसरे प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री पण्डित जवाहरलाल नेहरू 17 बार और इंदिरा गांधी 16 बार तिरंगा फहरा चुकी है। मनमोहन सिंह से पहले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी 6 बार लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहरा चुके हैं। वाजपेयी ने 1998 से 2003 तक लाल किले पर तिरंगा फहराया था। पण्डित जवाहरलाल नेहरू ने पहली बार 15 अगस्त 1947 को लाल किले पर तिरंगा फहराया था। मनमोहन सिंह 14 वें प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने मई में कार्यभार संभालने के चार महीने बाद पहली बार 15 अगस्त 2004 को लाल किले पर तिरंगा फहराया था।
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